इ त अक्सर होला इ काहे होला जी ,
घर बढ़िया पाके दुलहिनिया रोये ली ,
माई के बदले सास भाई के बदले देवर जी ,
छोटकी बहिनिया जइसन ननदी जे होली ,
बाबु जी कमी पूरा करे ले ससुर जी ,
तबहू ना जाने काहे रहे ली उदास ,
मिले ले सजन जे रहेले उनका पास ,
कवन दुःख बाटे इ त ना बुझाला जी ,
घर बढ़िया पाके दुलहिनिया रोये ली ,
इ हो त सोचे के बाटे हो बतिया ,
नायकी कनिया आपन घर ना माने ली ,
ससुरा में कुछ नाहि नैहर में सब कुछु ,
इहे त मनवा में इहे उहो जाने ली…
Continue
Added by Rash Bihari Ravi on April 9, 2010 at 5:43pm —
3 Comments
ee gaana hamar favorite ha aur ee gaana par hum prize bhi le chukal bani jab hum 9th class me rahni tab.....wo samay ego program me hum aur hamar ego dost(humra pados me hi raheli) gawle rahni jaa aur first prize milal rahe.....wo prize wala photo abhi humra lage naikhe naa ta wo bhi lagawle rahti.......
ta lee padhi raua sab bhi aur batayi ki kauna movie ke gaana ha ee aur ke gawle baa.....
झील मिल सितारों का आँगन होगा
रिमझिम बरसता सावन होगा
ऐसा सुन्दर सपना अपना… Continue
Added by PREETAM TIWARY(PREET) on April 7, 2010 at 11:00pm —
7 Comments
सरकार भइल हिजड़ा,नेता भइले दलाल।
रोअता कानून देश भइले बेहाल।।
ऊपर से लेके निचे तक सबकर बा आपस मे मेल। दलाली देला के बल पर कुछु करत रह खेल।। सरकार बनावे खातिर नक्सलियनो से हो जाई मेल।
भलही रोजे नक्सली जनता के निकाले तेल।। नक्सलियन के गोली से 76 गो जवान के साँस रुठ गईल।
तवनो पर कहेले चिदंबरम कि सुरक्षा बल से हि भूल हो गईल।।
दलाली खइहे ताबुत के, कांड करीहे हवाला।
तबो इ कहिये कि हम हई कानून के रखवाला।। विदेशी त विदेशी जब देशीये करता जनता के हलाल।
कहा जायी जनता आ…
Continue
Added by Mahesh Jee on April 7, 2010 at 10:53pm —
3 Comments
टेनिस स्टार सानिया मिर्जा से शादी रचाने जा रहे पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक आखिरकार मान गए कि हैदराबाद की युवती आयशा सिद्दीकी से उनकी शादी हुई थी। लंबे समय तक आयशा को पत्नी न मानने के रुख पर कायम शोएब ने बुधवार को तलाक देकर आयशा से अपने रिश्तों की सच्चाई पर मुहर लगा दी।
आयशा की मां और परिजनों ने इस पूरे विवाद के खात्मे पर सुंतुष्टि जताई। शोएब की ओर से तलाक दे दिए जाने के बाद आयशा की मां फरीसा सिद्दीकी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''मेरी बेटी को तलाक मिल गया है, हमलोग यही चाहते…
Continue
Added by Admin on April 7, 2010 at 5:30pm —
No Comments
महुआ की बेटी कमल कर के छोर दी ,
ये पगल सब को निहाल कर के छोर दी ,
असली समाजबाद येही तो लाती हैं ,
एक ही थाली में सब को खिलाती है ,
खिरकी से झाक कर पैमाल कर के छोर दी,
महुआ की बेटी कमल कर के छोर दी ,
बाबा जी बनिया या राजपूत चमार के ,
चवर में ले जाती कनखी से मार के ,
बाप जी बेटा जी हाकिम चपरासी जी ,
इसके सेवकाई में लग गए सन्यासी जी ,
पूरा बिहार के बंगाल कर के छोर दी ,
महुआ की बेटी कमल कर के छोर दी ,
देखिये धनान्त्री की कलसा…
Continue
Added by Rash Bihari Ravi on April 7, 2010 at 2:44pm —
2 Comments
ee gaana hum 2 saal pahile sunle rahni aur abhi singer ke naam humra yaad naikhe....hamar ego aadat ha ki jaun gaana humra thik lag jala wo ek baar sunla me hi humra hamesha khatir yaad ho jala aure vishesh parishthiti me yaad aawt rahela....jaise aaj ee gaana yaad aail aur hum ehja post kar rahal bani......
jab bhi singer ke naam yaad aayi hum likh deb......tab tak raua log ee padhi aur kuch aapan bahumulya samay nikal kar kuch comments kar deb sabhe......
abhi hum e naikhi batawat…
Continue
Added by PREETAM TIWARY(PREET) on April 6, 2010 at 11:47pm —
5 Comments
अध्ययन कक्ष को पूजा कक्ष से सटा कर और दरवाजे की स्थिति उत्तर-पूर्व या पश्चिम में रखें। किन्तु दक्षिण-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम में न रखें इससे भ्रम उत्पन्न होते हैं।
- चौकोर टेबल का प्रयोग करें जो चारों पावों में समानता रखती हो।
- टेबल को दक्षिण-पश्चिम या दरवाजे के सामने न लगाएँ। इससे बुद्धि का पतन होता है।
- टेबल को दरवाजे या दीवार से न सटाएँ। जिससे विषय याद रहेगा, रूचि बढ़ेगी।
- लाइट के नीचे या उसकी छाया…
Continue
Added by Ratnesh Raman Pathak on April 6, 2010 at 10:42pm —
3 Comments
हम बानी कुँवारी
माँ-बाप के सर पर
एक बोझ बानी भारी
दुल्हा खरीद ना पईनी
हम बानी ऊ अभागन नारी
हम बानी कुँवारी
प्रदर्शनी खातिर लागल
हई कौनो चीज प्यारी
आवेलन लइका वाला
देखे खातिर हमके
पर ऊ त देखेलन,
हमार घर, हमारा बाप के हैसियत
कहेलन ऊ लोग,
दो चार रोज में बताएम
पर हमके पता बा
ऊ लोग नइखे आवे वाला
काहे कि, लइका वाला देखले बा
हमरा दुआरी पर
नाही खडा बा कार
हमरा ड्राईंग रूम मे
सोफा नईखे ,…
Continue
Added by Raju on April 6, 2010 at 9:07pm —
6 Comments
इंसान एक बार जीता है, एक बार मरता है और एक बार ही प्यार करता है...
जिंदगी में इंसान को कई बार प्यार हो सकता है। यह बात दूसरी है कि पहला प्यार कोई भुला नहीं पाता। लेकिन सच्चा प्यार बड़ी ही मुश्किल से किसी को नसीब होता है...आज की हाईटेक लाइफस्टाइल में प्यार की परिभाषा बदल गई है...प्यार भी हाईटेक हो गया है...लोग प्यार कई चीजें देखकर करने लगे हैं...मसलन जेब...सैलरी...लाइफस्टाइल...और इन सबसे बढ़कर ये मायने रखता है कि आप सामनेवाले से ज्यादा हाईप्रोफाइल…
Continue
Added by Ratnesh Raman Pathak on April 6, 2010 at 7:30pm —
5 Comments
फिल्म-- हँसते जख्म
गाना-- हां ये माना मेरी जान मोहब्बत सजा है
गायक-- मोहम्मद रफ़ी
तौबा तौबा ये जवानी ये जवानी का गुरूर
इश्क के सामने सर फिर भी झुकाना ही परा
कैसा कहते थे ना आयेंगे ना आयेंगे
मगर दिल ने इस तरह पुकारा तुम्हे आना ही परा
ये माना मेरी जान मुहब्बत सजा है
मजा इसमें इतना मगर किसलिए है
वो इक बेकरारी जो अब तक इधर थी
वोही बेककारी उधर किसलिए है
बहलना ना जाने बदलना ना जाने
तमन्ना मचल के सम्हलना…
Continue
Added by PREETAM TIWARY(PREET) on April 5, 2010 at 11:48pm —
6 Comments
1...हमें दूसरो के गुणों की प्रशंशा अवस्य करनी चाहिए/
2...सुनना तो हमें सबकी बातों को चाहिए,लेकिन करना हमेशा अपने मन का चाहिए/
3...हमें किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले अच्छी तरह से तैयारी कर लेनी चाहिए/साथ ही हमें बुरे परिणामो के लिए भी तैयार रहना चाहिए
4...अपने गुणों का स्वयं ही बखान करने से पाप और पुण्य दोनों का प्रभाव क्षीण हो जाता है/
5...किसी व्यक्ति को आप अच्छी खबर दे या ना दे,पर बुरी खबर देने से हमेशा बचे/
6...जो कार्य अगले दिन करनी हो,उसकी रूप-रेखा रात को… Continue
Added by PREETAM TIWARY(PREET) on April 4, 2010 at 12:58pm —
9 Comments
1...पृथ्वी पर प्रति मिनट लगभग 6000 बार बिजली कड़कती है।
2...छींक हमारे मुख से लगभग 100 मील प्रति घंटा की गति से बाहर आती है।
3...डॉल्फिन मछली एक आंख खुली रखकर सोती है।
4...मनुष्य अपने जीवनकाल में लगभग 60 हजार पाउण्ड भोजन सामग्री खा जाता है जो लगभग 6 हाथियों के वजन के बराबर है।
5...किसी जमाने में आइसलैण्ड के एक शहर में कुत्ता पालना गैरकानूनी था।
6...हर चार में से एक अमरीकी कभी न कभी टेलीविजन पर दिखाया जा चुका है।
7...जन्म के समय हमारे शरीर में 300 हड्डियां होती हैं…
Continue
Added by PREETAM TIWARY(PREET) on April 3, 2010 at 11:36pm —
7 Comments
हमर मन कहत बा ,
जेतना नेता बा लोग ,
ओ लोग के दे दी लम्बा छुट्टी ,
छुट्टी पर जे ना जाई ,
ओ लोग के राऊआ इ बुझी ,
इ चोर के सरदार हा,
हमर मन कहत बा
येके गोली मारी,
इ ता देश के लुटी ,
एकरा के छोरी मत ,
जल्दी तारा (चाहेटी) करी ,
आज के नेता अब नइखन ,
भाई हो देश के बेटा ,
हमर मन कहत बा,
गेरुआ देख के अब राऊआ ,
झट से सर ना झुकाई,
भक्ति से सरबोर कम ,
बेसी गुंडा पाइब ,
पता चलल गेरुआ वाला ,
कुछ बाबा दलाली…
Continue
Added by Rash Bihari Ravi on April 2, 2010 at 6:56pm —
5 Comments
प्यार वो ख़ुश्बू है जिससे सारा चमन महक उठता है
प्यार वो समझ है जिससे सारी दुनिया शांत हो उठती है
प्यार वो विश्वास है जहाँ अटूट बंधन बाँध लेता है
प्यार वो रंग है जो हर रंग मे मिल जाता है
प्यार बचपन से लेकर जवानी तक एक कहानी लिख जाता है
प्यार जवानी से बुढ़ापे तक एक नई दास्तान बताता है
काश ! हर तरफ़ प्यार ही होता
तो आज दुनिया का एक नया रूप होता
Added by Raju on April 2, 2010 at 6:00pm —
7 Comments
मास्टर बलास्टर रन मशीन कहल जाला सचिन के ,
भरेसे मंद आउर दिवार नाम राहुल द्रविर के ,
धोनी तूफान बन के आइले उर ग़ाईळ महाराजा .
युवराज के देख के कपिल के याद भइल ताजा ,
कुछु कही बात एगो बाटे जेहन में रहिआन दादा ,
बिरेंदर अइसन बीर खिलारी भज्जी के सहारा ,
सपना कब पूरा होई आई बिश्वा कप दोबारा ,
शान ता गौतम पठान के बात न्यारा ,
बड़े एक से एक धुरंधर , राज नित के सहारा ,
एकरा के आगे बधाई नेता बाहर करी गिन के ,
मास्टर बलास्टर रन मशीन कहल जाला सचिन के ,
Added by Rash Bihari Ravi on April 2, 2010 at 4:41pm —
6 Comments
दिन,प्रतिदिन,
हर एक पल,
आपन सभ्यता अउर संस्कृति में
निखार आ रहल बा,
हमनी के हो गईनी,केतना सभ्य,
कौआ ई गीत गा रहल बा
पहिले बहुत पहिले,
जब हमनी के एतना सभ्य ना रहीं,
त रहे चारों तरफ खुशहाली,
लोगन के मिलजुल के,
विचरण रहे जारी,
जेतना पावत रहनी,
प्रेम से खात रहनी,
दोस्तन के भी खिआवत रहनी,
आ कबो-कबो भूखे सुत जात रहनी।।
आज जब हमनी के सभ्य हो गइल बानी,
बाटे सोहात नाही,
दोसरा के रोटी,
छिन के खा रहल… Continue
Added by Raju on April 2, 2010 at 12:41pm —
4 Comments
सोचत बानी हम ,
हम बाबा बन के लुटब ,
जवान देश में होखे ,
बरका बरका मुरख ,
उहा काहे हम ,
अपन नसीब के कुटब,
सोचत बानी हम ,
हम बाबा बन के लुटब ,
रोज सुबेरे पाठ पढ़ाएम ,
सदा जीवन जिये के ,
संगे इ तरकीब लगायेम,
अपन पाकिट भरे के ,
लोग जे हम पे बिस्वास करी ,
जंगली पता घुटब,
सोचत बानी हम ,
हम बाबा बन के लुटब ,
बाजार में जब नाम होई ,
आपन दवाई बेचाब ,
संगे संगे कुछ नेता लेम ,
आपन पाटी ठोकब,
नेता लोग जैसे…
Continue
Added by Rash Bihari Ravi on April 1, 2010 at 7:30pm —
10 Comments
शांति आदमी के कमजोर बना देला ,
शक्ति इन्सान के सैतान बना देला ,
अगर सम्पति पाके जे संभल गइल ,
ओकर स्वरुप भगवान के रूप होला .
सैयम के संगे सादगी ता सफलता मिली ,
आउर समृधि अपने आप होई ,
त संस्कार खिली ,
जब स्वास्थ बढ़िया रही त सन्मान मिली ,
आउर सरस्वती जहा रहिआन ,
त उहा स्नेह मिलबे करी ,
जब सनेह मिली ता उहा शांति रही ,
ता रौआ जानते बानी ,
शांति आदमी के कमजोर बना देला ,
Added by Rash Bihari Ravi on April 1, 2010 at 6:59pm —
5 Comments
जीवन हमार लेके आइल बहार ,
हमारा तोहरा से प्यार हो गइल,
नाही रतिया के नींद ,
नाही दिन के करार ,
इ ता जीवन हो गइल तोहर,
हमारा तोहरा से प्यार हो गइल,
जेने देखि ओने तुही दिखेलु ,
मनवा पे हमारा तू राज करेलू ,
लगे आवेलु आवे ला बहार ,
हमारा तोहरा से प्यार हो गइल,
सपना में तुही खुली अखीया में तुही ,
हर दम हमारा बतिया में तुही ,
दूर जालू ता तरपे मन हमार ,
हमारा तोहरा से प्यार हो गइल,
Added by Rash Bihari Ravi on April 1, 2010 at 6:40pm —
5 Comments
जे जीवन से खुबे कईलास प्यार ,
ओकर जीवन बेकार हो गईल ,
ये भरम में त मत रहा इयर ,
की इ जीवन हमर हो गईल ,
चाहे जेतना तू पाउडर लगाला ,
आई बुढ़ापा सूरत बेकार हो गईल ,
कबो माई बाबूजी कबो भाई भौजाई ,
पत्नी आउर बचवान पर मनवा हेराइल ,
जवानी बितावाला तू मस्ती में ईयार ,
लागल जीवन साकार हो गइल ,
जे परभू के चरण में दिनवा बितावल ,
उहो ता भव सागर पर हो गइल ,
अब का पछताई करबा त ईयार ,
सारी उमर जब पार हो गइल…
Continue
Added by Rash Bihari Ravi on April 1, 2010 at 5:20pm —
6 Comments