For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

कुछ सच्चाई जो हमेशा प्रभावी होती है, इक नज़र इधर भी...

1...हमें दूसरो के गुणों की प्रशंशा अवस्य करनी चाहिए/
2...सुनना तो हमें सबकी बातों को चाहिए,लेकिन करना हमेशा अपने मन का चाहिए/
3...हमें किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले अच्छी तरह से तैयारी कर लेनी चाहिए/साथ ही हमें बुरे परिणामो के लिए भी तैयार रहना चाहिए
4...अपने गुणों का स्वयं ही बखान करने से पाप और पुण्य दोनों का प्रभाव क्षीण हो जाता है/
5...किसी व्यक्ति को आप अच्छी खबर दे या ना दे,पर बुरी खबर देने से हमेशा बचे/
6...जो कार्य अगले दिन करनी हो,उसकी रूप-रेखा रात को ही तैयार कर लेना चाहिए/
7...किन्ही दो व्यक्तियों के बीच हिसाब पैसे पैसे का होना चाहिए/अन्यथा चंद पैसो की वजह से ही प्रगाढ़ सम्बन्ध भी ख़त्म हो जाते हैं/
8...यदि व्यक्ति के पास संतोष रूपी धन नहीं है तो विभिन्न प्रकार के धन मिटटी के समान है/
9...ध्यान रहे की पहला प्रभाव आखिरी प्रभाव होता है,इसलिए इसके प्रति विशेष जागरूक रहे/
10...जब किसी काम की शुरुआत अच्छी होती है तो आधा काम हुआ ही समझो,इसलिए किसी काम की शुरुआत यत्नपूर्वक सोच समझकर करनी चाहिए/
11...समय सबसे अधिक बलवान होता है,वह बड़े से बड़े घाव भी भर देता है,इसलिए हमें स्वयं को समय के हाथों सौप देना चाहिए/
12...जब भी कोई बड़ी समस्या सामने आये,तो पहले उसे छोटे-छोटे भागों में बाँट ले,तत्पश्चात उसे हल करे/
अधिक काम होने पर सर्वप्रथम सबसे छोटे और सरल काम को करे,उसके बाद क्रम से बड़े और कठिन कामों को करे/
13...हमारा भूतकाल कब्र में जा चूका है और भविष्य गर्व में है/यह केवल वर्तमान ही है जिसे हम जिस प्रकार चाहे जी सकते हैं/
14...इंसान बुरा नहीं होता बल्कि इंसान का वक़्त बुरा होता है/


और अब अंत में एक और सुन ली सभे.................

कहते हैं इंसान अगर जिंदगी से कदम मिला ले तो वो और भी आसान हो जाती है,पर कमबख्त जिंदगी है की हमेशा दो कदम आगे ही रहती है,पर इंसान का काम है चलते रहना...........

Views: 675

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Rana Pratap Singh on September 6, 2010 at 9:40pm
बिलकुल सही| गांठ बांधने वाली बातें हैं|
Comment by Naveen sinha on May 12, 2010 at 10:55am
great
Comment by PREETAM TIWARY(PREET) on April 7, 2010 at 12:07pm
bahut bahut dhanyabaad sabke ki ee lekh raua log ke pasand aail...bas ehe kosis baa ki kuch kuch useful jaankari hum det rahi...bas raua log aapan aashirbaad banawle rahi jaa aur ohi aashirbaad ke sahare hum kuch kuch likhat hi rahab...
Comment by Ratnesh Raman Pathak on April 6, 2010 at 9:24pm
bahut badhiya sir ...........
aaj ke jamana me bahut kum hi aisan sukti sune ke milela ............
overall bahut badhiya lagal.
bahut bahut dhnyawad...............
Comment by Raju on April 6, 2010 at 7:58pm
Preetam bhaiya bahut hi badhiya seekh ba ee
Comment by Rash Bihari Ravi on April 6, 2010 at 5:52pm
bahut badhia
Comment by ISHIKA MISHRA on April 6, 2010 at 5:46pm
bahut badhiay preetam jee....agar insaan in sab batoon par amal karne to saari samasya hi khatam ho jayegi....saari baaton me alag alag tarah ki sachia hai preetam jee......
dhanybaad yahan share karne ke liye.....

Ishika Mishra
Comment by BIJAY PATHAK on April 6, 2010 at 4:54pm
Preetam ji gazab collection ba raur , agar aadmi i sab maan ke chali ta u kabhi galat ho hi na sakela
Bijay Pathak
Comment by Admin on April 4, 2010 at 5:00pm
बहुत बढ़िया जी, रौवा त जीवन के यथार्थ लिख देहले बानी, अगर उपर लिखल बात पर ध्यान दिहल जाव त बहुत सारा समस्या अपने आप ही ख़तम हो जाई,
धन्यबाद जी, प्रीतम जी,

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Mahendra Kumar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"इस प्रयास की सराहना हेतु दिल से आभारी हूँ आदरणीय लक्ष्मण जी। बहुत शुक्रिया।"
51 minutes ago
Mahendra Kumar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय दिनेश जी। आभारी हूँ।"
52 minutes ago
Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"212 1222 212 1222 रूह को मचलने में देर कितनी लगती है जिस्म से निकलने में देर कितनी लगती है पल में…"
52 minutes ago
Mahendra Kumar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"सादर नमस्कार आ. ऋचा जी। उत्साहवर्धन हेतु दिल से आभारी हूँ। बहुत-बहुत शुक्रिया।"
52 minutes ago
Mahendra Kumar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आदरणीय अमीरुद्दीन जी, सादर अभिवादन। इस प्रयास की सराहना हेतु आपका हृदय से आभारी हूँ।  1.…"
53 minutes ago
Mahendra Kumar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आदरणीय अमित जी, सादर अभिवादन! आपकी विस्तृत टिप्पणी और सुझावों के लिए हृदय से आभारी हूँ। इस सन्दर्भ…"
1 hour ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आदरणीय लक्ष्मण जी नमस्कार ख़ूब ग़ज़ल कही आपने बधाई स्वीकार कीजिये गुणीजनों की इस्लाह क़ाबिले ग़ौर…"
1 hour ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आदरणीय अमीर जी बहुत शुक्रिया आपका संज्ञान हेतु और हौसला अफ़ज़ाई के लिए  सादर"
2 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"मोहतरम बागपतवी साहिब, गौर फरमाएँ ले के घर से जो निकलते थे जुनूँ की मशअल इस ज़माने में वो…"
2 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आदरणीय दिनेश कुमार विश्वकर्मा जी आदाब, तरही मिसरे पर अच्छी ग़ज़ल कही है आपने मुबारकबाद पेश करता…"
3 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"मुहतरमा ऋचा यादव जी आदाब, तरही मिसरे पर ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है बधाई स्वीकार करें, आ० अमित जी…"
3 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आदरणीय लक्ष्मण धामी भाई मुसाफ़िर जी आदाब ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है बधाई स्वीकार करें, आदरणीय…"
4 hours ago

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service