Added by Ravi Prabhakar on January 2, 2011 at 4:35pm — 8 Comments
ग़ज़ल:- आकर्षक चमकीले लोग
आकर्षक चमकीले लोग
केंचुल में ज़हरीले लोग |
आत्ममुग्धता की परिणति हैं
सुन्दर सुघड सजीले लोग |
भूख की आंच पे चढ़ते हैं नित
खाली पेट पतीले लोग |
झंझावाती जीवन सागर
हम शंकित रेतीले लोग |
चीर हरण करते आँखों से
कुंठाओं के टीले लोग…
ContinueAdded by Abhinav Arun on January 2, 2011 at 10:45am — 3 Comments
नब्ज़ टटोलोगे तो कोई रोग पकड़ आएगा
झूठ का रंग भी सच पर से उतर जाएगा
Added by Lata R.Ojha on January 2, 2011 at 12:00am — 1 Comment
Added by sanjiv verma 'salil' on January 1, 2011 at 8:04pm — No Comments
यह वर्ष हम सभी को हर तरह रास आये--घर घर में शांति हो हर बच्चा मुस्कुराये
Added by Hilal Badayuni on January 1, 2011 at 7:30pm — 9 Comments
Added by Rash Bihari Ravi on January 1, 2011 at 1:30pm — 3 Comments
नए वर्ष के नए पटल पर
खुशियों के नए गीत सजाएँ,
नयी धरा पर सपनों के कुछ
नए नवेले बीज बिछाएं I
नव दिवस की उर्जाओं संग
न केवल नए लक्ष्य बनायें,
पुराने प्रणों…
Added by Veerendra Jain on January 1, 2011 at 12:24pm — 3 Comments
Added by Sudhir Sharma on January 1, 2011 at 2:15am — 5 Comments
Added by sanjiv verma 'salil' on December 31, 2010 at 10:57pm — 1 Comment
नये साल का गीत
कुछ ऐसा हो साल नया
संजीव 'सलिल'
*
कुछ ऐसा हो साल नया,
जैसा अब तक नहीं हुआ.
अमराई में मैना संग
झूमे-गाये फाग सुआ...
*
बम्बुलिया की छेड़े तान.
रात-रातभर जाग किसान.
कोई खेत न उजड़ा हो-
सूना मिले न कोई मचान.
प्यासा खुसरो रहे नहीं
गैल-गैल में मिले कुआ...
*
पनघट पर पैंजनी बजे,
बीर दिखे, भौजाई लजे.
चौपालों पर झाँझ बजा-
दास कबीरा राम भजे.…
ContinueAdded by sanjiv verma 'salil' on December 31, 2010 at 6:25pm — 1 Comment
Added by AjAy Kumar Bohat on December 31, 2010 at 6:08pm — 3 Comments
Added by Bhasker Agrawal on December 31, 2010 at 5:00pm — 3 Comments
Added by धर्मेन्द्र कुमार सिंह on December 31, 2010 at 4:34pm — 4 Comments
(दीपक शर्मा 'कुल्लुवी')
गतांक - 10 से आगे...
दोस्तों मैं जाते हुए साल 2010 कि बिदाई और आते हुए नव वर्ष 2011 का स्वागत अपनें कुछ भजनों से करना चाहूँगा . खुदा आप सबको ढेर खुशियाँ प्रदान करे वैसे इसी सप्ताह उड़ीसा के मंदिर में घटित शर्मनाक घटना से मन अत्यंत दुखी है जिसमें एक विदेशी महिला को केवल इस बात के लिए मंदिर से…
Added by Deepak Sharma Kuluvi on December 31, 2010 at 4:00pm — No Comments
Added by rajni chhabra on December 31, 2010 at 2:55pm — No Comments
मन मे हो रही एक…
ContinueAdded by Mayank Sharma on December 31, 2010 at 1:59pm — No Comments
Added by Dr.Brijesh Kumar Tripathi on December 31, 2010 at 1:00pm — No Comments
Added by Bhasker Agrawal on December 31, 2010 at 11:25am — No Comments
Added by Mayank Sharma on December 30, 2010 at 10:31pm — No Comments
Added by rajkumar sahu on December 30, 2010 at 4:53pm — No Comments
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