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कहाँ जाऊँ के तेरी याद का झोंका नहीं आये,
कि तेरे साथ का गुज़रा कोई लम्हा न तड़पाये,
कभी कपड़ों में मिल जाते हैं तेरे रंग के जादू,
मुझे महका के जाती हैं तेरे ही ब्राण्ड की ख़ुश्बू ,
मेरे हाथों की मेहंदी में तेरा ही अक़्स उभरे है,
मेरी साँसों में भी जानां तेरी ही साँस महके है,
पसंदीदा तुम्हारा जब कोई खाना बनाती हूँ,
तुम्हारे नाम की थाली अलग से मैं लगाती हूँ,
मिला कर दर्द में आँसू तेरा चेहरा बनाती हूँ,
मैं…
Posted on October 17, 2018 at 9:00am — 4 Comments
2122 1212 22
बोल देती है बेज़ुबानी भी,
ख़ामशी के कई म'आनी भी,
वो मरासिम बढ़ा के छोड़ गया,
दर्द होता है जाविदानी भी
वक़्त - बेवक़्त ही निकल आये
है अजब आँख का ये पानी भी,
वो सबब है मेरी उदासी का,
उससे है दोस्ती पुरानी भी,
जन्म देकर क़ज़ा तलक लायी,
ज़िन्दगी तेरी मेज़बानी भी,
आज फिर क़ैस को ही मरना पड़ा,
हो गयी ख़त्म ये कहानी भी। .. ...
मौलिक व् अप्रकाशित
Posted on February 16, 2018 at 4:00pm — 4 Comments
1222 1222 122
मुहब्बत के सफ़र की दास्ताँ है,
तू मेरी जान है मेरा जहाँ है,
मेरी मुस्कान होठों पर सजी और,
मेरा ग़म मेरी आँखों में निहां है,
शबे -ग़म हिज्र का तुझको सताये,
वो मेरी ज़िन्दगी में भी रवां है,
सफ़र में साथ मेरे तुम हो जानां,
मेरे कदमों के नीचे आसमां है,
लबों से कुछ नहीं कहता कभी वो,
बस उसके लम्स से सबकुछ अयाँ है..
मौलिक व् अप्रकाशित
Posted on February 10, 2018 at 6:41pm — 4 Comments
२१२२ १२१२ २२
फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ैलुन
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रंग ख़ुशियों के कल बदलते ही,
ग़म ने थामा मुझे फिसलते ही,
मैं जो सूरज के ख़्वाब लिखती थी,
ढल गयी हूँ मैं शाम ढलते ही,
राह सच की बहुत ही मुश्किल है,
पाँव थकने लगे हैं चलते ही
वो मुहब्बत पे ख़ाक डाल गया
बुझ गया इक चराग़ जलते ही,
ख़्वाब नाज़ुक हैं काँच के जैसे,
टूट जाते हैं आँख मलते ही…
ContinuePosted on October 25, 2017 at 7:27pm — 10 Comments
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अनीता जी जन्म दिन की ढेरों शुभकामनायें ...
bahut achchi rachnayen hai.
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…
आप सभी कवि बंधुओं को मेरी सलाह है की अपनी कविताओं का वीडियो , यू ट्यूब पर अपलोड करें । बहुत सारी कवितायें वाकई दिल को छु जाने वाली हैं।
एक सुन्दर ,सुललितम भावपूर्ण रचना के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें
सादर
श्रीप्रकाश शुक्ल
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…

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