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इक रोज़ लहू जम जायेगा इक रोज़ क़लम थम जायेगी
ना दिल से सियाही निकलेगी ना सांस मुझे लिख पायेगी
जिस रोज़ नये लब गाएंगे जिस रोज़ मैं चुप हो जाऊंगा
इक चाँद फ़लक से उतरेगा इक रूह फ़लक तक जायेगी
फिर नये नये अफ़सानों में कुछ नये नये चहरे होंगे
फिर नये नये किरदारों के किरदार नये गहरे होंगे
फिर कोई पिरोयेगा रिश्तों को नये नये अल्फाज़ों में
फिर कोई पुरानी रश्मों को ढालेगा नये रिवाज़ों…
ContinuePosted on April 11, 2021 at 8:00pm — 3 Comments
ज़िंदगी भी मटर के जैसी है
तह खोलो बिखरने लगती है
कितने दाने महफूज़ रहते हैं उन फलियों की आगोशी में
कुछ टेढ़े से कुछ बुचके से कुछ फुले से कुछ पिचके से
हू ब हू रिश्तों के जैसे लगते हैं
कुनबे से परिवारों से कुछ सगे या रिश्तेदारों से
पर सभी आज़ाद होना चाहते हैं कैद से
रिवायतों से बंदिशों से बागवाँ से साजिशों से
ज़िंदगी भी मटर के जैसी है
तह खोलो बिखरने लगती है
(मौलिक व अप्रकाशित)
आज़ी तमाम
Posted on April 8, 2021 at 2:00pm — 4 Comments
कोई ख़्वाब न होता आँखों में
कोई हूक न उठती सीने में
कितनी आसानी होती
या रब तन्हा जीने में
दिल जब से टूटा चाहत में
रिंद बने पैमानों के
ढलते ढलते ढल गई
सारी उम्र गुजर गई पीने में
यूँ ही सांसें लेते रहना
यूँ ही जीते रहना बस
हर दिन साल के जैसा 'गुजरा
हर इक साल महीने में
दुनिया डूबी लहरों में
हम डूबे यार सफ़ीने में
देखीं कैसी कैसी बातें
अज़ब ग़ज़ब दुनियादारी
वो कितने ना पाक…
ContinuePosted on April 8, 2021 at 11:30am
2122 1122 2112 2122
जैसे जैसे ही ग़ज़ल रूदाद ए कहानी पड़ेगी
वैसे वैसे ही सनम दिल की फज़ा धानी पड़ेगी
रश्म हर दिल को महब्बत में ये उठानी पड़ेगी
दिल जलाकर भी कसम दिल से ही निभानी पड़ेगी
ख़ुश न होकर भी ख़ुशी दिल में है दिखानी पड़ेगी
कुछ न कहकर भी रज़ा दिल की यूँ सुनानी पड़ेगी
हुस्न वालो की सुनो ना ख़ुद पे भी इतना इतराओ
लम्हा दर लम्हा महंगी तुम्हें न'दानी…
ContinuePosted on April 7, 2021 at 3:00pm — 2 Comments
आ. भाई आज़ी तमाम जी, सादर अभिवादन । मेरी गजलें आपको अच्छी लगीं यह हर्ष का विषय है । आपके इस स्नेह के लिए हार्दिक धन्यवाद।
मंच पर अपनी रचनाओं का आनन्द लेने का अवसर प्रदान करें और अन्य रचनाकारों का भी अपनी प्रतिक्रिया से उत्साहवर्धन करते रहिए ।
जनाब आज़ी साहिब,तरही मुशाइर: में शामिल सभी ग़ज़लों पर लाइव ही तफ़सील से गुफ़्तगू होती है, शिर्कत फ़रमाएँ, और कोई उलझन हो तो मुझसे 09753845522 पर बात कर सकते हैं ।
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