For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

आदरणीय साथियो,

श्री रवि यादव जी "रेडियो हरियाणा" के माध्यम से गत कई महीनों से प्रतिदिन 2 रचनाकारों की हिंदी लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देकर विश्व के कोने कोने में पहुंचा रहे हैं. इस पहल और प्रयास की समूचे लघुकथा जगत में भरपूर प्रशंसा हो रही है. उनके इस योगदान को मद्दे-नज़र रखते हुए प्रतिष्ठित साहित्यिक वेबसाईट “ओपनबुक्स ऑनलाइन डॉट कॉम” (ओ.बी.ओ) ने श्री रवि यादव जी को सम्मानित करने का निर्णय लिया है.

हमारी प्रबंधन समिति ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर श्री रवि यादव को “ओ.बी.ओ लघुकथा हितैषी” सम्मान से अलंकृत करने का निर्णय लिया है. इस के अंतर्गत एक स्मृति-चिन्ह, एक दोशाला व 5100 रूपये की नकद राशि प्रदान की जाएगी. यह सम्मान दिनांक 7 जनवरी 2018 को विश्व पुस्तक मेले में प्रतिष्ठित “दिशा प्रकाशन” के मंच से प्रदान किया जाएगा जिस हेतु आ० मधुदीप जी ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है.

सादर 
योगराज प्रभाकर 
(प्रधान सम्पादक)

Views: 1897

Reply to This

Replies to This Discussion

अरे वाह!यह तो बहुत अच्छी बात है। साधुवाद इस सोच के लिए। आ रवि यादव जी के कार्य को प्रणाम। ओ बी ओ जिंदाबाद।

जनाब योगराज प्रभाकर साहिब आदाब,रेडियो के माध्यम से जनाब रवि यादव साहिब लघुकथा विधा का जो प्रचार कर रहे हैं,उनका ये अमल वाक़ई क़ाबिल-ए-सताइश है, और आपने उन्हें जो लघुकथाहितैषी सम्मान से नवाज़ने के लिए फैसला किया है वो भी क़ाबिल-ए-मुबारकबाद है, हमारी तरफ़ से भी जनाब रवि यादव साहिब को बहुत बहुत मुबारकबाद पेश कीजियेगा, ओबीओ ज़िंदाबाद ।

मेंरी और से भी जनाब रवि यादव साहिब को साहित्य सेवा के लिए मिलने वाले सम्मान की हार्दिक हार्दिक बधाइयाँ,,

 लघुकथा को समझना, उसके पात्रों, तथ्य, कथ्य और मुख्य संदेश को समझते हुए तदनुसार  बेहतरीन ध्वनि-मुद्रण/ध्वन्यांकन करना ... यह  सब रेडियो बोल हरियाणा के  कार्यक्रम में मैंने पाया है। सुबह 8-30 बजे और रात्रि 9 बजे बोल हरियाणा नामक एप पर जितनी भी लघुकथाएं मैं अब तक आदरणीय रवि यादव जी की बेहतरीन आवाज़ में सुन सका हूं, उनसे मैं न केवल संतुष्ट और प्रभावित हूं, बल्कि रेडियो उद्घोषक होने के नाते उनकी कला से लाभान्वित भी हुआ हूं। लघुकथा सेवा में आपको सम्मानित मंच ओबीओ द्वारा दिए जा रहे इस सम्मान के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत मुबारकबाद और शुभकामनाएं आदरणीय रवि यादव जी।

ओ बी ओ प्रबंधन समिति द्वारा आदरणीय रवि यादव जी को "ओ बी ओ लघुकथा हितैषी सम्मान" से अलंकृत किये जाने के सराहनीय एवम अभूतपूर्व निर्णय का हार्दिक स्वागत है।ओ बी ओ प्रबंधन समिति को इस ऐतिहासिक क़दम के लिये हार्दिक बधाई।

वे बहुत अच्छा कार्य कर रहे है ।ओ बी ओ का फैसला स्वागत योग्य है आद० रवि यादव जी को बधाईयां व शुभकामनायें ।

आ. रवि यादव जी को हार्दिक बधाई ,साथ ही ओबीओ की समस्त प्रबंधन समूह को इस उत्कृष्ट कदम के लिए हार्दिक बधाई 

आ. रवि यादव जी निश्चित ही लघुकथा के क्षेत्र में प्रशंसनीय कार्य कर रहे हैं. मेरी तरफ़ से भी उन्हें ढेर सारी बधाई एवं शुभकामनाएँ. प्रबंधन समिति का यह निर्णय भी प्रशंसनीय एवं स्वागतयोग्य है. इस हेतु उन्हें भी हार्दिक बधाई. ओबीओ ज़िन्दाबाद!

आदरणीय रवि यादव जी को साहित्य सेवा के लिए मिलने वाले सम्मान की हार्दिक बधाई ।

रवि यादव जी के सम्मान की खबर से प्रसन्नता हुई । उनके कार्यो से उत्साहित होने का अवसर लघुकथा लेखकों को मिलेगा और जो नव लघुकथाकार हैं उन्हें अपनी रचनाओं में निखार लाने के लिए प्रयत्नशील होना होगा। ऐसे का सम्मान करके ओबीओ परिवार अपने को सम्मानित महसूस करता है। अनेकशः बधाईयां।

आदरणीय रवि यादवजी को बहुत बहुत बधाई

ओ बी ओ मंच द्वारा आदरणीय रवि यादव जी को इस सम्मान से सम्मानित करना एक उत्कृष्ट कदम है। इस सम्मान के लिए आदरणीय रवि यादव जी को मेरी तरफ से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय सौरभ सर, क्या ही खूब दोहे हैं। विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय "
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . शृंगार

दोहा पंचक. . . . शृंगारबात हुई कुछ इस तरह,  उनसे मेरी यार ।सिरहाने खामोशियाँ, टूटी सौ- सौ बार…See More
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन।प्रदत्त विषय पर सुन्दर प्रस्तुति हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"बीते तो फिर बीत कर, पल छिन हुए अतीत जो है अपने बीच का, वह जायेगा बीत जीवन की गति बावरी, अकसर दिखी…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे,  ओ यारा, ओ भी क्या दिन थे। ख़बर भोर की घड़ियों से भी पहले मुर्गा…"
yesterday
Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आदरणीय गिरिराज जी एक अच्छी गजल आपने पेश की है इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई आदरणीय मिथिलेश जी ने…"
yesterday
Ravi Shukla commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय मिथिलेश जी सबसे पहले तो इस उम्दा गजल के लिए आपको मैं शेर दर शेरों बधाई देता हूं आदरणीय सौरभ…"
yesterday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service