For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

सुझाव एवं शिकायत

Information

सुझाव एवं शिकायत

Open Books से सम्बंधित किसी प्रकार का सुझाव या शिकायत यहाँ लिख सकते है , आप के सुझाव और शिकायत पर Team Admin जरूर विचार करेगी .....

Location: All world
Members: 111
Latest Activity: Oct 11, 2024

Discussion Forum

प्रशनोत्तर 1 Reply

महोदय, विधाता लिखकर सेव एस ड्राफ्ट पर क्लिक करके सेव करते हैं तो इसे द्वारा देखने के लिए किस जगह मिलेगी, यह किस जगह सेव होती हैं. कृपया करके बताईयेगा. बबीता गुप्ता Continue

Tags: प्रशनोततर

Started by babitagupta. Last reply by योगराज प्रभाकर Apr 30, 2018.

एडमिन के लिए 5 Replies

O.B.O एक अच्छा मंच  है अपनी रचनाओं को प्रदर्शित करने के लिए किन्तु किसी भी रचना में कोई keyword  ना होने से रचनायें केवल इसी मंच तक सीमित हैं। और मंच से तो कहने को तीन हजार  से अधिक सदस्य हैं किंतु लगभग कुछ ही  लोग नियमित हैं बाकी तो दिखने की भीड़ हैंContinue

Started by रोहित डोबरियाल "मल्हार". Last reply by Samar kabeer Apr 5, 2018.

Response to Discussions 4 Replies

Dear friends:As many of us have noticed, usually there is not much response to the discussions at various Groups. This is true with English poems, as well, and one feels like a loner walking at night in the darkness in a big city with no street…Continue

Started by vijay nikore. Last reply by KALPANA BHATT ('रौनक़') Oct 13, 2017.

ग़ज़ल प्रकाशित नही होने के सम्बन्ध में 1 Reply

महोदय मैंने अभी अपनी एक ग़ज़ल को तीन बार पोस्ट किया परंतु प्रकाशित नही की गयीं है 3 दिन बीत गए । यदि कोई समस्या हो तो बताने का कष्ट करें ।

Started by Naveen Mani Tripathi. Last reply by योगराज प्रभाकर Oct 17, 2016.

ओबीओ का रंग 1 Reply

आदरणीय प्रधान  सम्पादक  जी ,                            नमस्कारमेरा  मानना है  कि हमारा  ओबीओ मंच साहित्य के  विविध  रंगों से  सरोबार  है। इसको  इतना फीका , उदास -सा  रंग यानी  रंगहीन-सा  बिलकुल नहीं  होना  चाहिए। मेंबर  होने  के  नाते ये  सिर्फ…Continue

Started by kanta roy. Last reply by Er. Ganesh Jee "Bagi" Jun 8, 2016.

कोई प्रदीप नील को बताएगा क्या ? 1 Reply

आदरणीय OBO टीम के वरिष्ठ सदस्य्गण ,मैं समझता हूँ कि यह उचित मंच है जहाँ मानकों के  आधार पर किसी चुटकुले को  लघुकथा , या लघुकथा को  चुटकुला घोषित किया जाता है।  अभी लघुकथा महा उत्सव ख़त्म हुआ है ,  थके होंगे तथा वहां शामिल रचनाओं के संकलन में व्यस्त…Continue

Started by प्रदीप नील वसिष्ठ. Last reply by योगराज प्रभाकर Dec 2, 2015.

थोड़ी हैरान हूं । 2 Replies

आदरणीय वरिष्ठ जन,सादर नमस्कार, मुझे शिकायत नहीं हैरानी है कि रचनाओं को जितने पाठक मिल रहे है उसकी तुलना में आधी मात्रा में भी प्रतिक्रिया नहीं मिलती।जबकि इस ग्रुप में काफ़ी सदस्य है । तो थोड़ी हताशा होती है । यूं लगता है जैसे लिखना व्यर्थ गया । सादर…Continue

Started by Rahila. Last reply by Sheikh Shahzad Usmani Nov 10, 2015.

छंद विधान के साथ संबंधित छंद का मानक/आदर्श वाचन का आडियो भी दिया जाये 1 Reply

एक निवेदनभरतीय छंद विधा में विभिन्न छंदों के मात्रिकता आंतरिक संरचना पर जानकारी उपलब्ध है । जिसके आधार पर मैं रचनाकर्म का अभ्यास करता हूॅ किंतु मुझे बार बार गेयता पर ध्यान देने का सुझाव दिया जाता है जो स्वागतेय  है इस परिप्रेक्ष्य में एक आग्रह है…Continue

Started by रमेश कुमार चौहान. Last reply by Prakash Chandra Baranwal Oct 6, 2015.

List of latest postings in various GroupsI 1 Reply

Just like OBO posts a list of the latest blogs on the right side of the screen, I suggest that OBO also post a list of latest additions to the various groups. This will serve the same significance as is presently offered to the 'blog posts'.…Continue

Started by vijay nikore. Last reply by Saurabh Pandey Jul 23, 2015.

क्या यह मेरा भ्रम है ? 17 Replies

व्यक्तिगत जीवन की व्यस्तताओं व विवशताओं के कारण पूर्व की भाँति न तो लिख पा रहा हूँ और न ही प्रतिक्रिया ही प्रकट कर पा रहा हूँ किन्तु ओबीओ पर पोस्ट रचनायें प्रतिदिन नियमित तौर पर पढ़ रहा हूँ. हाँ ! मासिक आयोजनों में सक्रिय रहने की यथा शक्ति कोशिश…Continue

Tags: है, ?, भ्रम, मेरा, यह

Started by अरुण कुमार निगम. Last reply by मिथिलेश वामनकर Jul 2, 2015.

Comment Wall

Comment

You need to be a member of सुझाव एवं शिकायत to add comments!


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on March 2, 2013 at 11:02pm

भाई बृजेशजी, भारतीय छंद विधान नामक समूह में यदि आप जायेंगे तो वहाँ आपको कई पोस्ट यथा -

हिन्दी छन्द परिचय, गण, मात्रा गणना, छन्द भेद तथा उपभेद - (भाग १)

हिन्दी छन्द परिचय, गण, मात्रा गणना, छन्द भेद तथा उपभेद - (भाग 2)

मिलेंगे जिनके माध्यम से आपको आवश्यक जानकारी मिलेगी.

आप उन्हें पढ़े और तदनुरूप प्रयास करें. 

सर्वोपरि, आप पहले व्यक्ति नहीं हैं जिन्हें इस क्षेत्र के विधानों की आधारभूत जानकारियाँ लेनी है. ओबीओ के एकाध वरिष्ठ सदस्यों को छोड़ दे जाय तो लगभग सभी सदस्यों ने यहीं, इसी पटल पर परस्पर सीखने-सिखाने के क्रम में आधारभूत जानकारियाँ प्राप्त की हैं.खाकसार भी इसी मंच पर काव्य की कतिपय विधाएँ सीख रहा है. और सीखने यह प्रयास अनवरत है.

शुभ-शुभ

Comment by बृजेश नीरज on March 2, 2013 at 10:21pm

आदरणीय प्रबंधन मंडल के सदस्यगण!

आपके इस साइट पर जो कक्षाएं चल रही हैं उनका मैं सदस्य बना हूं। उन कक्षाओं में उल्लिखित जानकारी के आधार पर मैंने कुछ नया लिखने का प्रयास किया लेकिन उससे संतुष्ट न होते हुए मेरे मन में जिज्ञासा हुई कि मेरे द्वारा लिखा गया नियमानुकूल है अथवा नहीं इसलिए मैंने अपना एक दोहा और एक चैपाई छंद उन कक्षाओं के संचालकों के मार्गदर्शन हेतु पोस्ट किए थे। मेरे विचार से यह आपत्ति का विषय नहीं होना चाहिए। यदि कक्षा संचालित है तो प्रथम लेखन पर मार्गदर्शन आवश्यक है।

छंद के क्षेत्र में मात्रा गणना को सीखने के लिए कुछ दो एक लाइनें लिखकर उन्हें जांचा जाए तो ही बात बनती है। एक पूरी रचना लिखना और फिर उसका नियमानुकूल न होना रचनाकार को न केवल कष्ट देता है वरन हतोत्साहित भी करता है।

अपने पेज पर ऐसी कोई स्तरहीन रचना पोस्ट कर देना भी रचनाकार के स्तर में गिरावट प्रदर्शित करता है और उसकी महत्ता को कमतर करता है इसलिए ऐसे प्रयासों पर चर्चा के लिए किसी रचना को पोस्ट करना आवश्यक न होकर यदि कक्षा में चर्चा कर ली जाए तो उचित होगा।

 एक दूजे की न सुनते = १४ मात्राएँ, १३ होनी चाहिए."

आखिर 14 मात्रायें कैसे हैं यह मुझे कैसे स्पष्ट होगा?

यदि सीखने सिखाने की प्रक्रिया यहां संचालित है तो मेरा अनुरोध है कि मात्रा गणना और बहर के लिए अलग कक्षा की आवश्यकता है जिसमें विस्तृत चर्चा के साथ ही नए रचनाकारों द्वारा रचित रचनाओं पर वांछित मार्गदर्शन भी दिया जाए। इसके बिना बात बनेगी नहीं।

आशा है आप मेरे अनुरोध पर विचार करेंगे और त्रुटियों को क्षमा करेंगे।

सादर!

Comment by बृजेश नीरज on March 1, 2013 at 11:13pm

सुझाव पर विचार करने के लिए आभार!

Comment by Abhinav Arun on March 1, 2013 at 9:53pm

बहुत आभार श्री गणेश जी ! बटन से ये तो हो जाएगा की कमेन्ट पढ़ा - देखा एवं सराहा गया । तो आसानी हो जायेगी । कई बार अधिक लोड या शाम के समय नेट ट्राफिक के कारण कई बार पेज जम्प करने लगता और कुछ लोड नहीं हो पाता ऐसे में बटन हो सकता है काम करे । 


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on March 1, 2013 at 9:36pm

आदरणीय भाई अभिनव जी और बृजेश जी, जैसा कि आप जानते ही होंगे कि ओ बी ओ का वेब डिजाईन USA द्वारा किया गया है,वर्तमान व्यवस्था में अभी दोनों बातें संभव नहीं है, किन्तु आप दोनों का सुझाव बढ़िया है इसे टेक्निकल टीम को भेजा दिया जायेगा ।

Comment by Abhinav Arun on February 26, 2013 at 10:39am

आदरणीय ! यदि कमेन्ट में भी like करने का बटन हो सके तो .....

Comment by बृजेश नीरज on February 25, 2013 at 6:40pm

आदरणीय

मेरा एक अनुरोध है कि जिस तरह अन्य जगह टिप्पणी का प्रत्युत्तर देने के लिए विकल्प टिप्पणी के नीचे दिया जाता है उसी तरह रचना के नीचे टिप्पणी का प्रत्युत्तर देने का विकल्प प्रदान करने का कष्ट करें। वर्तमान व्यवस्था में किसी टिप्पणी का प्रत्युत्तर टिप्पणी के रूप में पोस्ट होता है जिससे बात बनती नहीं !

Comment by Admin on February 8, 2013 at 9:28am

रिषभ शुक्ल जी , मैसेज के साथ आपको एक ओ बी ओ नियम सम्बंधित एक लिंक भी दिया गया था , संभवतः आप नियमों को अभी तक नहीं पढ़ सके हैं, आपकी रचना यहाँ प्रकाशित होने के लिए अंतर्जाल / इन्टरनेट पर किसी ब्लागस्पाट सहित किसी भी साईट पर प्रकाशित नहीं होनी चाहिए ।

पुनः लिंक देखें ...

http://openbooksonline.com/page/5170231:Page:12658

Comment by rishabh shukla on February 8, 2013 at 9:07am

sir mai ek shakuntala namak kavita post kiya tha . lekin apne use ye kahakar unproved kar diya ki ye kavita pahale hi publish ho chuki hai . lekin maine to kabhi apani rachana yaha post nahi ki ho sakata hai ki sirph kavita ka shirsak dusari kavita se milata ho . Please is bat par gaur kijiyega.

dhanyavad

Comment by Admin on November 29, 2012 at 1:28pm

दिनांक 27 अगस्त -12 को घोषित "चित्र से काव्य तक" प्रतियोगिता अंक 17 के द्वितीय विजेता का पुरस्कार (प्रमाण पत्र और पुरस्कार राशि का चेक) श्री कुमार गौरव अजितेंदु जी को हाथों हाथ दिनांक 8 अक्तूबर - 12 को उपलब्ध करा दिया गया ।  

 
 
 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"दोहे*******तन झुलसे नित ताप से, साँस हुई बेहाल।सूर्य घूमता फिर  रहा,  नभ में जैसे…"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"सभी को सादर अभिवादन।"
1 hour ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"जय-जय"
5 hours ago
Admin replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"स्वागतम"
5 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"ऐसे ऐसे शेर नूर ने इस नग़मे में कह डाले सच कहता हूँ पढ़ने वाला सच ही पगला जाएगा :)) बेहद खूबसूरत…"
14 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय posted a blog post

ग़ज़ल (हर रोज़ नया चेहरा अपने, चेहरे पे बशर चिपकाता है)

हर रोज़ नया चेहरा अपने, चेहरे पे बशर चिपकाता है पहचान छुपा के जीता है, पहचान में फिर भी आता हैदिल…See More
21 hours ago
Nilesh Shevgaonkar posted a blog post

ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा

.ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा, मुझ को बुनने वाला बुनकर ख़ुद ही पगला जाएगा. . इश्क़ के…See More
21 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - वो कहे कर के इशारा, सब ग़लत ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय रवि भाई ग़ज़ल पर उपस्थित हो  कर  उत्साह वर्धन करने के लिए आपका हार्दिक आभार "
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - वो कहे कर के इशारा, सब ग़लत ( गिरिराज भंडारी )
"आ. नीलेश भाई , ग़ज़ल पर उपस्थिति  और  सराहना के लिए  आपका आभार  ये समंदर ठीक है,…"
yesterday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - गुनाह कर के भी उतरा नहीं ख़ुमार मेरा
"शुक्रिया आ. रवि सर "
yesterday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - आँखों की बीनाई जैसा
"धन्यवाद आ. रवि शुक्ला जी. //हालांकि चेहरा पुरवाई जैसा मे ंअहसास को मूर्त रूप से…"
yesterday
Ravi Shukla commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - गुनाह कर के भी उतरा नहीं ख़ुमार मेरा
"वाह वाह आदरणीय नीलेश जी पहली ही गेंद सीमारेखा के पार करने पर बल्लेबाज को शाबाशी मिलती है मतले से…"
yesterday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service