For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

seema agrawal
  • Female
Share on Facebook MySpace

Seema agrawal's Friends

  • seemahari sharma
  • vinay tiwari
  • Alok Mittal
  • शिज्जु "शकूर"
  • Priyanka singh
  • यशोदा दिग्विजय अग्रवाल
  • केवल प्रसाद 'सत्यम'
  • बृजेश नीरज
  • वेदिका
  • Aarti Sharma
  • rajneesh sachan
  • Rohit Rusia
  • vijay nikore
  • आशीष नैथानी 'सलिल'
  • SUMAN MISHRA
 

seema agrawal's Page

Profile Information

Gender
Female
City State
korba, chhattisgarh
Native Place
kanpur
Profession
housewife

Seema agrawal's Blog

नवगीत (सीमा अग्रवाल)

आवश्यकता नहीं ‘खबर’ अब

है मनोरंजन

 

ओढ़ चुनरिया गाँव गाँव

कूल्हे  मटकाती

चिंता चिंतन  झोंक  भाड़ में

मन  बहलाती

 

शर्त मगर

नाचेगी बैरन

बस तब तक ही

पैरों पर जब तक सिक्कों की 

है खन खन खन

 

कुशल  अदाकारों  के 

जैसी रंग  बदलती

मौसम  जैसा हो वैसे  ही

रोती  हँसती

 

धता बताती घोषित कर

कठहुज्जत जिसको

निमिष मात्रा मे ही

करती उसका…

Continue

Posted on May 1, 2015 at 8:00pm — 9 Comments

नवगीत

कोहरे के कागज़ पर

किरणों के गीत लिखें

आओ ना मीत लिखें

सहमी सहमी कलियाँ

सहमी सहमी शाखें

सहमें पत्तों की हैं

सहमी सहमी आँखें

सिहराते झोंकों के

मुरझाए

मौसम पर

फूलों की रीत लिखें

आओ ना मीत लिखें 

रातों के ढर्रों में

नीयत है चोरों की

खीसें में दौलत है

सांझों की भोरों की

छलिया अँधियारो से

घबराए,

नीड़ों पर

जुगनू की जीत लिखें

आओ ना मीत…

Continue

Posted on December 13, 2014 at 9:30pm — 14 Comments

खुशबू ............

"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 29 में प्रस्तुत गीत का सस्वर गायन ..........सीमा …

Continue

Posted on April 4, 2013 at 5:00pm — 8 Comments

मनहरण घनाक्षरी /होली

होली के शुभ कामनाओं और बधाई सहित 

रंग की उमंग में है या है भंग की....... तरंग,

मौसम की चाल में है लहरें...........गज़ब की…

Continue

Posted on March 22, 2013 at 7:46pm — 11 Comments

Comment Wall (11 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 11:26pm on August 11, 2013, mrs manjari pandey said…

  धन्यवाद सीमा जी

At 5:18pm on May 4, 2013, यशोदा दिग्विजय अग्रवाल said…

शुभ संध्या सीमा दीदी
आभार
उपासना दीदी की कलम की कृति
औरतें होती है
नदिया सी
तरल पदार्थ की
तरह जन्म से ही
हर सांचे में रम
जाती है ...

सादर

At 5:12pm on April 5, 2013, vijayashree said…

सीमाजी      मंद मंद  मुस्कान ..............

                मधुर आपका गान .............

                नमन आपकी लेखनी को.......

                रहे यूँ ही आपकी शान ..........

 

At 11:52pm on February 22, 2013, बृजेश नीरज said…

आपने मुझे मित्रता योग्य समझा इसके लिए आपका आभार!

At 11:43pm on February 22, 2013, Rohit Rusia said…

सीमा जी, बहुत धन्यवाद और आभार आपका.......इस समूह से मुझे जोड़ने हेतु

At 7:55am on January 6, 2013, Abhinav Arun said…


आदरणीय सीमा जी बहुत बहुत आभार आपका उत्साहवर्धन के हेतु !!

At 1:17pm on January 2, 2013, लक्ष्मण रामानुज लडीवाला said…

हम सभी बीते वर्ष की  भूल सुधार कर नव वर्ष 2013 में उत्तरोत्तर चहुँमुखी विकास 
के नए आयाम स्थापित करे आपस में स्नेह बनाए रखे यही मंगल कामनाए करते है ।
आप सभी को सपरिवार मंगलमय हार्दिक शुभकामनाएँ 
नववर्ष पर शुभ कामनाएँ, सब को स्वीकार हो
आपस में सभी  स्नेह करे, सहयोग सदभाव हो
देश और समाज विकास में,हम सब भागिदार हो
ऐसी सद बुद्धि वरदान दे, याचना माँ शारदे  । 
 
 
 
At 4:07pm on December 8, 2012, Rohit Rusia said…

धन्यवाद सीमा जी....इस समूह से मेरा परिचय करवाने के लिए...

At 8:44pm on August 31, 2012, विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी said…
आदरणीया सीमा दी!हमारे गुरु श्री सौरभ जी का तो अता-पता नहीं है,आदरणीय अम्बरीष जी से किया गया निवेदन भी बेकार ही जा रहा है।अब इस गीत की कमी को कैसे दूर किया जाये आप ही बताने की कृपा करें।
At 1:04am on August 7, 2012, Er. Ambarish Srivastava said…

आपके अपने ओबीओ परिवार में आपका स्वागत है !

 
 
 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post लौटा सफ़र से आज ही, अपना ज़मीर है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए आभार। विलम्ब से उत्तर के लिए…"
2 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा दशम्. . . . . गुरु
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। अच्छे दोहे हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
3 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on धर्मेन्द्र कुमार सिंह's blog post देश की बदक़िस्मती थी चार व्यापारी मिले (ग़ज़ल)
"आ. भाई धर्मेंद्र जी, सादर अभिवादन। सुंदर गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
3 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-183
"आयोजन की सफलता हेतु सभी को बधाई।"
10 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-183
"मेरे कहे को मान देने के लिए हार्दिक आभार। वैसे यह टिप्पणी गलत जगह हो गई है। सादर"
10 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-183
"मेरे कहे को मान देने के लिए हार्दिक आभार।"
10 hours ago
धर्मेन्द्र कुमार सिंह posted a blog post

देश की बदक़िस्मती थी चार व्यापारी मिले (ग़ज़ल)

बह्र : 2122 2122 2122 212 देश की बदक़िस्मती थी चार व्यापारी मिलेझूठ, नफ़रत, छल-कपट से जैसे गद्दारी…See More
12 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-183
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद सुख़न नवाज़ी और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से…"
12 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-183
"आपने अन्यथा आरोपित संवादों का सार्थक संज्ञान लिया, आदरणीय तिलकराज भाईजी, यह उचित है.   मैं ही…"
13 hours ago
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-183
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी बहुत शुक्रिया आपका बहुत बेहतर इस्लाह"
14 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-183
"आदरणीय अमीरुद्दीन अमीर बागपतवी जी, आपने बहुत शानदार ग़ज़ल कही है। शेर दर शेर दाद ओ मुबारकबाद कुबूल…"
14 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-183
"आदरणीय जयहिंद जी, अपनी समझ अनुसार मिसरे कुछ यूं किए जा सकते हैं। दिल्लगी के मात्राभार पर शंका है।…"
15 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service