जीवन संगिनी
हार हार का टूट चुका जब
तुमसे ही आश बाँधी है
मैं नहीं तो तुम सही
समर्थ जीवन की ठानी है||
मजबूर नहीं मगरूर नहीं मैं
मोह माया में चूर नहीं मैं
साथ तुम्हारा मिल जाए तो
लक्ष्य से भी दूर नहीं मैं ||
सुख दुःख की घटना तो
जीवन में घटती रहती है
छोटी छोटी नोक झोंक भी
हर रिश्ते में होती है
छोड़ न देना साथ निभाना
तुमसे, प्रेम की डोर जो बाँधी है||
गलत किये थे कुछ निर्णय
ये बात भी स्वीकारी है
मैं गलत और तुम सही
गलती मैंने मानी है
मझधार में फसीं जिंदगी की
नैया पार लगानी है||
जीवन संगिनी बनकर,
मेरी जिंदगी, सँवारी है
घर नहीं मेरे दिल में रहना
बस ख़्वाहिश ये हमारी है
मैं नहीं तो तुम सही
समर्थ जीवन की ठानी है||
उदार शासक एक वीर योद्धा
कला-प्रतिभा का संरक्षक जिसे कहा
गुप्त वंश एक महान योद्धा, जिसे भारत का नेपोलियन सबने कहा।।
चंद्रगुप्त प्रथम का राजदुलारा
कुमारदेवी का पुत्र रहा
विनयशील जो मृदुलवाणी का, प्रखर बुद्धि का स्वामी हुआ।।
उत्तराधिकारी का प्रबल दावेदार
पराजित अग्रज काछा भी उससे हुआ
विजय अभियान की ख़ातिर जाना जाता, अजय-अभय एक योद्धा रहा।।
गृह कलह को शांत है…
ContinuePosted on March 1, 2024 at 4:30pm
राजपूत राजाओं को संगठित करता
एक मेवाड़ का अद्भुत शासक था
थर-थर कांपते शत्रु जिससे, वह संग्राम सिंह महाराजा था॥
वीरता-उदारता का समावेश था जिसमें
सिसोदिया वंश का गौरव था
विस्तार किया जो साम्राज्य का, हिंद देश का रक्षक था॥
सौ लड़ाइयाँ लड़ी थी जिसने
खो आँख-हाथ-पैर को बैठा था
एक छत्र के नीचे लाया राजपूतों को, शक्तिशाली ऐसा उत्तर भारत का राजा था॥
सतलुज से लेकर नर्मदा…
ContinuePosted on January 23, 2024 at 2:54pm
जिसे कहते भारत का गौरव
आज उस सम्राट की गाथा कहता हूँ
स्वर्णभूमि जो सुख-समृद्धि की, महिमा उस अमरावती की गाता हूँ॥
विश्व का केंद्र जो विश्व की धुरी थी
जिसे उज्जयिनी नगरी कहता हूँ
कीर्ति सौरभ जिसका चहुँ ओर था फैला, उसे महाकाल से रक्षित पाता हूँ॥
स्वर्ण-रजत मोती-माणिक की न कमी जहाँ पर
धन-धान्य से राजकोष को भरा मैं पाता हूँ
सच्चे परितोष थे नगर के जो, उन्हें संज्ञा नवरत्न से सुशोभित पाता…
ContinuePosted on January 15, 2024 at 10:00am
हरा-केसरिया, श्वेत रंग का, तिरंगा झड़ा कहलाता है
हरियाली-साहस, सत्य दर्शाता
प्रतीक-एकता, अखंडता का बन जाता है॥
राम-कृष्ण-बुध जन्मे जहाँ पर, मन उस पवित्र भूमि को शीश नवाता है
आन-बान-शान भारत देश की
हर भारतीय की जान कहलाता है॥
सभी भाषाओं की जन्मधात्री, संस्कृत, जो सबसे पुरानी भाषा है
विभिन्न उत्कृष्ट संस्कार-संस्कृति की पवित्र…
ContinuePosted on December 21, 2023 at 11:51am
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