For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग-1)

साथियों,
"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग -1) अत्यधिक डाटा दबाव के कारण पृष्ठ जम्प आदि की शिकायत प्राप्त हो रही है जिसके कारण "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग -2) तैयार किया गया है, अनुरोध है कि कृपया भाग -1 में केवल टिप्पणियों को पोस्ट करें एवं अपनी ग़ज़ल भाग -2 में पोस्ट करें.....

कृपया मुशायरे सम्बंधित अधिक जानकारी एवं मुशायरा भाग 2 में प्रवेश हेतु नीचे दी गयी लिंक क्लिक करें 

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-100 (भाग -2)

Views: 25207

Replies are closed for this discussion.

Replies to This Discussion

जनाब नुनव्वर अली ताज साहिब,

अच्छे अश्आर निकाले आपने, मुबारकबाद आपको,,

मुहतरम अफरोज़  सहर साहिब

मुबारकबाद के लिए तहे दिल से शुक्रिया

शुक्र करना  भी आएगा  मुझको 

" सब्र करना तो आ गया है मुझे वाह! वाह!! बहुत ही उम्दा ग़ज़ल का मक्ता ।

                    शे'र दर शे'र दाद के साथ दिली मुबारकबाद आदरणीय मुनव्वर अली ताज साहब । आली जनाब मोहतरम समर कबीर साहब की इस्लाह का संज्ञान लें

मोहतरम जनाब मुनव्वर अली ताज साहिब, मुशायरे में सहभागिता और इस ग़ज़ल के लिए मुबारकबाद आपको

आ. मुनव्वर अली ताज साहब,

उम्दा ग़ज़ल हुई है ..बहुत बहुत   बधाई .

चौथे शेर में तक़ाबुल-ए-रदीफ़ की सूरत बन रही है ..
उसकी बदलाव में भी अटपटापन है, देखिएगा..
सादर 

अच्छी ग़ज़ल है आदरणीय मुनव्वर अली 'ताज' साहिब। मेरी तरफ़ से भी हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए। वैसे आपने सच कहा है, हुस्न अक्सर सबको चूना लगा जाता है... हा हा हा... सादर।

मुहतरम जनाब मुनव्वर अली ताज साहिब आदाब ,

बहतरीन अशआर से सजी ग़ज़ल के लिए बहुत बहुत मुबारक बाद और दाद हाज़िर कर रहा हूं

क्या कहने हैं मोहतरम मुनव्वर अली ताज साहिब। बहुत उम्दा ग़ज़ल हुई है। सभी अशआर मानीखेज़ हुए हैं, अलबत्ता तीसरे शेअर में "कच्चा चबा गया है" और नौवें में "हुस्न  चूना लगा गया" बदमज़गी पैदा कर रहा हैं। बहरहाल दाद के साथ साथ मेरी दिली मुबारकबाद भी स्वीकार करें। 

मुनव्वर साहब की ग़ज़ल मुझे नहीं दिख पा रही है। सुरख़ाब साहब के बाद सीधे यही पेज आ रहा है।

आदरणीय मुनव्वर अली ताज साहब, आपकी ग़ज़ल के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाइयाँ

शुभ-शुभ

आद० मुनव्वर अली जी बहुत अच्छी ग़ज़ल हुई है शेर दर शेर मुबारकबाद लीजिये 

आदरणीय मुनव्वर साहब, मुहावरों का बहुत अच्छा इस्तेमाल किया है. उम्दा अशआर हुए हैं हार्दिक बधाई. 

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 162 in the group चित्र से काव्य तक
"मनहरण घनाक्षरी छंद ++++++++++++++++++   देवों की है कर्म भूमि, भारत है धर्म भूमि, शिक्षा अपनी…"
10 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . विविध
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय"
Tuesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post रोला छंद. . . .
"आदरणीय जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी"
Tuesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया ....
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी ।"
Tuesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . कागज
"आदरणीय जी सृजन पर आपके मार्गदर्शन का दिल से आभार । सर आपसे अनुरोध है कि जिन भरती शब्दों का आपने…"
Tuesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .यथार्थ
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी सृजन के भावों को मान देने एवं समीक्षा का दिल से आभार । मार्गदर्शन का दिल से…"
Tuesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .यथार्थ
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय"
Tuesday
Admin posted discussions
Monday
Chetan Prakash commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया ....
"बंधुवर सुशील सरना, नमस्कार! 'श्याम' के दोहराव से बचा सकता था, शेष कहूँ तो भाव-प्रकाशन की…"
Monday
Chetan Prakash commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . कागज
"बंधुवर, नमस्कार ! क्षमा करें, आप ओ बी ओ पर वरिष्ठ रचनाकार हैं, किंतु मेरी व्यक्तिगत रूप से आपसे…"
Monday
Chetan Prakash commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post लघुकविता
"बंधु, लघु कविता सूक्ष्म काव्य विवरण नहीं, सूत्र काव्य होता है, उदाहरण दूँ तो कह सकता हूँ, रचनाकार…"
Monday
Chetan Prakash commented on Dharmendra Kumar Yadav's blog post ममता का मर्म
"बंधु, नमस्कार, रचना का स्वरूप जान कर ही काव्य का मूल्यांकन , भाव-शिल्प की दृष्टिकोण से सम्भव है,…"
Monday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service