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OBO लाइव तरही मुशायरा (350)

Featured Discussions

हिंदी की 50 सर्वश्रेष्ठ कह-मुकरियाँ

हिंदी की 50 सर्वश्रेष्ठ कह-मुकरियाँ  "कह-मुकरी" एक बहुत ही पुरातन और लुप्तप्राय: काव्य विधा है! हज़रत अमीर खुसरो द्वारा विकसित इस विधा पर भ…

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"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" गोल्डन जुबली अंक (Now Closed)

परम आत्मीय स्वजन, "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" के "गोल्डन जुबली अंक" अर्थात 50 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है. इस बार का मिसरा -ए-तरह हि…

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प्रधान संपादक

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-48 में प्रस्तुत सभी रचनाएँ

(1). आ० अरुण कुमार निगम जीये प्यार मस्त नज़र के सिवा कुछ और नहींखुमार ए चढ़ती उमर के सिवा कुछ और नहीं |१|न पूछ यार मुझे प्यार किसको कहते हैंम…

Started by योगराज प्रभाकरLatest Reply

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"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-172

परम आत्मीय स्वजन, ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 172 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का मिसरा जनाब 'असअ'द' बदायूनी साहिब की ग़ज़ल से…

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97 Oct 26
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171

परम आत्मीय स्वजन, ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 171 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का मिसरा 'अमजद इस्लाम अमजद' साहिब की ग़ज़ल से ल…

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176 Sep 28
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्य…

Started by Admin

3552 Sep 14
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-170

परम आत्मीय स्वजन, ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 170 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है |  इस बार का मिसरा जनाब 'मुज़फ़्फ़र वारसी' साहिब की ग़ज़ल स…

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231 Aug 30
Reply by Abrar Ahmed

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-169

परम आत्मीय स्वजन, ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 169 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का मिसरा जनाब 'क़मर' जलालवी साहिब की ग़ज़ल से लि…

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282 Jul 28
Reply by Samar kabeer

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168

परम आत्मीय स्वजन, ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 168 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है । इस बार का मिसरा जनाब 'साहिर' लुधियानवीसाहिब की ग़ज़ल स…

Started by Admin

245 Jun 29
Reply by मिथिलेश वामनकर

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-167

परम आत्मीय स्वजन, ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 167 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है । इस बार का मिसरा जनाब 'अहमद फ़राज़' साहिब की ग़ज़ल से लिय…

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160 May 25
Reply by Richa Yadav

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166

परम आत्मीय स्वजन, ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 166 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है |  इस बार का मिसरा मिर्ज़ा'ग़ालिब' साहिब की ग़ज़ल से लिया…

Started by Admin

127 Apr 27
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165

परम आत्मीय स्वजन, ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 165 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है |  इस बार का मिसरा जनाब फ़रहत अब्बास शाह साहिब की ग़ज़ल स…

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149 Mar 30
Reply by Aazi Tamaam

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-164

परम आत्मीय स्वजन, ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 164 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का मिसरा जनाब सीमाब अकबरआबादी साहिब की ग़ज़ल से…

Started by Admin

215 Feb 25
Reply by Mahendra Kumar

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किसी के दिल में रहा पर किसी के घर में रहा (ग़ज़ल)

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२१२२-१२१२-२२/११२ और कितना बता दे टालूँ मैं क्यों न तुमको गले लगा लूँ मैं (१)छोड़ते ही नहीं ये ग़म…See More
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