इस बेहतरीन ग़ज़ल यह शेर मेरे बिशेष आकर्षण का केंद्र रहा
इस शानदार प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई ...अपनी रचना पर मैंने आपके कमेन्ट पढ़े ..सच्चाई तो ये है की कभी मुझे बहर इत्यादि की जानकारी नहीं थी ...मैं बस गुनगुनाते हुए लिखता हूँ तो लगता था सही हैं पर आप सभी . आदरणीय गणेश जी , सौरभ जी , केशरी जी जैसे बिषय ज्ञाताओं के साथ कुच्छ सीखने का मौका मिल रहा है ..ग़ज़ल की शिल्प के बिषय में अभी भी मेरी जानकारी न के बराबर है ....मैं इसमें आपकी मदद निरंतर मांगूंगा और मुझे उम्मीद है जो मुझे मिलेगी ..सादर
अरुण जी ..अपने रचना पर आपका कमेन्ट पढ़कर अच्छा लगा ..कोई कमियों की तरह ध्यान दिलाये तो प्रयास को नयी उर्जा मिलती है ..भविष्य में आपके द्वारा मुझे मेरी रचना के कमजोर पक्ष की जानकारी मिलती रहे तो मुझे बेहद ख़ुशी होगी ..हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
श्री अरुण जी माह का सक्रिय सदस्य चुने जाने पर हार्दिक बधाई !! आपकी लेखनी और साथ ही ओ बी ओ के विभिन्न आयोजनों में आपकी क्रियाशील गतिविधियाँ प्रेरक हैं !!! आप उतरोत्तर विकास करें यही शुभकामना है !!
आदरणीय अरुण शर्मा अनंत जी सादर अभिवादन, यह बताते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार में आपकी सक्रियता को देखते हुए OBO प्रबंधन ने आपको "महीने का सक्रिय सदस्य" (Active Member of the Month) घोषित किया है, बधाई स्वीकार करे | कृपया अपना पता और नाम (जिस नाम से ड्राफ्ट/चेक निर्गत होगा), बैंक खता विवरणी एडमिन ओ बी ओ को उनके इ मेल admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध करा दें | ध्यान रहे मेल उसी आई डी से भेजे जिससे ओ बी ओ सदस्यता प्राप्त की गई है |
हम सभी उम्मीद करते है कि आपका प्यार इसी तरह से पूरे OBO परिवार को सदैव मिलता रहेगा |
आपका
गणेश जी "बागी"
संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक
ओपन बुक्स ऑनलाइन
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
अरुन 'अनन्त''s Comments
Comment Wall (27 comments)
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online
Aaradhya ke janam din kee aapko hardik badhaaeeyaa aur shubhkaamnaayen. bhagwan uskee hr manokaamna ko poorn kre . jeevan men hr oonchaaee uske aage chhotee ho . manzilain uske kadam choome. puhan haaaaaaaaaaaaaaaaaaaardik badhaaee
"ठोकरें खा/2122 के मुहब्बत /2122में संभल जा/2122ऊंगा/जाऊंगी22"
to kya 2122 2122 2122 22ke aadhar par gazal baandh skte hain pleasa batayega jaroor????????????????????
सदस्य कार्यकारिणीगिरिराज भंडारी said…
आदरणीय अरुण भाई , जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनायें स्वीकार करें ॥
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें आदरणीय आपकी जय हो विजय हो !!!!!
जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनायें भाई जी!
बहुत सुन्दर ग़ज़लें कही हैं आपने...आपको हृदय से बधाई
सादर
आदरणीय अरून जी:
ओ बी ओ कार्यकारिणी टीम में शामिल होने के लिए आपको हार्दिक बधाई।
विजय निकोर
जुबां से कह नहीं पाया नज़र से तुम नहीं समझी,
बताना हो बड़ा मुश्किल कठिन उससे छुपाना हो,
इस बेहतरीन ग़ज़ल यह शेर मेरे बिशेष आकर्षण का केंद्र रहा
इस शानदार प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई ...अपनी रचना पर मैंने आपके कमेन्ट पढ़े ..सच्चाई तो ये है की कभी मुझे बहर इत्यादि की जानकारी नहीं थी ...मैं बस गुनगुनाते हुए लिखता हूँ तो लगता था सही हैं पर आप सभी . आदरणीय गणेश जी , सौरभ जी , केशरी जी जैसे बिषय ज्ञाताओं के साथ कुच्छ सीखने का मौका मिल रहा है ..ग़ज़ल की शिल्प के बिषय में अभी भी मेरी जानकारी न के बराबर है ....मैं इसमें आपकी मदद निरंतर मांगूंगा और मुझे उम्मीद है जो मुझे मिलेगी ..सादर
अरुण जी ..अपने रचना पर आपका कमेन्ट पढ़कर अच्छा लगा ..कोई कमियों की तरह ध्यान दिलाये तो प्रयास को नयी उर्जा मिलती है ..भविष्य में आपके द्वारा मुझे मेरी रचना के कमजोर पक्ष की जानकारी मिलती रहे तो मुझे बेहद ख़ुशी होगी ..हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
आभार
अभिनन्दन
Aap ka sawgat hai . sakriy sadasy chune jane par hardik badhai sweekar karen .
महीने का सक्रिय सदस्य चुने जाने पर आपको हार्दिक बधाई अरुण जी..
प्रिय अनंत जी माह के सक्रिय सदस्य चुने जाने पर बधाई ...आप की ये साहित्यिक यात्रा यों ही अनंत की तरफ अग्रसारित होती रहे शुभ कामनाएं
श्री अरुण जी माह का सक्रिय सदस्य चुने जाने पर हार्दिक बधाई !! आपकी लेखनी और साथ ही ओ बी ओ के विभिन्न आयोजनों में आपकी क्रियाशील गतिविधियाँ प्रेरक हैं !!! आप उतरोत्तर विकास करें यही शुभकामना है !!
अरुण भाई महीने का सक्रीय सदस्य चुने जाने पर आपको ढेरम ढेर बधाई
इसी तरह मंच को बल प्रदान करते रहिये ............जय हो
आपको "महीने का सक्रिय सदस्य" चुने जाने पर हार्दिक शुभकामनाएं अरुण जी....
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…
आदरणीय अरुण शर्मा अनंत जी
सादर अभिवादन,
यह बताते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार में आपकी सक्रियता को देखते हुए OBO प्रबंधन ने आपको "महीने का सक्रिय सदस्य" (Active Member of the Month) घोषित किया है, बधाई स्वीकार करे | कृपया अपना पता और नाम (जिस नाम से ड्राफ्ट/चेक निर्गत होगा), बैंक खता विवरणी एडमिन ओ बी ओ को उनके इ मेल admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध करा दें | ध्यान रहे मेल उसी आई डी से भेजे जिससे ओ बी ओ सदस्यता प्राप्त की गई है |
हम सभी उम्मीद करते है कि आपका प्यार इसी तरह से पूरे OBO परिवार को सदैव मिलता रहेगा |
आपका
गणेश जी "बागी"
संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक
ओपन बुक्स ऑनलाइन
Welcome to
Open Books Online
Sign Up
or Sign In
कृपया ध्यान दे...
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
6-Download OBO Android App Here
हिन्दी टाइप
देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...
साधन - 1
साधन - 2
Latest Blogs
तुझे पाना ही बस मेरी चाह नहीं
कुंडलिया छंद
एक ही सत्य है, "मैं"
ग़ज़ल ..और कितना बता दे टालूँ मैं...
दीप को मौन बलना है हर हाल में // --सौरभ
किसी के दिल में रहा पर किसी के घर में रहा (ग़ज़ल)
दोहा पंचक. . . करवाचौथ
ग़ज़ल
संबंध
ग़ज़ल ; पतझड़ के जैसा आलम है विरह की सी पुरवाई है
दोहा सप्तक. . . . संबंध
दोहा पंचक. . . . दरिंदगी
ग़ज़ल नूर की - तो फिर जन्नतों की कहाँ जुस्तजू हो
दोहा दसक- रोटी
दोहा पंचक. . . . विविध
दोहा सप्तक. . . . . रिश्ते
करते तभी तुरंग से, आज गधे भी होड़
दोहा दसक - गुण
ग़ज़ल (ग़ज़ल में ऐब रखता हूँ...)
दोहा दसक
Latest Activity