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Sanjay Rajendraprasad Yadav
  • Male
  • Maharashtra
  • India
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Sanjay Rajendraprasad Yadav's Page

Profile Information

Gender
Male
City State
Mumbai,Maharashtra
Native Place
Jaunpur,Uttar Pradesh
Profession
Sarvice
About me
Social workar

 

"मंजिल थी बिलकुल करीब  बस थोड़ा और साथ चलने की थी जरुरत,थोड़े  आप और चले होते थोडा मै चला होता, तो आज अपनी चाहत का एक खुबसूरत आशियाना होता.हमारे सपने जब  अपने आखिरी बुलंदियों पर थे. हमारी मंजिल कुछ फसलो की दुरी पर थी,तो आप अचानक सारे प्यार वफ़ा भुलाकर साथ छोड़ दूसरी राह पकड़ लिए,अगर आप को हमारा साथ छोड़ना ही था तो जिंदगी में इतने सारे उतार चडाव आये हमें इतनी दूर तक साथ आने तक तभी आप साथ क्यूँ नहीं छोड़ दिए.किस जन्म की सजा आप दिए मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है,मैंने अपना सब कुछ एक तुम्हारे प्यार के खातिर कुर्बान करते आया तुम्हारी हर हसरत मैंने पूरी करने की कोसिस  की,और पूरी भी की.आप ऐसी जगह पे हमारा साथ छोड़े हमें यह समझ नहीं आ रहा है की यहाँ से वापस मै क्या लेके जाऊ,अब और किस मंजिल को पाने आगे को जाऊ...........................?" 

Sanjay Rajendraprasad Yadav's Blog

होने दो.........!!!

आँखों से अश्कों को सूखने ना दीजिएगा इसे और गिरने दो
इस दर्द को और न रोको इसे और होने दो !
आखिरी मोड़ मेरे इंतज़ार में बाहें फैलाये है
उस सुकून भरी काली रात को अब आने भी दो !!

याद कभी मरेगी नहीं भले हो जाओ कितना भी दूर
ढूंढने दो जरा पता उनका थक के जब ना हो जाऊं चूर
है तुमसे बस इतनी ही दुवा करना मेरे लिए
की अपनी याद़ों को मेरे दिल से कभी जाने ना दो !!

Posted on August 11, 2012 at 4:39pm — 8 Comments

हे अभी.

हे अभी.

आपकी बहुत याद आ रही है दिल बार-बार सोच रहा है क्या करूँ .आपके बारे में तरह -तरह के ख्याल दिल में आ रहे है ! सोचता हूँ की येसा कैसे हो सकता है की जो इंसान एक दुसरे के देखे बगैर उसे कभी चैन नहीं पड़ता था,बगैर बाते किये खाने का एक निवाला नहीं लेता था आज ओ इस तरह भूला कैसे दिया ,आखिर उसका दिल भी तो भगवान् ने ही बनाया होगा !

हे अभी.

जो बीत गया ओ कल और जो आज चल रहा है ऐ तो आप अपनी ख़ुशी के खातिर अपनी सुख सुबिधाओ के लिए आप जी रहे हो ! आप ने अपने प्यार और वफा को तो आप अपने पैरो…

Continue

Posted on June 4, 2012 at 10:25am — 1 Comment

मै निराश हूँ……………….

कभी तो मेरा प्यार तुम्हे याद आयेगा ,

कभी तो तुम्हारा दिल मेरे लिए तड़पेगा ,

जैसे की आज मै तड़पता हूँ, ,

सुबह को न सही, दोपहर को न सही ,

शाम को न सही ,रात को न सही ,

अपने मिलन की कोइ घडी तो याद आएगी ?

जब कोइ तुम्हारा दिल दुखायेगा ,

तब मेरा प्यार याद आयेगा ,

कभी तो तुम्हारा दिल तड़पेगा ?

जैसे आज मै तड़पता हूँ, ,

तुम मेरे बेगैर एक पल भी नहीं रह पाते थे ,

मुझे न देखने पर बेचैन हो जाते थे ,

अब ओ प्यार कहाँ गया…

Continue

Posted on June 18, 2011 at 4:00pm — 4 Comments

ये कैसा प्यार ?????

तुमने चाहा मेरा वजूद ही मर जाए  
किन्तु तुम्हारे प्यार में मै बुत था,

मेरे प्रेम तप से अनजान बने क्यूँ. 
क्या तुम्हें मेरा विश्वास कम था...........,

तुम शौके बहार बन आए जीवन में 
मैंने भी सब कुछ नाम किया तुम्हारे
प्रीत प्याले को हाथ में देकर
तुम अमृत की जगह विष दे डाले.......  

तुम एक प्रेयसी बन के आए थे
तुम्हारी खुशबू से महक उठा मै 
नए जोश उमंग से घड़ियाँ प्रेम की बीतीं. 
ऐसा जख्म दिया साथी, ये जिंदगी है मुझसे रूठी........

Posted on April 20, 2011 at 8:00pm — 6 Comments

Comment Wall (10 comments)

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At 10:37pm on July 12, 2012, SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR said…

हार्दिक बधाई जन्म दिवस पर मित्र  संजय जी ...प्रभु आप के सारे प्यारे सपनों को साकार कर सुख शांति दे प्रगति के सोपान पर ले चले ..जय श्री राधे 

 
भ्रमर ५  .
At 6:12pm on July 12, 2011,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…
At 1:17pm on July 12, 2011, Rash Bihari Ravi said…
janam din mubarak ho
At 7:39pm on June 20, 2011, Purushottam Gupta said…

Thanks a lot.

 

Purushottam Gupta

At 11:18am on April 12, 2011, Admin said…

Mr. Sanjay wahat is this "http://sanjay21gajana"


At 11:07pm on April 4, 2011,
सदस्य टीम प्रबंधन
Rana Pratap Singh
said…
बहुत बहुत शुक्रिया| आपको भी नवसंवत्सर की ढेरों शुभकामनाएं|
At 7:53pm on March 16, 2011, वीनस केसरी said…
जनाब, जर्रानवाजी के लिए शुक्रिया
At 6:36pm on March 3, 2011,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

आदरणीय संजय राजेंद्र प्रसाद यादव जी कृपया एक बार ओपन बुक्स ऑनलाइन प्रकाशन सम्बंधित नियमों का अध्यन नीचे दिए लिंक पर जाकर कर ले, तथा उसी के अनुरूप रचनाओं को पोस्ट करने की कृपा करे |

धन्यवाद |

http://www.openbooksonline.com/page/5170231:Page:12658

At 5:29pm on January 12, 2011,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…
At 6:57pm on January 8, 2011, PREETAM TIWARY(PREET) said…
 
 
 

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