For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
ADMIN
OBO

Facebook

Views: 73649

Reply to This

Replies to This Discussion

आदरणीय समर जी, आपका आपरेशन सफल हो और आप शीघ्र स्वस्थ्य हो यही कामना है। सादर।

हार्दिक धन्यवाद भाई मिथिलेश जी ।

आज मै बहुत समय के उपरान्त ओ बी ओ पर आ सका हूँ, क्यूँ ?..यह मैं अलग से बताऊँगा। अभी तो प्रिय समर कबीर जी को सादर प्रणाम देकर कहना है कि उपरोक्त समाचार पढ़ कर चिन्ता भी हुई और राहत भी मिली ... राहत इसलिए कि समर जी, आप काफ़ी समय से आँख की इस दशा से गुज़र रहे थे, और अब मेरी उमीद बनी कि शायद इस आपरेशन से आपको सुख मिले... यही मेरी दुआ है, मेरी प्रबल दुआ है आपके लिए। आशा है कि आप आँख के अब सही होने का समाचार ३० मार्च के बाद जल्दी देंगे।
सस्नेह और सा्दर,

विजय निकोर

प्रिय भाई विजय निकोर जी आदाब, आपकी महब्बतों को सलाम, मैं भी नवम्बर माह से ही ओबीओ पर कम ही आ पाया, नवम्बर में बाईं आँख का मोतिया बिंद का ऑपरेशन हुआ, 5 मार्च को दाईं आँख का भी ऑपरेशन हो गया लेकिन ऑपरेशन के बाद भी मेरी समस्या जैसी पहले थी वही आज भी है,बल्कि एक दो समस्याएँ और पैदा हो गईं, मसलन बाईं आँख में पढ़ने लिखने से पानी आ जाता है, 26 मार्च को इंदौर जाकर तीन बड़े डॉक्टरों को दिखाया उन्होंने कई जाँचें करने के बाद बताया कि ब्लेक ग्लूकोमा और बढ़ गया है और इसका इलाज किसी के पास नहीं है, आँख में पानी आ जाने के लिए दवा दी है, जो ले रहा हूँ, इसके बावजूद अब ओबीओ पर पहले की तरह सक्रिय रहने का प्रयास रहेगा ।

शीघ्र स्वस्थ हों, आदरणीय समर साहब. 

शुभातिशुभ

बहुत शुक्रिय: भाई ।

प्रिय मित्रगण। प्रणाम और आदाब।

मैं आज बहुत ही समय के बाद ओ बी ओ पर आ पाया हूँ। नवम्बर में आचनक डाक्टरों ने समाचार दिया कि हार्ट- वाल्व की लीक mild से severe हो गई है, और कहा कि open heart surgery करनी होगी। मेरी इस आयु में ऐसी बड़ी सरजरी के लिए मेरा परिवार तैयार नहीं था। अत: नवम्बर से अभी गत सप्ताह तक बहुत टेस्ट चलते रहे.. because of increased shortness of breath, lack of stamina and energy, और इतने  टेस्ट के अन्तर्गत डाक्टरॊं को लगा कि शायद कहीं पर blood clot भी है... तो फिर उसके लिए कई और टेस्ट शूरू हो गए।  पाँच C T  Scan के बाद भी अभी तक पता नहीं चला कि यदि blood clot है तो कहाँ पर है। डाक्टर अब हर ३ माह के बाद टेस्ट दुहराते रहेंगें, यही जानने के लिए कि क्या परिवर्तन आ रहे हैं heart condition में और blood clot के chemical markers में।
२०१३ से ओ बी ओ के साथ जुड़ जाने के बाद यह पहली बार है कि मैं इतने महीनों से यहाँ न आ सका।  मुझको बहुत ही अच्छा लगा कि मैं आज यहाँ अपने प्रिय ओ बी ओ परिवार के पास पुन: आया हूँ... और आशा है कि आपकी दुआओं से मैं यहाँ आता रहूँगा।

सादर और सस्नेह।

विजय निकोर      

आपकी उपस्थिति से पटल पर जो सात्विक आनन्द का वातावरण बनेगा, उसे सोच कर ही, आदरणीय, मन पुलकित है. आप सुझावों के अनुसार स्वास्थ्य लाभ करें. यह अवश्य है कि साहित्य का सर्वसमावेशी स्वरूप तथा आध्यात्मजनित सचेतपन आपके किंचित क्लिष्ट वर्तमानकाल को सहज, सरस तथा सप्रवाह रख आपको निर्मल आनन्द से आप्लावित रखेगा. 

आप पुन: स्वस्थ और ऊर्जस्वी हो कर साहित्य-प्रयासों को निरंतर करें.

जीवेत् शरद: शतम् !

शुभातिशुभ

प्रिय भाई विजय निकोर जी आदाब, आपकी बीमारी के बारे में जानकर परेशान हूँ,और ये देख कर प्रसन्न भी हूँ कि आप आज कल ओबीओ पर पुनः सक्रिय हैं, मैं दुआ गो हूँ कि आप जल्द पूरी तरह स्वस्थ हों ।

मुहतरम समर कबीर साहिब और जनाब विजय निकोर जी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। 

अहा ! अहा !! .. अपना अद्वितीय मंच ओपन बुक्स ऑनलाइन, ओबीओ, आज बारहवें वर्ष में प्रवेश कर रहा है. 

सभी सुधी सदस्यों को हार्दिक शुभकामनाएँ एवं अशेष बधाइयाँ

शुभातिशुभ

सभी मित्रों को बधाई व शुभकामनाएँ

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-173
"स्वागतम"
2 hours ago
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-173

आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
2 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . विरह शृंगार
"आदरणीय चेतन जी सृजन के भावों को मान और सुझाव देने का दिल से आभार आदरणीय जी"
12 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . विरह शृंगार
"आदरणीय गिरिराज जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
12 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post दोहे -रिश्ता
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। दोहों पर आपकी प्रतिक्रिया से उत्साहवर्धन हुआ। स्नेह के लिए आभार।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post दोहे -रिश्ता
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। दोहों पर उपस्थिति और प्रशंसा के लिए आभार।"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post दोहे -रिश्ता
"आदरनीय लक्ष्मण भाई  , रिश्तों पर सार्थक दोहों की रचना के लिए बधाई "
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . विरह शृंगार
"आ. सुशील  भाई  , विरह पर रचे आपके दोहे अच्छे  लगे ,  रचना  के लिए आपको…"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहीं खो गयी है उड़ानों की जिद में-गजल
"आ. भाई चेतन जी सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति के लिए हार्दिक धन्यवाद।  मतले के उला के बारे में…"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहीं खो गयी है उड़ानों की जिद में-गजल
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति के लिए आभार।"
yesterday
Chetan Prakash commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . विरह शृंगार
"आ. सुशील  सरना साहब,  दोहा छंद में अच्छा विरह वर्णन किया, आपने, किन्तु  कुछ …"
yesterday
Chetan Prakash commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहीं खो गयी है उड़ानों की जिद में-गजल
"आ.आ आ. भाई लक्ष्मण धामी मुसाफिर.आपकी ग़ज़ल के मतला का ऊला, बेबह्र है, देखिएगा !"
yesterday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service