आदरणीय साथिओ,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
बड़े लोगों की छोटी हरकत, बहुत बढ़िया रचना विषय पर. कुछ नहीं कहते हुए भी सब कुछ कहती इस रचना के लिए बहुत बहुत बधाई आपको आ तेज वीर सिंघजी
हार्दिक आभार आदरणीय विनय कुमार जी।
मुहतरम जनाब तेज वीर साहिब , प्रदत्त विषय पर बड़े लोगों को सीख देती सुंदर लघुकथा हुई है मुबारकबाद क़ुबुल फरमाएं |
हार्दिक आभार आदरणीय तस्दीक अहमद खान साहब जी।
प्रदत्त विषय को परिभाषित करती हुई अर्थगर्भित लघुकथा कही है आ० तेजवीर सिंह जी। मुझे सबसे अच्छी बात यह लगी कि आपने अंत तक एलिमेंट ऑफ़ सरप्राइज बरक़रार रखा, जिससे "आगे क्या होगा?" का कौतुहल बना रहा। इस उम्दा लघुकथा पर मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार करें।
हार्दिक आभार आदरणीय योगराज प्रभाकर भाई जी। आपकी टिप्पणी के बिना लघुकथा लिखने का अर्थ अधूरा सा लगता है।लघुकथा की गुणवत्ता का सही मूल्यांकन होने के बाद ही हम यह निष्कर्ष निकाल पाते हैं कि हम कितने पानी में हैं।इसलिये लघुकथा का सही मूल्याँकन होना भी अनिवार्य है। पुनः हार्दिक आभार आदरणीय भाई जी।सादर।
आदरणीय मेरी ओर से भी बधाई और आमंत्रण भी। कृपया हमारी लघुकथा का भी मूल्यांकन कर हमें अनुग्रहित करने का कष्ट कीजिए।
हार्दिक आभार आदरणीय आशीष जी।
जनाब तेजवीर सिंह जी आदाब,प्रदत्त विषय को सार्थक करती अच्छी लघुकथा लिखी आपने, इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।
हार्दिक आभार आदरणीय समर क़बीर साहब जी। आदाब। लघुकथा पर आपकी उपस्थिति ही अपने आप में बहुत मूल्यवान होती है।सादर।
ऊँची दुकान,फीका पकवान ।लोकलाज के फेर में चौधरी को ड्रामा करना पड़ा कि समीकरण बिगड़ गये।कथा के लिये बधाईआद०तेजवीर सिंह जी।
हार्दिक आभार आदरणीय नीता कसार जी।
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |