आदरणीय साथिओ,
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मुहतर्मा नीता साहिबा , लघुकथा में आपकी शिरकत और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया
जनाब सुरेन्द्र इंसान साहिब , लघुकथा में आपकी शिरकत और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया
जो कहना रह गया वह लिखा हुआ है, मृत्युपूर्व वसीयत बनाने का उत्तम सन्देश देती सार्थक रचना हेतु बधाई स्वीकार करें आदरणीय तस्दीक़ अहमद खान साहब|
जनाब चंद्रेश कुमार साहिब , लघुकथा में आपकी शिरकत और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया
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