For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

महाशिवरात्रि की शुभकामनाओं सहित कुछ
- कह मुकरिंयाँ-
---------------------
1-
उसे कहें सब औघड़दानी,
फिर भी मैं उसकी दीवानी,
बड़ा निराला उसका वेश,
क्या सखि साजन? नहीं महेश !!
2-
खाता है वह भाँग धतूरा,
फक्कड़नाथ लगे वह पूरा,
पर मेरा मन उस पर डोले,
क्या सखि साजन ? ना बम भोले !!
3-
लोग कहें वह पीता भंग,
मुझ पर चढ़ा उसी का रंग,
मेरा मन उस पर ही डोले,
क्या सखि साजन ? ना बम भोले !!
4-
भस्म रमाता वह  वेताली,
लेेेकिन मैं उसकी मतवाली,
क्रोध करे तब धरती डोले,
क्या सखि साजन? ना बम भोले !!


(मौलिक व अप्रकाशित)
**हरिओम श्रीवास्तव**

Views: 447

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by Hariom Shrivastava on March 11, 2019 at 10:53am

हार्दिक आभार आदरणीय सुरेन्द्र नाथ सिंह 'कुश त्रप' जी। आपकी प्रेरक प्रतिक्रिया से सृजन सार्थक हुआ।

Comment by नाथ सोनांचली on March 10, 2019 at 5:02pm

आद0 हरिओम श्रीवास्तव जी सादर अभिवादन। अच्छी कह मुकरी के लिए बधाई

Comment by Hariom Shrivastava on March 7, 2019 at 5:33pm

आदरणीय समर कबीर जी आपकी उपस्थिति व हौसलाअफजाई हेतु हार्दिक आभार।

Comment by Samar kabeer on March 7, 2019 at 2:15pm

जनाब हरिओम श्रीवास्तव जी आदाब,अच्छी रचना हुई है,बधाई स्वीकार करें ।

Comment by Hariom Shrivastava on March 5, 2019 at 9:25pm

आदरणीय लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' जी,आपकी उपस्थिति व उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया से सृजन सार्थक हुआ। हृदयतल से आपका आभार।।

Comment by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' on March 5, 2019 at 4:13pm

आ. भाई हरिओम जी, सुंदर कहमुकरियाँ हुयी हैं । हार्दिक बधाई।

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"यूॅं छू ले आसमाॅं (लघुकथा): "तुम हर रोज़ रिश्तेदार और रिश्ते-नातों का रोना रोते हो? कितनी बार…"
yesterday
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"स्वागतम"
Sunday
Vikram Motegi is now a member of Open Books Online
Sunday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .पुष्प - अलि

दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलिगंध चुराने आ गए, कलियों के चितचोर । कली -कली से प्रेम की, अलिकुल बाँधे…See More
Sunday
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दयाराम जी, सादर आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई संजय जी हार्दिक आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. रिचा जी, हार्दिक धन्यवाद"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दिनेश जी, सादर आभार।"
Saturday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय रिचा यादव जी, पोस्ट पर कमेंट के लिए हार्दिक आभार।"
Saturday
Shyam Narain Verma commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: ग़मज़दा आँखों का पानी
"नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
Saturday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service