For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

"OBO लाइव तरही मुशायरे"/"OBO लाइव महा उत्सव"/"चित्र से काव्य तक" प्रतियोगिता के सम्बन्ध मे पूछताछ

"OBO लाइव तरही मुशायरे"/"OBO लाइव महा उत्सव"/"चित्र से काव्य तक" प्रतियोगिता के सम्बन्ध मे यदि किसी तरह की जानकारी चाहिए तो आप यहाँ पूछताछ कर सकते है !

Views: 12265

Reply to This

Replies to This Discussion

ठोकरें खा/2122      के मुहब्बत /2122      में संभल जा/2122       ऊंगा/जाऊंगी"22

 

क्या यह गणना गलत है। ,,, …

हालांकि यह मिसरा आपके द्वारा की गई गणना पर सही उतरता है पर हम मुशायरा इस बह्र पर नहीं आयोजित कर रहे हैं। मुशायरे में 2212 1122 1122 22/112 की बहर पर ही अशआर कहने हैं।

sir ji kya meri gazal bhi mushaaire me hai

 

ग़ज़ल होगी तो मुशायरे में ज़रूर होगी, भाईजी..

इन आयोजनों  में पोस्ट के  लिए word upload करनी होती है या फिर सीधे सीधे बॉक्स में टाइप कर ऐड करना होता है .मार्गदर्शन करें

आप सीधे आयोजनो के नीचे दिए गए मुख्य बॉक्स में अपनी रचनाएं पोस्ट कर सकते हैं| पोस्ट करने से पूर्व आयोजनों की पोस्ट को पढ़ लेना अच्छा रहता है जिसमे आयोजनों से सम्बंधित नियम दिए गए होते हैं|

क्या एक ही दिन में तीनो कुण्डलियाँ पोस्ट कर सकते हैं ? ......चित्र से काव्य तक - प्रतियोगिता के सम्बन्ध में 

आ० डॉ० प्रदीप शुक्ल जी 

'चित्र से काव्य तक' छान्दोत्सव अंक 35 में एक दिन में एक ही पोस्ट स्वीकार की जा सकती है और एक पोस्ट में अधिकतम 3 कुण्डलिया छंद ही प्रस्तुत किये जा सकते हैं...

आदरणीया प्राची दीदी! इस बार महोत्सव के शीर्षक 'दो रंगी तस्वीर' (अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष) को लेकर भ्रमित हूँ। क्या यह शीर्षक महिलाओं के कथित/ शास्त्र वर्णित और वास्तविक स्थिति की द्वैधता से सम्बंधित है? या अन्य कुछ है।

भाई विंध्येश्वरीजी, आप क्या-क्या सोच लेते हैं !!..  :-))

भाई, कृपया सामाजिक हिप्पोक्रेसी का संदर्भ लें.

शुभेच्छाएँ

इस बार के तरही मुशायरे में दी गई बह्र में फाईलातुन को मुफ़ाइलुन करने की छूट है क्या

'फाईलातुन' अरूज़ में कोई रुक्न नहीं होता है, फाइलातुन होता है जिसे किसी भी सूरत में चाहे छूट लेनी हो या ज़िहाफत हो मुफ़ाइलुन नहीं किया जा सकता है|

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . रोटी
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुंदर दोहे रचे हैं। हार्दिक बधाई।"
12 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . विविध
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है सर "
Thursday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . विरह
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी "
Thursday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया ....
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय "
Thursday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . कागज
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी स्नेहिल प्रशंसा का दिल से आभारी है सर ।  नव वर्ष की हार्दिक…"
Thursday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .शीत शृंगार
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा से समृद्ध हुआ । हार्दिक आभार आदरणीय जी । नववर्ष की…"
Thursday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . दिन चार
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी ।नववर्ष की हार्दिक बधाई…"
Thursday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . दिन चार
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुंदर दोहे रचे हैं। हार्दिक बधाई।"
Thursday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .शीत शृंगार
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुंदर दोहे रचे हैं। हार्दिक बधाई"
Wednesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . कागज
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुंदर दोहे रचे हैं। हार्दिक बधाई"
Wednesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post नूतन वर्ष
"आ. भाई सुरेश जी, सादर अभिवादन। सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।।"
Wednesday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-117
"हार्दिक धन्यवाद आदरणीय मनन कुमार सिंह साहिब। लेखन के विपरित वातावरण में इतना और ऐसा ही लिख सका।…"
Tuesday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service