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Sanjiv verma 'salil''s Comments

Comment Wall (41 comments)

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At 7:03pm on March 9, 2013, om sapra said…

bhai sanjiv verma "salil" ji ,

Namasty,

aapki rachnayen dekhi - pasand aayi

badhai ho,

delhi ke prof. kuldip salil, (English professor, Hans Raj College, Delhi University) bhi bahut bare shayar hain, aap bhi salil hain, shayad aap un se parichit hoen.

kabhi dlehi aap ayen to avashay milen,

-om sapra, delhi-9 

09818180932

At 11:56pm on February 22, 2013, बृजेश नीरज said…

आपने मुझे मित्रता योग्य समझा इसके लिए आपका आभार!

At 10:53am on January 6, 2013, shubhra sharma said…

सलिल जी इतनी  सुन्दर अभिव्यक्ति एवं हौसला बढ़ाने के लिए आपको नमस्कार के साथ धन्यवाद

At 10:01am on December 31, 2012, कुमार गौरव अजीतेन्दु said…

आदरणीय संजीव वर्मा 'सलिल' सर, आपको सपरिवार नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ......

At 8:46pm on December 15, 2012, AVINASH S BAGDE said…

चंदा मामा आओ न,
तारे भी संग लाओ ना।
गिल्ली-डंडा कल खेलें-
आज पतंग उड़ाओ ना।।

आदरणीय श्री सलिल जी आपके "शिशु गीत " को माह की श्रेष्ठ रचना का पुरस्कार प्रदान किये जाने पर हार्दिक बधाई !!

At 8:17pm on December 9, 2012, Abhinav Arun said…

आदरणीय श्री सलिल जी आपके "शिशु गीत " को माह की श्रेष्ठ रचना का पुरस्कार प्रदान किये जाने पर हार्दिक बधाई !! आपकी हर कृति हमारे लिए प्रेरणा स्रोत है सादर नमन आपका !!

At 6:33pm on December 7, 2012, कुमार गौरव अजीतेन्दु said…

आदरणीय संजीव सर, सर्वश्रेष्ठ रचना चुने जाने की हार्दिक बधाई स्वीकारें

At 2:15pm on December 6, 2012, MAHIMA SHREE said…

आदरणीय संजीव   सर , सादर  नमस्कार ..

"महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना पुरस्कार" से सम्मानित होने के लिए आपको हार्दिक  बधाई और शुभकामनाएं/

At 1:19pm on December 6, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh
said…

आदरणीय संजीव जी,

सादर प्रणाम!

शिशु गीत सलिला को माह नवम्बर की सर्वश्रेष्ठ कृति का सम्मान मिलने पर आपको हार्दिक बधाई.

At 12:20pm on December 6, 2012, लक्ष्मण रामानुज लडीवाला said…

आपकी तो हर रचना सुन्दर भाव अभिव्यक्ति लिए पढने में आनंद देने वाली होती है

और फिर शिशु गीत सलिला से तो बल साहित्य और समरद्ध हुआ है, यह प्रबंधक 

मंडल के निर्णय से और पुष्ट हो गया । मेरी हार्दिक बधाई स्वीकारे भाई संजीव वर्मा 'सलिल' जी  

 

 

At 11:53am on December 6, 2012,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

आदरणीय श्री संजीव वर्मा "सलिल" जी,
सादर अभिवादन !
मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आप की रचना "शिशु गीत सलिला १" को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना पुरस्कार के रूप मे सम्मानित किया गया है, तथा आप की छाया चित्र को ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर स्थान दिया गया है | इस शानदार उपलब्धि पर बधाई स्वीकार करे |
आपको पुरस्कार राशि रु ५५१/- और प्रसस्ति पत्र शीघ्र उपलब्ध करा दिया जायेगा, इस नामित कृपया आप अपना नाम (चेक / ड्राफ्ट निर्गत हेतु), तथा पत्राचार का पता व् फ़ोन नंबर admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध कराना चाहेंगे | मेल उसी आई डी से भेजे जिससे ओ बी ओ सदस्यता प्राप्त की गई हो |
शुभकामनाओं सहित
आपका
गणेश जी "बागी

At 6:47pm on November 17, 2012,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

आदरणीय आचार्यवर, आपके सहर्ष और उदार अनुमोदन पर हृदय से धन्यवाद.

आपने ’अपरूप’ की वैज्ञानिक परिभाषा उद्धृत कर मेरे कहे को स्वर और मेरी टिप्पणी-रचना को मान दिया है. इसी तथ्य को में संकेतों में कह चुका था. किन्तु, इशारे तो किन्हीं और के लिये मान्य हुआ करते हैं.

At 10:23am on July 21, 2012, Er. Ambarish Srivastava said…

ब्रह्मसृष्टि का सार समाहित, सम्मुख विष्णु अलौकिक माया.

गीत आपका सरस्वती सा, इसमें जीवन सिंधु समाया..

निर्मल तन मन ज्ञान गंग से, प्रेषित करता हृदय बधाई- 

स्वीकारें यह काव्य सुमन प्रभु, रूप आपका यह मन भाया..

खेतों में अब छंद उगेंगें, प्रखर शिल्प की धूप खिली है

आसों की चिड़िया का कलरव, सुनकर गहरी नींद खुली है..

At 7:12pm on August 20, 2011, Rash Bihari Ravi said…

janamdin mubarak ho sir ji

At 12:50pm on August 20, 2011,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

At 8:42am on April 19, 2011, nemichandpuniyachandan said…
Shree,Sanjiv varma salil saheb,Chaahe koyal need mein,nij ande de kaag|Shishu na madhur swar bolataa gaaye karkash raag|| vaah... vaah..vaah.sahab aapne to dil ke taron ko janjanakar rakha diya.aabhaar 
At 12:54pm on March 28, 2011, Sanjay Rajendraprasad Yadav said…

 

आदरणीय आचार्य जी,
प्रणाम


At 2:27pm on March 8, 2011, nemichandpuniyachandan said…
Shree,Sanjiv  Verma "Salil" Sahib Ji,Aap Dvaaraa Housalaa-Afzai Ke Liye Bahut Bahut Dhanyvaad.
At 1:25pm on December 13, 2010, Abhinav Arun said…
आदरणीय सलिल जी अभिवादन ! आपके समालोचना और समीक्षा के शब्द मेरे लिए आशीर्वाद  स्वरुप हैं | मैं इनका पूरा ध्यान रखूंगा | आप यूं ही स्मरण दिलातें रहें  |
At 5:27pm on December 12, 2010, Lata R.Ojha said…

आदरणीय सलिल जी प्रणाम, 

मुझे आपने मित्रता के योग्य समझा,धन्यवाद :) 

कृपया ध्यान दे...

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