For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

ग़ज़ल- सारथी || बेख़ुदी में पुकारा करेंगे ||

बेख़ुदी में पुकारा करेंगे 

बोल कैसे गुजारा करेंगे /१

आज उनसे निगाहें लड़ीं हैं 

आज जश्ने-बहारा करेंगे /२ 

शोरगुल में कहाँ बात होगी 

कनखियों से इशारा करेंगे /३

बेतहाशा हसीं आप हैं जी 

रोज सदके उतारा करेंगे /४ 

देखना हमसे मिलकर गये हैं 

आईने को निहारा करेंगे /५ 

...........................................
सर्वथा मौलिक व अप्रकाशित

अरकान: २१२ २१२ २१२२

Views: 728

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on November 1, 2014 at 8:42am

देखना हमसे मिलकर गये हैं 

आईने को निहारा करेंगे  ------ लाजवाब शे र और पूरी गज़ल के लिये दिली बधाइयाँ स्वीकार करें , आ. बैद्यनाथ भाई ।


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on October 30, 2014 at 9:41pm

देखना हमसे मिलकर गये हैं 

आईने को निहारा करेंगे /५ ---वाह्ह ग़ज़ल का शेर हुआ 

बहुत सुन्दर ग़ज़ल दाद कबूलिये 

Comment by Saarthi Baidyanath on October 30, 2014 at 9:03pm

आदरणीय gumnaam pithoragarhi जी , सादर नमन ! आपने अपनी पसंद जाहिर की, नत मस्तक हूँ ! स्नेह देते रहिएगा .. आपका :)

Comment by Saarthi Baidyanath on October 30, 2014 at 9:02pm

आदरणीय डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव जी , आपके आशीष से हिम्मत बढ़ गई ! बहुत बहुत धन्यवाद ज्ञापित कर रहा हूँ ! सादर नमन सहित :)

Comment by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव on October 30, 2014 at 4:58pm

प्रभाव् पूर्ण --- अच्छी कोशिश i

Comment by gumnaam pithoragarhi on October 30, 2014 at 4:49pm
शोरगुल में कहाँ बात होगी

कनखियों से इशारा करेंगे



देखना हमसे मिलकर गये हैं

आईने को निहारा करेंगे

waah khoob sir ji,,,,,,,,,,,,,
Comment by Saarthi Baidyanath on October 30, 2014 at 1:28pm

आदरणीय  Shyam Narain जी , चरण स्पर्श ! सादर आभार स्वीकार करें ! आपके निरंतर स्नेह का अभिलाषी - सारथी :)

Comment by Saarthi Baidyanath on October 30, 2014 at 1:27pm

जनाब  Nilesh Shevgaonkar साहिब , बहुत मेहरबानी ! आपकी मुहब्बत का शुक्रगुजार हूँ ! आपने अपने पसंद को जाहिर किया ..और नाचीज की हौसलाअफजाई की ...इनायत आपकी ! सादर नमन सहित :)

Comment by Saarthi Baidyanath on October 30, 2014 at 1:25pm

आदरणीय  narendrasinh chauhan जी , सादर प्रणाम ! आपका प्रोत्साहन व स्नेह पाकर हर्षित हूँ ! कोटिशः आभार सहित :)

Comment by Nilesh Shevgaonkar on October 30, 2014 at 10:54am

देखना हमसे मिलकर गये हैं 

आईने को निहारा करेंगे .... आहा ..क्या शेर हुआ है वाह ..ग़ज़ल हो गयी इस एक शेर से ..वाह वाह 
.

शोरगुल में कहाँ बात होगी 

कनखियों से इशारा करेंगे.... ये शेर भी बहुत अच्छा लगा ..बधाई 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post कुंडलिया
"रजाई को सौड़ कहाँ, अर्थात, किस क्षेत्र में, बोला जाता है ? "
7 hours ago
सुरेश कुमार 'कल्याण' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post पूनम की रात (दोहा गज़ल )
"मार्गदर्शन के लिए हार्दिक आभार आदरणीय "
7 hours ago
सुरेश कुमार 'कल्याण' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post कुंडलिया
"बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय  सौड़ का अर्थ मुख्यतः रजाई लिया जाता है श्रीमान "
8 hours ago
सुरेश कुमार 'कल्याण' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post अस्थिपिंजर (लघुकविता)
"हृदयतल से आभार आदरणीय 🙏"
8 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"आदरणीय सौरभ भाई , दिल  से से कही ग़ज़ल को आपने उतनी ही गहराई से समझ कर और अपना कर मेरी मेनहत सफल…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल -मुझे दूसरी का पता नहीं ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय सौरभ भाई , गज़ाल पर उपस्थित हो उत्साह वर्धन करने के लिए आपका ह्रदय से आभार | दो शेरों का आपको…"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"इस प्रस्तुति के अश’आर हमने बार-बार देखे और पढ़े. जो वाकई इस वक्त सोच के करीब लगे उन्हें रख रह…"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल -मुझे दूसरी का पता नहीं ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय गिरिराज भाईजी, बहरे कामिल पर कोई कोशिश कठिन होती है. आपने जो कोशिश की है वह वस्तुतः श्लाघनीय…"
yesterday
Aazi Tamaam replied to Ajay Tiwari's discussion मिर्ज़ा ग़ालिब द्वारा इस्तेमाल की गईं बह्रें और उनके उदहारण in the group ग़ज़ल की कक्षा
"बेहद खूबसूरत जानकारी साझा करने के लिए तहे दिल से शुक्रिया आदरणीय ग़ालिब साहब का लेखन मुझे बहुत पसंद…"
yesterday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-177

आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
Tuesday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post पूनम की रात (दोहा गज़ल )
"धरा चाँद गल मिल रहे, करते मन की बात।   ........   धरा चाँद जो मिल रहे, करते मन…"
Monday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post कुंडलिया
"आम तौर पर भाषाओं में शब्दों का आदान-प्रदान एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है। कुण्डलिया छंद में…"
Monday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service