भाव दिल के
क्रमबद्ध सजाये
बनी कविता !!
तुकान्त लय
समान मात्रा गणना
बने मुुक्तक !!
तीन पंक्तियां
पंच सप्तम पंच
हाइकु शैली !!
विस्तृत भाव
भूमिकाबद्ध व्याख्या
बने कहानी !!
कम शब्दों में
दे सार्थक सन्देश
लघु कहानी !!
(मौलिक व अप्रकाशित)
प्रवीन मलिक ...
Comment
प्रिय परवीन मालिक जी ,
हायकू विधा पर सुन्दर प्रयास हुआ है..
स्वतंत्र अस्तित्व रखती हुई तीन पंक्तियाँ ५-७-५ में यह तो हायकू का शिल्प हुआ....लेकिन हायकू का कथ्य बहुत महत्वपूर्ण होता है...
हायकू वस्तुतः किसी भाव अतिरेक के क्षण को पूर्णता से समाहित करता हुआ होना चाहिये..जैसे किसी निःशब्दित एहसास को सांद्रता के साथ बांधा गया हो..
मूलतः हायकू प्रकृति पर लिखे जाते थे , पर अब इसने किसी भी विषय को समाहित किया जा सकता है.
हायकू में यदि प्रथम और तृतीय पंक्ति में समतुकान्तता हो तो गेयता बहुत प्रभाव्शानी तरह से हायकू को प्रस्तुत करती है.
आपकी कलम से और भी हायकू की प्रतीक्षा रहेगी
सादर.
आभार आदरणीया !
आदरणीया प्रवीण मलिक जी, हाइकू अच्छे लगें, एक हाइकू में तनिक सा लेकिन है |
कम शब्दों में दे सार्थक सन्देश => यह एक ही पॅक्ति जैसा है ना ?
लघु कहानी !!
यदि ज़रा सा सुधार करें .....
कम हो शब्द,
दे सार्थक सन्देश
लघु कहानी !!
बधाई इस प्रस्तुति पर |
मैं नियमो के आधार का मोहताज नही ,
न ही गाफिल हूँ फ़लक की ऊँचाई से ! बहुत अच्छी शुरुआत
अच्छा प्रयास बधाई आपको आ0प्रवीन जी ।
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