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Mumtaz Aziz Naza
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Oct 28, 2021

Profile Information

Gender
Female
City State
Mumbai, Maharashtra
Native Place
Kanpur
Profession
Writer
About me
hai parwaaz meri jahanon se bartar

मेरे ब्लॉग पर स्वागत है

Mumtaz Aziz Naza's Blog

जीत

जो हौसला बलंद है नफस नफस कमंद है

हमारी हर ख़ुशी हमारे हौसलों में बंद है



वो बेकसी अतीत है यही हमारी जीत है

हर एक देशवासी के लबों पे ये ही गीत है



ये एकता मिसाल है हमारा ये कमाल है

वतन के लब पे आज भी मगर वही सवाल है



है कौन दूध का धुला अभी तलक नहीं खुला

अभी तक इस पियाले में ज़हर का घूँट है घुला



भरें सभी तिजोरियां हैं कैसी कैसी चोरियां

सुला रहे हैं हम ज़मीर को सुना के लोरियां

 

उठो के वक़्त आ गया उठाओ हर क़दम…

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Posted on April 9, 2011 at 1:00pm — 2 Comments

Comment Wall (14 comments)

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At 10:29pm on April 11, 2011, GAUTAM ARORA said…
namaskar, janm din mubarak
At 7:00pm on April 11, 2011, Er. Ambarish Srivastava said…
जनम दिन ये मुबारक हो रहे मुस्कान होठों पर.
खुशी बिखरे जहाँ जाओ नया हो गीत होठों पर.
जमाना संग में झूमे तेरी खुशियों में शामिल हम-
हजारों साल हो जीना यही अंदाज होठों पर ..
At 10:28am on April 11, 2011, Sanjay Rajendraprasad Yadav said…

 

आप के लिए

"जीवन में रहे उमंग  रहे वसंत  बहारो का वसेरा
घर आँगन में सदा रहे खुशियाँ नई प्रभा का हो सवेरा"
जन्मदिन के ढेर सारी बधाई................ 
At 9:44am on April 11, 2011, PREETAM TIWARY(PREET) said…
MANY MANY HAPPY RETURNS OF THE DAY.....
At 8:55am on April 11, 2011,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…
At 7:58am on April 11, 2011, nemichandpuniyachandan said…
Mohatarama,Mumtaz Aziz Naza, sahiba,adaab,aapke janm-din pe hardik abhinandan.
At 1:36pm on November 5, 2010, Admin said…
इन्तजार के पश्चात् आपकी रचना "गीत" "OBO लाइव महा इवेंट" मे पोस्ट कर दी गई है ,जिसे नीचे दिये लिंक पर देखा जा सकता है |
http://www.openbooksonline.com/forum/topics/obo-1?page=42&commentId=5170231%3AComment%3A31448&x=1#5170231Comment31448
At 7:21pm on November 3, 2010, Admin said…
आदरणीया मुमताज जी,
आपने जो "गीत" पोस्ट की वह दीपावली विषय पर आधारित है कृपया उसे "OBO लाइव महा इवेंट" मे पोस्ट कर दे, सुविधा हेतु लिंक नीचे दे रहा हूँ |
http://openbooksonline.com/forum/topics/obo-1

यदि पोस्ट करने मे समस्या हो तो नीचे दिया लिंक देखे...
http://openbooksonline.com/profiles/blogs/5170231:BlogPost:30313
At 4:44am on October 25, 2010, chetan prakash said…
आदरणीय मुमताज़ जी,
लगभग एक माह बाद यहाँ आया हूँ. हाल फिलहाल, बस यही अर्ज़ है है किमुझे अपने मित्र-मंडली में यहाँ भी शामिल करें. शुभ प्रभात! साभार,
At 7:41pm on September 24, 2010, chetan prakash said…
मोहतरमा मुमताज़, आपको यहँ| पाकर बहुत अच्छा लगा.
ऐसा एहसास हुआ, मानो पराये देश में कोई अज़ीज़ मिल गया.
इस्तकबाल में क्या कहूं , कुछ सूझ नही रहा है. शेष फिर कभी.
 
 
 

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