पत्थरों का रुख़-ए-हस्ती पे गुमाँ होता है l
जब कोई शोला-ए-एहसास धुआँ होता है ll
जिसको इस राह में अहसास जियाँ होता है l
जज्ब-ए-इशक़ वो मकबूल कहाँ होता है ll
Posted on November 12, 2012 at 6:49pm — 1 Comment
दुश्मनी से डर कैसा दोस्ती से डरते हैं..
खाये हैं फ़रेब इतने हर ख़ुशी से डरते हैं..
जब से आशियाँ अपना जल गया गुलिस्ताँ में..
हो कहीं उजाला हम रौशनी से डरते हैं..
हम तो धूप के राही साथ-साथ सूरज है..
जिस्म जिनके नाज़ुक हैं चाँदनी से डरते हैं..
कुछ न कुछ तो होगा ही इसलिए जहां वाले..
आदमी की सूरत में आदमी से डरते…
Posted on June 11, 2012 at 9:30pm — 9 Comments
जिंदगी का सफ़र किसको प्यारा नहीं
मौत आये किसी को गवारा नहीं
कर भलाई जो काम आएगी हर तरह
जिंदगी फिर मिलेगी दोबारा नहीं
किस तरह फिर भला मेहरबान हो कोई
तुमने दिल से उसे जब पुकारा नहीं
सूनी-सूनी हैं कश्मीर की वादियाँ
झील में अब कोई भी शिकारा नहीं
जो पहाड़ों से उतरी है गंगोजमन
लौट जाए कोई ऐसी धारा नही
खुद ही अपना सहारा बनो तो बनो
दूसरों का सहारा, सहारा नही
कैसी उलझन है…
Posted on May 21, 2012 at 11:30pm — 8 Comments
जब कभी दौरे जाम होता है
सब यहाँ इंतजाम होता है
सच ही कहता हूँ मेरे साकी के
दोनों हाथों में जाम होता है
और मै उस जगह नही पीता
जिस जगह एहतराम होता है
उसके बच्चों का बस ख़ुदा जाने
किस तरह इंतजाम होता है
डूब कर जब ग़ज़ल कहे शायर
उसका पुख्ता कलाम होता है
शायरी दिल को छू गई जिसकी
उसका महफ़िल में नाम होता है
किस से शिकवा करूँ मैं फिर "गुलशन"
हर तरह मेरा काम होता है
Posted on May 18, 2012 at 10:00pm — 9 Comments
मोहतरम अशफ़ाक़ साहब, आपकी ग़ज़ल ’गुलशन बात हमारी रखना’ को विगत माह ओबिओ के मंच पर की सर्वश्रेष्ठ रचना चयनित हुई है. मेरी ओर से दिली मुबारक़बाद कुबूल करें.आपकी मौज़ूदग़ी लिखने वालों के लिये उत्प्रेरण का काम करेगी, यह विश्वास है.
सादर
अशफाक अली जी आपकी रचना को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना चुनने पर आपको हार्दिक बधाई
आपकी कृति को महीने की श्रेष्ठ रचना चुने जाने पर हार्दिक बधाई जनाब अशफाक अली साहब !!
गुलशन भाई बहुत बहुत बधाई हो महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना मंच को देने के लिए !!
आदरणीय गुलशन खैराबादी जी ,
सादर अभिवादन !
मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आप की ग़ज़ल "गुलशन बात हमारी रखना" को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना (Best Creation of the Month) पुरस्कार के रूप मे सम्मानित किया गया है, तथा आप की छाया चित्र को ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर स्थान दिया गया है | इस शानदार उपलब्धि पर बधाई स्वीकार करे |
आपको पुरस्कार राशि रु ५५१ और प्रसस्ति पत्र शीघ्र उपलब्ध करा दिया जायेगा, इस नामित कृपया आप अपना नाम (चेक / ड्राफ्ट निर्गत हेतु) तथा पत्राचार का पता व् फ़ोन नंबर
admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध कराना चाहेंगे |
शुभकामनाओं सहित
आपका
गणेश जी "बागी"
संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक
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