आदरणीय साथिओ,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
आदरणीय तस्दीक अहमद जी, थानेदार सूबे सिंह का एकदम से पूछना / पिछ्ली रात मुहल्ले में किसी के घर चोरी नहीं हुई/ बिल्कुल अस्वभाविक लग रहा है। / दो महीने से रात 2 बजे से 4 तक बिजली कटोती चल रही है ,गलियों में अंधेरे का फ़ायदा उठा कर चोर चोरी करते हैं/ लगातार दो महीने से रोजाना चोरी होना भी स्वभाविक नहीं लगता यह तो अतिश्योक्ित ही हो गई। आटे में नमक तो खप जाता है परन्तु नमक में आटा नहीं खपता । आशा है आप इस ओर ध्यान देंगे । सादर
वाह.... एकदम नया कथानक बढ़िया रचना।बधाई
आदरणीय तस्दीक अहमद जी, इतने सहज ढंग से संवाद के माध्यम से कथ्य और तथ्य दोनों को पेश किया गया है, वह काबिलेतारीफ है | बहुत ही संतुलित वर्णन और सार्थक सन्देश देती हुयी इस कथा के लिए मुबारकवाद स्वीकार करें|
आ. तस्दीक़ जी, प्रदत्त विषय पर बढ़िया लघुकथा लिखी है आपने. आपसी सहयोग से बड़ी से बड़ी समस्या भी हल हो जाती है. इस संदेशप्रद लघुकथा के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए. सादर.
आदरणीय तस्दीक़ अहमद खान साहिब, एक अच्छे विषय पर बढ़िया रचना के सृजन हेतु हार्दिक बधाई स्वीकार करें|
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |