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नव वर्ष में ओपन बुक्स ऑनलाइन पर पुरस्कारों की बरसात

नव वर्ष में ओ बी ओ पर पुरस्कारों की बरसात

साथियों,

साहित्य क्षेत्र में अग्रणी वेब साईट ओपन बुक्स ऑनलाइन ने साहित्य लेखन को प्रोत्साहित करने हेतु नित्य प्रयत्नशील है इसी क्रम में ओ बी ओ प्रबंध ने प्रयोजको के सहयोग से अब तक कुल पांच नगद पुरस्कारों की घोषणा किया है |

.
(क) "चित्र से काव्य तक" प्रतियोगिता हेतु कुल तीन पुरस्कार 
प्रथम पुरस्कार रूपये १००१
प्रायोजक :-Ghrix Technologies (Pvt) Limited, Mohali
A leading software development Company 

  
द्वितीय पुरस्कार रुपये ५०१
प्रायोजक :-Ghrix Technologies (Pvt) Limited, Mohali
A leading software development Company

तृतीय पुरस्कार रुपये २५१
प्रायोजक :-Rahul Computers, Patiala

A leading publishing House
.

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(ख) "महीने की सर्वश्रेष्ट रचना" पुरस्कार 
पुरस्कार राशि :- रु. ५५१/- मात्र
पुरस्कार के प्रायोजक :- गोल्डेन बैंड इंटरटेनमेंट ( G-Band )                                
H.O.F-315, Mahipal Pur-Ext. New Delhi.
.


(ग) "महीने का सक्रिय सदस्य" पुरस्कार
पुरस्कार राशि :- रु. ११००
प्रायोजक :-Ghrix Technologies (Pvt) Limited, Mohali
A leading software development Company

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आपका

गणेश जी "बागी"

(संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक)

ओपन बुक्स ऑनलाइन

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Replies to This Discussion

यह सब आप सभी सदस्यों का हौसलाफजाई है जो हम लोग कुछ कर पाते है, सराहना हेतु बहुत बहुत आभार आपका | 

Nav varsh par ek achhi shuruat

धन्यवाद आदरणीया नीलम दीदी |

बहुत ही बढ़िया सुरुआत है, नए साल में एक अच्छा समाचार , ओ बी ओ के लोग बधाई के पात्र है , 

आभार संजय कुमार सिंह जी |

आदरणीय गणेशजी, प्रोत्साहन के लिए उठाया गया अच्छा कदम,दिल से आभार ////////////////////////

धन्यवाद आदरणीय संजय राजेंद्र प्रसाद जी, आजकल आप की अनुपस्थिति ज्यादा है, दंड हेतु तैयार रहिएगा :-)))

सभी प्रायजकों की सहयोग के लिए सादर शुभकामनाएँ. प्रोत्साहन के लिए उठाया गया के लिए  अच्छा कदम

सराहना हेतु आभार आदरणीया सीया जी |

गणेश जी भाई
परनाम,

हमरा त नईखे बुझात की अउर सोशल वेबसाईट पर भोजपुरी के प्रचार-प्रसार करे आ अउर भी कुछ महत्वपूर्ण मुद्दा पर विचार करे से फुर्सत मिल पायी. लेकिन अगर मौका मिलल त हम एह में से कवनो प्रतियोगिता में शामिल होखे के कोशिश जरुर करब. लेकिन पुरूस्कार के आस के बिना हमार संलग्नता होई. अगर भाग्य-भरोसे कवनो पुरस्कार मिल भी गईल त अपने ओह पुरस्कार राशि के एही सोशल साईट के व्यापकता खातिर चाहे एह साईट के अउर भव्य बनावे खातिर इस्तेमाल करब.

राउर एह साईट के चर्चा हम आपन मित्र लोग से करत रहिला आ अपने के जान कर के ख़ुशी होई की जब लखनऊ में शंकर कार्गेत्ति जी से मुलाक़ात भईल जे की एक मशहूर साहित्यकार हईं नजीबाबाद के, उहाँ के बहुत प्रभावित भईनी.

भाई गणेश जी, हम त बस लिख दिहिला, मन के भाव के शब्द के माध्यम से लिखला पड़ कुछ लिखा जाला आ लोग ओकरा के पसंद कर लेवेल. बाकी ई छंद, बहर ई सब हमरा समझ में ना आईल. शंकर जी से एह विषय में बात होत रहे त उहाँ के कुछ बतावे के प्रयास भी कईनी बहर इत्यादि के बारे में लेकिन हमार एह भूसा दिमाग में कुछ घुस्बे ना कईल.

ओपन बुक्स ऑनलाईन आज अपना कामयाबी पर बा आ ई जानकर के हमार करेजा उतान हो जाला की एह साईट से हमार जुडाव आ लगाव बा आ साथ ही एह साईट के कर्ता-धर्ता भाई गणेश जी से हमार भाई जईसन प्रेम आ लगाव बा. एह वेबसाईट के सदस्य लोग के रचना के देख के एह बात के संतुष्टि आ ख़ुशी मिलेला की भले प्रकाशक लोग साहित्यकार के रचना के पईसा लेके छापो आ पईसा ना देवेवाला साहित्यकार से छी-मानु करो, लेकिन ई सोशल वेबसाईट अईसन बा जहाँ साहित्य के दिग्गज लोग आपन लेखनी के धार पैना करे लन आ नवका साहित्यकार लोग के एक बढ़िया अखाड़ा मिल जाला जहाँ ऊ लोग अपना के अउर बेहतर करे के मौका पा लेवेला.

राउर भाई
आर के पाण्डेय 'राज'
पटना/लखनऊ

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