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भेड़िये यूँ घूमते हैं झोपड़ी के सामने
डालते वहशी नज़र सब छोकरी के सामने
जेब खाली देखकर ये रेजगारी कह उठी
जेब खाली मत दिखाना तुम किसी के सामने
पेट बच्चा भर ना पाता बूढ़े से माँ बाप का
रोज मजमा जो लगाता घर गली के सामने
इस नशे में देखिये तो घर उजाड़े हैं बहुत
ये नशा दीवार है घर की ख़ुशी के सामने
शाम से ही सज रही मजबूर सी ये लडकियाँ
ज़ख्म ढक के आ गयीं हैं अब सभी के…
ContinueAdded by gumnaam pithoragarhi on August 30, 2015 at 8:37am — 7 Comments
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