For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

JAWAHAR LAL SINGH
  • Male
  • Jamshedpur, Jharkhand.
  • India
Share on Facebook MySpace

JAWAHAR LAL SINGH's Friends

  • somesh kumar
  • अनिल कुमार 'अलीन'
  • शकील समर
  • Harish Upreti "Karan"
  • Sumit Naithani
  • जितेन्द्र पस्टारिया
  • ASHISH KUMAAR TRIVEDI
  • केवल प्रसाद 'सत्यम'
  • बृजेश नीरज
  • वेदिका
  • Abid ali mansoori
  • Yogi Saraswat
  • Rekha Joshi
  • डॉ. सूर्या बाली "सूरज"
  • कुमार गौरव अजीतेन्दु
 

JAWAHAR LAL SINGH's Page

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on JAWAHAR LAL SINGH's blog post मुखर्जी बाबू का विजयदसमी
"आ. भाई जवाहर लाल जी, सादर अभिवादन। बहुत रोचक प्रस्तुति हुई है । हार्दिक बधाई स्वीकारें।"
Nov 7, 2021
JAWAHAR LAL SINGH shared their blog post on Facebook
Oct 19, 2021
JAWAHAR LAL SINGH commented on Sushil Sarna's blog post वादे पर चन्द दोहे .......
"आदरणीय सुशील सरना जी, समसामयिक दोहे के लिए बधाई स्वीकारें!"
Oct 19, 2021
JAWAHAR LAL SINGH commented on नाथ सोनांचली's blog post विदाई के वक़्त बेटी के उद्गार
"आदरणीय सोनंचली जी, भावपूर्ण रचना के लिए बहुत बहुत बधाई। वास्तव मे हर लड़की की विदाई के समय ऐसे ही भाव उठते हैं। "
Oct 19, 2021
JAWAHAR LAL SINGH commented on Md. Anis arman's blog post ग़ज़ल
"7)काम नहीं करते हो उतनाजितनी बातें करते हो तुम 8)चैन मिलेगा कैसे तुमकोगुज़री बातें करते हो तुम आदरणीय अनीस अरमान जी, मुझे उपर्युक्त  पंक्तियाँ बहुत अच्छी लगी .. बधाई स्वीकारें!"
Oct 19, 2021
JAWAHAR LAL SINGH commented on TEJ VEER SINGH's blog post हे राम (लघुकथा)-
"आदरणीय तेजवीर सिंह जी, कम से कम शब्दों मे मनोहर लगी आपकी लघुकथा और 'हे राम' शब्द के समुचित अर्थ भी! हार्दिक बधाई "
Oct 19, 2021
JAWAHAR LAL SINGH commented on JAWAHAR LAL SINGH's blog post मुखर्जी बाबू का विजयदसमी
"आदरणीय समर कबीर साहब, आदाब! मेरी रचना पर उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया हेतु आपका हार्दिक आभार! "
Oct 19, 2021
Samar kabeer commented on JAWAHAR LAL SINGH's blog post मुखर्जी बाबू का विजयदसमी
"जनाब जवाहर लाल सिंह जी आदाब , सुंदर प्रस्तुति हेतु बधाई स्वीकार करें I "
Oct 19, 2021
JAWAHAR LAL SINGH posted a blog post

मुखर्जी बाबू का विजयदसमी

मुखर्जी बाबू सेवा निवृत्ति के बाद इस बार दुर्गापूजा के समय बेटे रोहन के बार-बार आग्रह करने पर उसी के पास हैदराबाद में आ गए हैं। वैसे तो वे अपनी पत्नी के साथ भवानीपुर वाले मकान में ही रहते थे। रोहन, अपर्णा और बंटी के साथ हर-साल दुर्गा पूजा में अपने घर आते थे। वे लोग बाबा और माँ के लिए नए कपड़े आदि उपहार लेकर आते थे। मिठाइयां मुखर्जी बाबू खुद बाजार सेखरीदकर लाते थे। मिसेज मुखर्जी भी अपने पूरे परिवार के लिए घर में ही कुछ अच्छे-अच्छे सुस्वादु पकवान और मछली अपने हाथ से बनाती थी। उनकी बहू अपर्णा भी एक…See More
Oct 18, 2021
JAWAHAR LAL SINGH replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-120
"प्रदत्त विषय पर बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति आदरणीया दिव्या राकेश जी!"
Oct 11, 2020
JAWAHAR LAL SINGH replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-120
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, आपकी दूसरी प्रस्तुति भी काफी प्रशंसनीय है. आपने यहाँ अवसर को पूरे विस्तार से समायोजित कर कालजयी बनाने की कोशिश की है. बहुत बहुत बधाई!"
Oct 11, 2020
JAWAHAR LAL SINGH replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-120
"बहुत ही सुन्दर और संदेशप्रद कुण्डलिया हुई है प्रदत्त शीर्षक पर ... आदरणीया अंजली गुप्ता जी को बहुत बहुत बधाई और अभिनन्दन!"
Oct 11, 2020
JAWAHAR LAL SINGH replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-120
"बच सकें तो बचें आप अहसान सेज़िंदगी को जियें सिर्फ़ सम्मान से पहला शेर ही ध्यान आकृष्ट करता है ताकि आगे पढ़ने उत्कंठा जाग्रत हो. बहुत बहुत बधाई आदरणीय डॉ.छोटेलाल सिंह जी!"
Oct 11, 2020
JAWAHAR LAL SINGH replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-120
"उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, तीसरे दोहे को मैं सुधार कर लूँगा तथा अंत में निवेदित कर दूंगा. सादर!"
Oct 11, 2020
JAWAHAR LAL SINGH replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-120
"बहुत बहुत आभार आदरणीया अंजली गुप्ता जी, तीसरे दोहे पर ध्यान आकर्षित करने के लिए. मैं समझ गया गलती कहाँ हुई है. सुधार के लिए निवेदन कर दूंगा. इस मंच यही खासियत है जिससे हमेशा सीखने समझने में मदद मिलती है. अभिनन्दन आपका!"
Oct 11, 2020
JAWAHAR LAL SINGH replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-120
"दोहों पर दोहे के माध्यम  से ही प्रतिक्रिया देकर  उत्साहवर्धन के लिए बहुत बहुत आभार आदरणीय अखिलेश कृष्ण जी."
Oct 11, 2020

Profile Information

Gender
Male
City State
JAMSHEDPUR
Native Place
PATNA
Profession
SERVICE
About me
INTRESTED IN HINDI LITRATURE, HINDU REILIGION,POLITICS.

JAWAHAR LAL SINGH's Blog

मुखर्जी बाबू का विजयदसमी

मुखर्जी बाबू सेवा निवृत्ति के बाद इस बार दुर्गापूजा के समय बेटे रोहन के बार-बार आग्रह करने पर उसी के पास हैदराबाद में आ गए हैं। वैसे तो वे अपनी पत्नी के साथ भवानीपुर वाले मकान में ही रहते थे। रोहन, अपर्णा और बंटी के साथ हर-साल दुर्गा पूजा में अपने घर आते थे। वे लोग बाबा और माँ के लिए नए कपड़े आदि उपहार लेकर आते थे। मिठाइयां मुखर्जी बाबू खुद बाजार सेखरीदकर लाते थे। मिसेज मुखर्जी भी अपने पूरे परिवार के लिए घर में ही कुछ अच्छे-अच्छे सुस्वादु पकवान और मछली अपने हाथ से बनाती थी। उनकी बहू अपर्णा भी…

Continue

Posted on October 17, 2021 at 10:30pm — 3 Comments

खुद्दार

सौंपी थी जिसे चाबी खुद्दार समझकर
सारा सामान लेकर चाबी वो दे गया
करता रहा भरोसा ताउम्र उसी पर
गुस्ताख़ की शक्ल भी धुँधला वो कर गया.
मायूस न हो …
Continue

Posted on July 10, 2019 at 4:00pm — 2 Comments

कुछ दोहे - क्रोध पर

बड़े लोग कहते रहे, जीतो काम व क्रोध.

पर ये तो आते रहे, जीवन के अवरोध.  

माफी मांगो त्वरित ही, हो जाए अहसास.

होगे छोटे तुम नहीं, बिगड़े ना कुछ ख़ास.

क्रोध अगर आ जाय तो, चुप बैठो क्षण आप.

पल दो पल में हो असर, मिट जाएगा ताप .

रोकर देखो ही कभी, मन को मिलता चैन.

बीती बातें भूल जा, त्वरित सुधारो बैन  .

(मौलिक व अप्रकाशित)

Posted on February 6, 2019 at 10:50pm — 6 Comments

कुछ मुक्तक आँखों पर

अँखियों में अँखियाँ डूब गई,

अँखियों में बातें खूब हुई.

जो कह न सके थे अब तक वो,

दिल की ही बातें खूब हुई.

*

हमने न कभी कुछ चाहा था,

दुख हो, कब हमने चाहा था,

सुख में हम रंजिश होते थे,

दुख में भी साथ निबाहा था.

*

ऑंखें दर्पण सी होती है,

अन्दर क्या है कह देती है.

जब आँख मिली हम समझ गए,

बातें अमृत सी होती है.

*

आँखों में सपने होते हैं,

सपने अपने ही होते हैं,

आँखों में डूब जरा…

Continue

Posted on August 22, 2016 at 7:00am — 16 Comments

Comment Wall (16 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 11:48am on November 4, 2019, TEJ VEER SINGH said…

जन्म दिन की हार्दिक बधाई आदरणीय जवाहर लाल सिंह जी। ईश्वर सदैव सुख, शांति एवं समृद्धि प्रदान करें। दीर्घायु बनो स्वस्थ रहो। हमेशा उन्नति के पथ पर अग्रसर रहो। हमारे सारे परिवार की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं।

At 11:06am on November 4, 2018, TEJ VEER SINGH said…

जन्म दिन की हार्दिक बधाई आदरणीय जवाहर लाल सिंह जी।

At 10:17am on June 10, 2013, D P Mathur said…

आदरणीय जवाहर जी आपका हार्दिक आभार !

At 10:12am on May 12, 2013, बृजेश नीरज said…

आदरणीय जवाहर जी आपको यहां साथ देखकर मुझे अपार खुशी हुई। आपकी शुभकामनाओं हेतु हार्दिक आभार! अपना स्नेह यूं ही बनाए रखिएगा!
सादर!

At 10:57am on November 29, 2012, Sanjay Rajendraprasad Yadav said…

सादर नमस्कार श्री जवाहर जी.............!!

At 2:41pm on May 20, 2012, Yogi Saraswat said…

बहुत बहुत धन्यवाद श्री जवाहर  जी  ! आपका  आशीर्वाद  मिला

At 7:14pm on April 12, 2012, Sarita Sinha said…

jawahar bhai sahab, namaskar,

meri kavita pasand karne ke liye dhanyvad...

'click' par click karne se to transliterate ka page khulta hai..kya wahan se copy/paste  karna hoga???

At 11:17pm on April 9, 2012, SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR said…

हे, मेरे ईश्वर,

हे मेरे परमात्मा,

दे इन्हें सदबुद्धि,

दे इन्हें आत्मा,

न लड़ें, ये खुद से,

कभी धर्म या भाषा के नाम पर,

प्रिय जवाहर जी जय श्री राधे --प्रभु आप के मन की बात सुनें ..सब एकीकृत हों प्यार इस चमन में गूंजे पुरवाई चले प्रेम और स्नेह की 

सुन्दर ...
भ्रमर ५ 


At 2:41pm on April 7, 2012, Mukesh Kumar Saxena said…

Shri jawahar ji aapne meri kavitayen pasand ki uske liye aabhari hun kirpya isi prakar haunsa badaye.dhanyabad.

At 12:47pm on April 2, 2012, PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA said…

aadarniy singh sahab ji , dhanyvad. ye apki mahanta hai.

 
 
 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-116
"हार्दिक स्वागत आपका और आपकी इस प्रेरक रचना का आदरणीय सुशील सरना जी। बहुत दिनों बाद आप गोष्ठी में…"
yesterday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-116
"शुक्रिया आदरणीय तेजवीर सिंह जी। रचना पर कोई टिप्पणी नहीं की। मार्गदर्शन प्रदान कीजिएगा न।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-116
"आ. भाई मनन जी, सादर अभिवादन। सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-116
"सीख ...... "पापा ! फिर क्या हुआ" ।  सुशील ने रात को सोने से पहले पापा  की…"
yesterday
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-116
"आभार आदरणीय तेजवीर जी।"
yesterday
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-116
"आपका हार्दिक आभार आदरणीय उस्मानी जी।बेहतर शीर्षक के बारे में मैं भी सोचता हूं। हां,पुर्जा लिखते हैं।"
yesterday
TEJ VEER SINGH replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-116
"हार्दिक बधाई आदरणीय मनन कुमार सिंह जी।"
yesterday
TEJ VEER SINGH replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-116
"हार्दिक आभार आदरणीय शेख़ शहज़ाद साहब जी।"
yesterday
TEJ VEER SINGH replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-116
"हार्दिक बधाई आदरणीय शेख़ शहज़ाद साहब जी।"
yesterday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-116
"आदाब। चेताती हुई बढ़िया रचना। हार्दिक बधाई आदरणीय मनन कुमार सिंह साहिब। लगता है कि इस बार तात्कालिक…"
Saturday
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-116
" लापरवाही ' आपने कैसी रिपोर्ट निकाली है?डॉक्टर बहुत नाराज हैं।'  ' क्या…"
Saturday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-116
"आदाब। उम्दा विषय, कथानक व कथ्य पर उम्दा रचना हेतु हार्दिक बधाई आदरणीय तेजवीर सिंह साहिब। बस आरंभ…"
Friday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service