For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
ADMIN
OBO

Views: 74263

Reply to This

Replies to This Discussion

आदरणीय  अलबेला जी 

विश्वाश नहीं होता 

विनम्र श्रदांजली 

भुलाना चाहे  भी कोई ना तुम्हें भुला पायेगा 

जो लिखा जो गाया आपने संसार भुला न पायेगा 

सादर 

हम सब परमात्मा से प्रार्थना करता हूँ, उनकी दिवंगत आत्मा को चिर शांति प्रदान करे एवं उनके पारिवारिक सदस्यों को इस विषम पर‍िस्थित में संयम प्रदान करे

रियली शोकिंग न्यूज़ है, यकीन करना मुश्किल हो रहा है । ईश्वर उनके परिजनों को सब्र की तौफीक दे ।

व्यक्तिगत परिचय नहीं था लेकिन ओ.बी.ओ. की पारिवारिक सभाओं में प्राय: अलबेला जी की गूंज मुझे और कुंती को आकर्षित करती थी. इस प्रकार अलबेले अंदाज़ में उनका चले जाना ......!! हमारी श्रद्धांजलि.

दुखद समाचार! ईश्वर अलबेला जी की आत्मा को शांति दें l 

अभी कुछ देर पहले एक दुखद सूचना प्राप्त हुई है कि हमारे एक वरिष्ठ साथी नौजवान ऊर्जस्वी कवि भाई संजय मिश्रा हबीब जी का एक सड़क दुर्घटना में देहांत हो.गया है. इस हौलनाक खबर से हम सब सकते में हैं, न कुछ समझ ही आ रहा है. भरे मन से केवल यही प्रार्थना कर सकता हूँ की ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति दे... उन्हें अपने फरिश्तों में सहेज कर रखे.और उनके परिजनो को इस असीम दुःख को सहने की शक्ति दे.

कुछ समझ ही नहीं आ रहा 

इस तरह एक आत्मीय साथी का अचानक हम सबको छोड़ कर चले जाना...  यकीन नहीं होता 

ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति दे..अनके स्वजनों, परिवार जनों को इस शून्यता को सह पाने का संबल दे.

आह बहुत ही दुखद समाचार विश्वास ही नहीं हो रहा है, अश्रुपूरित श्रधांजलि ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें परिवारजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें.

अरे! विश्वास नहीं हो रहा!

पहले अलबेला जी और अब हबीब जी!

इस सदमे से उबरना कठिन होगा!

ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे!

यह पीड़ादायक समाचार सुन कर मन बहुत उदास है। भगवान  हबीब जी की आत्मा को शांति दें और

उनके परिवार को शक्ति दें।

ये दुखद समाचार जानने के बाद कुछ देर के लिये तो मैं स्तब्ध था कुछ कहते ही नही बना। पहले आदरणीय अल्बेला जी फिर आदरणीय संजय भाई, उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि,

ह्रदय विदारक .......... ! अत्यंत दुखद.......!
नहीं स्वीकारने योग्य!
काल की नियति दुखद है!

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"आराम  गया  दिल का  रिझाने के लिए आ हमदम चला आ दुख वो मिटाने के लिए आ  है ईश तू…"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति, उत्साहवर्धन और मार्गदर्श के लिए आभार। तीसरे शेर पर…"
2 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"तरही की ग़ज़लें अभ्यास के लिये होती हैं और यह अभ्यास बरसों चलता है तब एक मुकम्मल शायर निकलता है।…"
2 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"एक बात होती है शायर से उम्मीद, दूसरी होती है उसकी व्यस्तता और तीसरी होती है प्रस्तुति में हुई कोई…"
3 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"ग़ज़ल अच्छी हुई। बाहर भी निकल दैर-ओ-हरम से कभी अपने भूखे को किसी रोटी खिलाने के लिए आ. दूसरी…"
3 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"ग़ज़ल अच्छी निबाही है आपने। मेरे विचार:  भटके हैं सभी, राह दिखाने के लिए आ इन्सान को इन्सान…"
3 hours ago
surender insan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"221 1221 1221 122 1 मुझसे है अगर प्यार जताने के लिए आ।वादे जो किए तू ने निभाने के लिए…"
4 hours ago
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"धन्यवाद आ. सौरभ सर,आपने ठीक ध्यान दिलाया. ख़ुद के लिए ही है. यह त्रुटी इसलिए हुई कि मैंने पहले…"
4 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"आदरणीय नीलेश जी, आपकी प्रस्तुति का आध्यात्मिक पहलू प्रशंसनीय है.  अलबत्ता, ’तू ख़ुद लिए…"
4 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"आदरणीय तिलकराज जी की विस्तृत विवेचना के बाद कहने को कुछ नहीं रह जाता. सो, प्रस्तुति के लिए हार्दिक…"
4 hours ago
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"  ख़्वाहिश ये नहीं मुझको रिझाने के लिए आ   बीमार को तो देख के जाने के लिए आ   परदेस…"
5 hours ago
Sushil Sarna commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - चली आयी है मिलने फिर किधर से ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय गिरिराज भंडारी जी बहुत सुंदर यथार्थवादी सृजन हुआ है । हार्दिक बधाई सर"
6 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service