For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

दोहद के बारे में संक्षिप्त जानकारी

महाकवि  कालिदास ने  ‘मेघदूत ‘ खंड काव्य में  दोहद’  शब्द का प्रयोग किया है - 

रक्‍ताशोकश्‍चलकिसलय: केसरश्‍चात्र कान्‍त:
     प्रत्‍यासन्‍नौ कुरबकवृतेर्माधवीमण्डपस्‍य।
एक: सख्‍यास्‍तव सह मया वामपादाभिलाषी
     काङ्क्षत्‍वन्‍यो वदनमदिरां दोहदच्‍छद्मनास्‍या:।।

[उस क्रीड़ा-शैल में कुबरक की बाढ़ से घिरा हुआ मोतिये का मंडप है, जिसके पास एक ओर चंचल पल्‍लवोंवाला लाल फूलों का अशोक है और दूसरी ओर सुन्‍दर मौलसिरी है । उनमें से पहला मेरी तरह की दोहद के बहाने तुम्‍हारी सखी के बाएँ पैर का आघात चाहता है, और दूसरा (बकुल) उसके मुखसे मदिरा की फुहार का इच्‍छुक है।]

 

‘दोहद ‘ का सामान्य शाब्दिक अर्थ है - गर्भवती स्त्रियों की भिन्न-भिन्न इच्छाएं , उकौना, गर्भवती स्त्रियों की  मितली , गर्भ चिह्न , गर्भावस्था , गर्भ , अनंत और विचित्र इच्छाएं  

       उक्त के अतिरिक्त  ‘दोहद’ एक ऐसा लोक- विश्वास  भी है  जिसके अनुसार यदि  सर्वतोभाव सुन्दर  स्त्री   प्रियंगु,लता का स्पर्श करती है तो  उसमे फूल आने लगते हैं .  इसी प्रकार जब वह मौलसिरी  पर अपने चबाये पान का पीक थूकती है तो वह भी पुष्पित हो उठता है  . यदि ऐसी नारी अशोक के वृक्ष  पर चरणाघात  करती है तो वह  सुमनावली से लद  जाता है. तिलक का वृक्ष तो केवल उसके  दृष्टिपात से  ही प्रफुल्ल है  जो अति शीघ्र पुष्पित होने की आशा में  यक्ष की सर्वांग सुन्दर पत्नी जिसे अलकापुरी में  ब्रह्मा की प्रथम कृति के रूप में जाना जाता है, का ‘वामपादाभिलाषी’ अर्थात बायें पैर के आघात का अभिलाषी चित्रित किया गया है

 

Views: 767

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' on November 4, 2017 at 5:59am
आ. भाई गोपाल नारायन जी, महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने के लिए हार्दिक बधाई ।
Comment by बृजेश कुमार 'ब्रज' on November 1, 2017 at 9:52pm
आदरणीय डा.साहब बहुत सुन्दर ज्ञान की बात साँझा की है..हार्दिक आभार
Comment by Samar kabeer on November 1, 2017 at 9:14pm
जनाब डॉ.गोपाल नारायण श्रीवास्तव जी आदाब,'दोहद'शब्द के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की आपने,इस सुंदर प्रस्तुति हेतु बधाई स्वीकार करें ।
Comment by Alok Rawat on November 1, 2017 at 5:46pm

दोहद के विषय में आपने बहुत ही सारगर्भित और  महत्त्वपूर्ण जानकारी साझा की है ꘡ इस संबंध में निश्चय ही बहुत कम लोगों को जानकारी होगी ꘡आपका बहुत बहुत धन्यवाद ꘡

Comment by नाथ सोनांचली on November 1, 2017 at 1:23pm
आद0 गोपाल नारायण श्रीवास्तव जी सादर अभिवादन। बेहतरीन जानकारी उपलब्ध कराई आपने।आपका धन्यवाद

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर updated their profile
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया प्रतिभा जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार.. बहुत बहुत धन्यवाद.. सादर "
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय। "
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आपका हार्दिक आभार, आदरणीय"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय दयाराम जी मेरे प्रयास को मान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। हार्दिक आभार। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सौरभ पांडेय सर, बहुत दिनों बाद छंद का प्रयास किया है। आपको यह प्रयास पसंद आया, जानकर खुशी…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय आदरणीय चेतन प्रकाशजी मेरे प्रयास को मान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। हार्दिक आभार। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, प्रदत्त चित्र पर बढ़िया प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया प्रतिभा जी, प्रदत्त चित्र को शाब्दिक करती मार्मिक प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय दयाराम जी, प्रदत्त चित्र को शाब्दिक करते बहुत बढ़िया छंद हुए हैं। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय दयाराम मथानी जी छंदों पर उपस्तिथि और सराहना के लिये आपका हार्दिक आभार "
Sunday
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी छंदों पर उपस्तिथि और सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार "
Sunday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service