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Abhinav ji ye jaankar hardik prasannata hui ki apne meri rachnaon ko padhne me dilchaspi li...apke shabd ek bada sambal hain.....mujhe bhi apki rachnao ki pratiksha hi rahti hai....bahut dhanyavaad isi tarah sneh banayen rakhen...:)
abhi baahar barsaat ki bhoomika ban rahi hai ... aapke pej par gaya is drishti ke saath ki aapki rachnaon ko padh sakoon ... is rachna ko padha ... barsaat kaa sundar aur bhaav purn chitran kiya hai aapne bahut khoob aur sundar rachna badhai !! ishar kuchh naya likhen to zaroor yahaan den aapki rachna ki pratiksha rahegi |
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