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शोहरत

पल में शोहरत गर पानी है,बात अनर्गल बोलो तुम !

ताजमहल से शिव-मंदिर के कारिडोर को खोलो तुम !!

धर्म का सारा सोया सिस्टम,यूँ पल में जग जाएगा !

हर पेपर-हर चैनल में तेरा बयान ही आयेगा !!

खुली-बहस होगी तब सब जन अपना पक्ष सुनायेंगें !

कोई यमन औ जयवंती कुछ राग भैरवी गाएंगें !!

संसद की चौपाल पे फिर तेरा बयान छा जाएगा !

खो जायेंगें मुद्दे सारे - ताजमहल लहराएगा !!

मुद्दे की गर बात कही तो, खुद को हाशिये पर पाओगे !

दो कौड़ी की बात करोगे , पल में शोहरत पा जाओगे !!

 दो कौड़ी की बात करोगे ..........................!

--राजू आहूजा 

  (मौलिक एवं अप्रकाशित )     

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Comment by rajkumarahuja on April 13, 2015 at 4:59pm

@डा. विजय शंकर ..!

माननीय डा. विजय शंकर जी, सराहना हेतु आभार,...सादर !

Comment by rajkumarahuja on April 13, 2015 at 4:52pm

@शिज्ज " शकूर " ! ज़नाब शकूर साहब आपका हार्दिक अभिनन्दन ! आज के इस दौर में घिनौनी सियासत, बेलगाम कारपोरेट-जगत,  बिकाऊ मीडिया और हमारे तथाकथित धर्म-गुरु सभी नाना-प्रकार के हथकंडों से सुर्ख़ियों में बने रहना चाहते हैं ! इनकी बेलगाम जुबान से देश की फिजां खराब हो तो हो इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता !   

Comment by Dr. Vijai Shanker on April 12, 2015 at 4:52pm
मुद्दे की गर बात कही तो, खुद को हाशिये पर पाओगे !
दो कौड़ी की बात करोगे , पल में शोहरत पा जाओगे !!
बहुत खूब, बधाई, आदरणीय राजकुमार आहूजा जी, सादर।

सदस्य कार्यकारिणी
Comment by शिज्जु "शकूर" on April 12, 2015 at 12:56pm

 आदरणीय राजकुमार जी सच्ची बात बयाँ की है आपने बहुत सुंदरता से आपने अपनी सोच को शब्द दिये हैं बहुत बहुत बधाई आपको

कृपया ध्यान दे...

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