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मुझे इल्जाम मत देना


मै
इक आवाज हूँ.
जब किसी मजलूम के
मुँह से निकलूँ, 
मुझे इल्जाम मत देना.
मै...
जब किसी की
सिसकी बन
आँखों से छलकूँ
मुझे इल्जाम मत देना.
मै...
जब किसी के
दर्द में
कराह बन जाऊं,
मुझे इल्जाम मत देना.
मै...
जब किसी के
दिल से
आह बन टपकूँ,
मुझे इल्जाम मत देना.
मै...
जब किसी के
चहरे पर
ख़ुशी बन चमकूँ,
मुझे इल्जाम मत देना.
मै..................

वीणा सेठी

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Comment by vijay nikore on February 22, 2014 at 4:52pm

मर्मस्पर्शी भावों को अभिव्यक्त करती सुन्दर रचना। हार्दिक बधाई, आदरणीया वीणा जी।

 

सादर,

विजय निकोर

Comment by Veena Sethi on July 12, 2012 at 6:40pm

मेरी रचना को पसंद करने व उसपर अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए हार्दिक धन्यवाद. भविष्य में भी इसी तरह हौसलाफजाई की तमन्नाई हूँ.
 

Comment by UMASHANKER MISHRA on July 11, 2012 at 11:00pm

बहुत बढ़िया रचना स्वरों  का भाव अनुसार स्पंदन ......मुझे इल्जाम ना देना

बहुत खूब हार्दिक बधाई

Comment by SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR on July 11, 2012 at 10:11pm

जब किसी की
सिसकी बन
आँखों से छलकूँ 
मुझे इल्जाम मत देना.
मै...
जब किसी के 
दर्द में
कराह बन जाऊं,
मुझे इल्जाम मत देना.
मै...

काहे का इल्जाम अरे अब सांस सांस पर सेंसर लगता 

आँखे भरी रहें आंसू से मन कराह कर हरदम रोता !!
मार्मिक रचना वीणा जी 
भ्रमर ५ 

 

Comment by deepti sharma on July 11, 2012 at 7:21pm

वाह बहुत खुबसूरत रचना

बधाई आपको

Comment by संदीप द्विवेदी 'वाहिद काशीवासी' on July 11, 2012 at 2:01pm

आदरणीया वीणा जी,

आपने 'वाणी' की भावनात्मक व्यथा को बड़े ही मार्मिक ढंग से अभिव्यक्ति प्रदान की है| साधुवाद आपको,

Comment by अरुन 'अनन्त' on July 11, 2012 at 1:10pm

वाह बेहतरीन पंक्तियाँ सुन्दर अभिव्यक्ति.

Comment by आशीष यादव on July 10, 2012 at 10:55pm

बेहतरीन अभिव्यक्ति


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on July 10, 2012 at 10:23pm

आवाज़ अभिव्यक्ति संप्रेषण का सबसे सतही माध्यम है लेकिन वीणा सेठी जी की आवाज़ स्वयं शोर नहीं करती बल्कि संत्रस्त भावनाओं को भरपूर चीखने देती है.  यही वह नायाब खूबसूरती है जो चेहरे पर चमक के रूप में दीखती है, बतियाती हुई.. 

वीणाजी को हार्दिक बधाई


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on July 10, 2012 at 8:17pm

बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति 

कृपया ध्यान दे...

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