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धार्मिक साहित्य Discussions (166)

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तुम्ही हो खेवइयाँ सबकी

दरबार सजा भक्तो से माँ, दर्शन आस जगाऊ मै। तेरे बिन माँ कौन सहारा, तुझमे आश्रय पाऊ मै। डूब रही पतवार हमारी, माया के भवसागर में। मोह पाश में…

Started by नाथ सोनांचली

1 Aug 28, 2017
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

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मकर-संक्रान्ति पर विशेष

  भारत वस्तुतः गाँवों का देश है. यहाँ के गाँव प्रकृति और प्राकृतिक परिवर्त्तनों से अधिक प्रभावित होते हैं, बनिस्पत अन्य भौतिक कारणों से. च…

Started by Saurabh Pandey

31 May 4, 2016
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

गणेश वंदन (त्रिभंगी छंद)

हे गौरी नंदन, प्रभु सुख कंदन, हे विघ्न हरण, भगवंता ।गजबदन विनायक, शुभ मति दायक, हे प्रथम पूज्य, इक दंता ।।हे आदि अनंता, प्रिय भगवंता, रिद्…

Started by रमेश कुमार चौहान

0 Aug 13, 2015

दोहा -वंशी

दोहा -----मुरली धर मुरली बजा , गोकुल होत अधीर। राधा रानी चल पड़ीं , पहुँचत यमुना तीर । । भौरे फुस फुस कर रहे , फूलों डारे कान । राधा रानी आ…

Started by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA

0 Jul 14, 2015

शिव की पूजा करले प्राणी

शिव की पूजा करले प्राणी  शिव ही सृष्टि निर्माता है शिव लेते है उसी भाव को भाव जो मन में आता है |   सती, पार्वती, गौरी, माता शिव  के  हर  दम…

Started by sakhi singh

0 Dec 10, 2014

आये न श्याम !

                  आये न श्याम  !     कैसे करूं मनुहार                                  सखी, थके नैना पंथ निहार                             …

Started by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव

0 Nov 3, 2014

माँ के चरणों में - २

छन्न पैकैंया छन्न पकैंया जाना है बड़ी दूर |चलते-चलते पांव थक गये, मंजिल है बड़ी दूर || छन्न पैकैंया छन्न पकैंया, माँ बैठी चोटी पर |दर्शन को त…

Started by Meena Pathak

2 Oct 6, 2014
Reply by Meena Pathak

नव दुर्गा

नव दुर्गा भक्ति नवधा से समाहित, शुद्ध हो आराधना।  योग शुभ नवरात्रि मन की, पूर्ण करता कामना। ।  माँ बड़ी कल्याणकारी, यह जगत अवधारना।  आज आओ…

Started by Satyanarayan Singh

0 Oct 2, 2014

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नवरात्रे दोहे

दिव्य स्वरूपी संस्थिता ,इष्ट अलौकिक शक्ति|  शारदीय नवरात्र में ,शैल सुता की भक्ति||   ब्रह्मलोक संचालिका ,ब्रह्मचारिणी मात्र| ध्यान ज्ञान आ…

Started by rajesh kumari

0 Oct 1, 2014

जयतु मातु

द्रुतविलम्बित छंद।।।,  ऽ।।,  ऽ।।,  ऽ। ऽ.................................जयतु मातु दया सुख दायनीभगत वत्सल शोक विनाशनीजगत मातु दया तुम कीजिये…

Started by रमेश कुमार चौहान

0 Sep 30, 2014

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मिथिलेश वामनकर updated their profile
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया प्रतिभा जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार.. बहुत बहुत धन्यवाद.. सादर "
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Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय। "
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"आपका हार्दिक आभार, आदरणीय"
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय दयाराम जी मेरे प्रयास को मान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। हार्दिक आभार। सादर।"
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सौरभ पांडेय सर, बहुत दिनों बाद छंद का प्रयास किया है। आपको यह प्रयास पसंद आया, जानकर खुशी…"
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"आदरणीय आदरणीय चेतन प्रकाशजी मेरे प्रयास को मान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। हार्दिक आभार। सादर।"
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, प्रदत्त चित्र पर बढ़िया प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। सादर।"
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"आदरणीया प्रतिभा जी, प्रदत्त चित्र को शाब्दिक करती मार्मिक प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय दयाराम जी, प्रदत्त चित्र को शाब्दिक करते बहुत बढ़िया छंद हुए हैं। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
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pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय दयाराम मथानी जी छंदों पर उपस्तिथि और सराहना के लिये आपका हार्दिक आभार "
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pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी छंदों पर उपस्तिथि और सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार "
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