For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

सपना-अरुण निगम (मदिरा सवैया)

ब्याह  हुये  बत्तीस  सुहावन  साल भये नहिं भान हुआ 
नित्य निरंतर जीवन में पल का पहिया गतिमान हुआ
छाँव कभी  अरु धूप कभी  हर मौसम एक समान हुआ 
शब्द सधे  सुर-ताल सजे  यह जीवन मंगल गान हुआ ||

अरुण कुमार निगम
आदित्य नगर, दुर्ग (छत्तीसगढ़) 
06 जून 2014

Views: 1435

Attachments:

Reply to This

Replies to This Discussion

निगम जी

प्रथम तो आपको विवाह की बत्तीसवी वर्षगाँठ पर शत- शत  बधाईयाँ  i छंद पर आपके अधिकार पर कुछ नहीं कहना i बस इसी छंद की तरह आपका जीवा सवाया मदिर होता रहे i सादर i

विवाह की वर्षगाँठ पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ!

विवाह की बत्तीसवी वर्षगाँठ पर हार्दिक बधाई अरुण और सपना जी. ढेरों शुभकामनायें.बहुत सुन्दर छंद लिखा.  

विवाह की वर्षगांठ पर आपको हार्दिक बधाई व् शुभकामनाएं, आदरणीय अरुण निगम जी

आदरणीय अरुण निगम जी, विवाह की वर्षगांठ पर आपको हार्दिक बधाई व् शुभकामनाएं

आदरणीय अरुण कुमार निगम साहब, जीवन की यह शुभ घडी आपको मुबारक हो ! यह इक्तीसवें वर्ष की मुस्कराहट सिर्फ बत्तीसवें  ही नहीं बरसों बरस यूँ ही बनी रहे. पुनः बहुत-बहुत शुभकामनाएं. सादर.

बधाईयां.
स्वप्न देखो ,गीत गाओ,
सुन्दर ,सुखद ,शतवर्ष मनाओ

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177
"इस धरा से  मिटाकर  बहार आदमीचाँद पर खोजता उसके तार आदमी।१।*जिन्दगी को यहाँ  ले उधार…"
52 minutes ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177
"हर तरफ़ हर कहीं सोगवार आदमी   ग़म का मारा हुआ ख़ार-ख़ार आदमी  कैसे होगा कोई ग़म-गुसार…"
2 hours ago
Euphonic Amit replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177
"आदरणीय Nilesh Shevgaonkar जी आदाब  अच्छी ग़ज़ल हुई बधाई स्वीकार करें। // देखना वो बनेगा क़यामत…"
5 hours ago
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177
".झूठी ख़ुशियों का है इश्तिहार आदमी अस्ल में है मगर सोगवार आदमी. . अगले पल की अगरचे ख़बर भी नहीं…"
6 hours ago
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . . विरह शृंगार

दोहा सप्तक. . . . विरह शृंगारदृगजल से लोचन भरे, व्यथित हृदय उद्गार ।बाट जोहते दिन कटा, रैन लगे …See More
14 hours ago
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 165 in the group चित्र से काव्य तक
"वाह बहुत सुन्दर, चित्र जीवंत हो गया..हार्दिक बधाई आदरणीय अशोक जी"
Sunday
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 165 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अशोक जी उत्साहवर्धन और मार्गदर्शन के लिये हार्दिक आभार "
Sunday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 165 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव साहब सादर, सत्य कहा है आपने जागते का स्वप्न सफलता की ओर अग्रसर करता…"
Sunday
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 165 in the group चित्र से काव्य तक
" प्रयास पर आपके मार्गदर्शन के लिये हार्दिक आभार आदरणीय सौरभ जी"
Sunday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 165 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव साहब सादर, प्रस्तुत घनाक्षरी छंद आपको सुन्दर लगा मेरा रचना कर्म सफल…"
Sunday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 165 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया प्रतिभा पाण्डे जी सादर, प्रस्तुत घनाक्षरी छंद पर उत्साहवर्धन हेतु आपका हार्दिक आभार.…"
Sunday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 165 in the group चित्र से काव्य तक
" आदरणीय सौरभ जी सादर प्रणाम, मेरा यह प्रयास सफल रहा इसकी मुझे प्रसन्नता है. छंद पर निरंतर…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service