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खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
ADMIN
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सादर धन्यवाद आ० शन्नो जी आपको भी शुभकामनायें 

अम्बरीश जी, आपके पिता के निधन की खबर अभी पढ़ी जिसे जानकर बहुत दुख हुआ l ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें व आप सबको धीरज l 

जन्मदिवस की बधाई व अनंत शुभकामनायें आदरणीया राजेश कुमारी जी

हार्दिक धन्यवाद आ० सत्यनारायण सिंह जी .

जन्म दिन की ढेरों मंगल कामनाए आदरणीया राजेश कुमारी जी प्रभु आपको प्रगति पथ पर अग्रसर करता रहे 

आपकी शुभकामनाओं का हार्दिक स्वागत है आ० लक्ष्मण सिंह जी, बहुत- बहुत  धन्यवाद |

many many happy returns of the day Ganesh Bagi ji 

आजका दिन समर्पण और विश्वास का दिन.. भरोसों और अहसास का दिन.. अनुभूतियों और आभास का दिन..

भाई गणेशजी सपरिवार सानन्द रहें.. .


आजुये सालभर भइल हमनीं का जागेसर (उत्तराखण्ड) में भरल उसाँस पर रहीं जा..  हा हा हा हा..

का कहते हैं आदरणीय योगराज भाईजी .. ???? ..   .. :-))))))))

से,
अटल रहे अहिवात तुम्हारा..  जब लगि गंग-जमुन जलधारा ..

बबुआ, मन आ हिरदै से ढेरम्ढेर असीस आ...  सुभे-सुभ के लगनवाँ तुझे हो तुझे...

प्रणाम आदरणीय सौरभ भईया, आशीर्वाद हेतु ह्रदय से आभार।

उ भयावह मंजर आजुओ इयाद बा, धाराप्रवाह बरखा, रात में रास्ता कट गईल, बुक करावल गेस्ट हाउस देवे से मना करत रहे, उफ्फ !!!!
खैर रोटिया गरम गरम खिलवलस :-)

:-)))..

हाँ,  आ भुखओ त ओइसहीं लागल रहे..  :-))))

आदरणीय योगराज भाईजी के ऊपर हाँफ़ छुटि गइल रहे, ऊ आलगा ...

देखत ना देखत आजु एक बरीस हो गइल.. . 

आदरणीय गणेश बागी जी, विवाह की सालगिरह की आपको अनंत शुभकामनाएँ

आदरणीया कल्पना रामानी जी, ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूँ।

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