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खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
ADMIN
OBO

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भाई लक्ष्मण धामी जी,आपका तह-ए-दिल से शुक्र गुज़ार हूँ ।

आदरणीय समीर कबीर साहब को जन्म दिन की हार्दिक बधाइयाँ

बहुत बहुत शुक्रिय: भाई अरुण कुमार निगम जी ।

आदरणीय समर कबीर साहब, नमस्कार , आपको जन्मदिन की अनेकानेक अनंत , अशेष शुभकामनाएं। आप स्वस्थ रहें और दीर्घ जीवी हों। सादर।

जनाब डॉ. विजय शंकर जी, आपकी महब्बतों और दुआओं के लिये तह-ए-दिल से शुक्र गुज़ार हूँ, सलामत रहें ।

जवाब देर से देने के लिये मुआफ़ी चाहता हूँ ।

आदरणीय समर कबीर साहब, नमस्कार , एक सुखद अनुभव , कई बार आपको जन्मदिन की बधाई भेजने का प्रयास किया था पर पता नहीं क्यों वह पोस्ट नहीं हो रहा था , आज प्रयास सफल हो गया , शायद नेट की कोई बाधा रही होगी। एक बार पुनः आपको जन्मदिन की बहुत बहुत मुबारकबाद , सादर।

कभी कभी नेवर्क समस्या के कारण ऐसा हो जाता है, बहरहाल आपका बहुत बहुत शुक्रिय: ।

Dear bhai Samar ji.
I just came to OBO after a long time, and felt good to know about your birthday. Though belated, please accept my heartiest congratulations. With prayer for your welfare. I am writing i English since my Hindi font is not working.

Brotherly affection.

Vijay Nikore

भाई विजय निकोर जी आदाब, आपका तह-ए-दिल से शुक्र गुज़ार हूँ ।

उम्मीद है आप ख़ैरियत से होंगे ।

दोस्तो आदाब,

यह सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि जनाब अशोक कुमार रक्ताले जी के सम्पादन में उज्जैन (मध्य प्रदेश) से नवीन साहित्यिक पत्रिका 'कल्लोलिनी' का प्रकाशन 'दीपावली विशेषांक' से प्रारंभ किया जा रहा है । जिसका प्रवेशांक माह नवम्बर में आने की संभावना है । अतः समस्त सिद्ध साहित्यकार अपनी दीपावली पर केंद्रित काव्य रचनाएँ, लघु कथाएँ, कहानियाँ एवं आलेख ऑनलाइन ई-मेल 'teamkallolini.ujn10@gmail.com' पर दिनांक 15 अक्टूबर 2021 के पूर्व प्रेषित कर सकते हैं । पत्रिका में शिल्पबद्ध, सुगठित एवं विषय पर केंद्रित रचनाओं को ही प्राथमिकता दी जाएगी । सर्वाधिकार सम्पादक एवं प्रकाशक के पास सुरक्षित हैं ।

हार्दिक आभार आदरणीय समर कबीर साहब जी।

एडमिन जी, एक सवाल या फिर ये कह लीजिए अनुरोध है, क्या कभी भविष्य में OBO का android APP बनेगा? ये WEBSITE कितनों के MOBILE पर ठीक से नहीं चलती है। SMART PHONES में भी यही समस्या है, DESKTOP VIEW करके SITE देखनी पड़ती है, फिर हर एक पोस्ट पे जूम करके देखना पड़ता है। कभी कभी तो पोस्ट करते वक्त TEXT BOX एकदम ग़ायब हो जाता है। ऐसी कई दिक्कतें आती हैं। हो सकता है ये मेरे ही साथ हो। फिर भी अपने विचार रख दिए हैं मैंने। कृपया सभी जन सुझाव दें। धन्यवाद।

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