“अरे यार ओबामा साहब के रास्ते में कुत्ता आ गया, सुरक्षा व्यवस्था में भयंकर चूक हो गयी, अगर उसमें बम लगा होता तो?”
“कुछ नहीं यार “भारतीय कुत्ता” था, जान दे देता पर ओबामा साहब को कुछ नहीं होने देता, यार देश की इज्ज़त का सवाल था आखिर ।" जय हिन्द !
हरि प्रकाश दुबे
"मौलिक व अप्रकाशित
Comment
शिशिर जी , आपका धन्यवाद ! सादर
गजब का कटाक्ष, आदरणीय हरिप्रकाश जी. अन्यथा न लें, मेरे विचार से शायद! तीन दिनों से चौबीसों घंटे न्यूज चैनलों पर, अतिथि बाजी देख-देखकर आपकी लेखनी रुक नही पाई .... :)))
भारतीय कुत्ता” था, जान दे देता पर ओबामा साहब को कुछ नहीं होने देता
आदरणीय हरिप्रकाश जी सर ,क्या ख़ूब समसामयिक व्यंग्य है |भारतीय कुत्ते की वफ़ादारी जग प्रसिद्ध है ,किंतु इनके टिके नहीं लगे होते हैं ,जब काट ले तो ........हा ..... हा ... खैर ...रचना अनुपम है |सादर अभिनन्दन |
ग़ज़ब ! रचनात्मकता के साथ सामयिक घटना शाब्दिक हुई है. हार्दिक बधाई, आदरणीय हरिभाईजी.
मैं आदरणीय विनोद खनगवालभाई से सहमत हँ. मै भी यही कहने जा रहा था कि ’जय हिन्द’ से क्या अपेक्षित है ? कि, आदणीय विनोदभाई की टिप्पणी दिख गयी.
सादर
एक चुटीली लघुकथा हेतु हार्दिक बधाई स्वीकारें ..
बहुत खूब
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