आदरणीय साथिओ,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
आदरणीय सुनील वर्मा जी आप ने बहुत उम्दा लघुकथा लिखी है. बधाई आप को इस शानदार लघुकथा के लिए.
प्रिय सुनील भाई, लघुकथा की एक सबसे बड़ी विशिष्टता है क्षणिक बोध से अमिट प्रभाव की सृष्टि । प्रस्तुत लघुकथा इस विशिष्टता का एक सटीक उदाहरण है । मानवीय चेतना की एक विशिष्टता ये है कि वह किसी निर्णय को आत्म निर्णय बनाए बगैर उसे अपना नहीं सकता इस वजह से वह विरूद्ध दिशाओं में पहुंचने वाले आदेश-अनुशासनों को वह आत्मसात नहीं कर सकता। सच्चा साहित्य दूषित व्यवस्थाओं को बदलने तथा ऐ अधिक निर्दोष जीवन प्रतिष्ठित करने के प्रयोजन से सृष्ट होता है और वह पाठक की अंत: चेतना पर आक्रमण कर उसमें बोध जगाता है कि या नहीं है जो होना चाहिए और उसकी जगह क्या है जो नहीं होना चाहिए । इस बोध मा्त्र से चेतना आंदोलित हो उठती है और समझ में आ जाता है कि क्या करना है और किस दिशा में बढ़ना है। चूंकि इस बात को वह (पाठक) स्वयं तय करता है इसलिए उसका निर्णय आत्मनिर्णय होता है । प्रस्तुत लघुकथा में सत्यनारायण... हरिराम... विष्णु और अंत में बंटी का आना एक क्रांतिकारी वैचारिक परिवर्तन की ओर संकेत कर रहा है । यह एक यथार्थपरक रचना है छद्म भाव की श्रद्धा पर एक करारा प्रहार करती इस शानदार लघुकथा हेतु आपको असीम शुभकामनाएं । लघुकथा का शीर्षक 'आनंद पथ' मेरे विचार से कुछ उचित नहीं लग रहा । सादर
आ. सुनील जी नये कथानक के साथ अंतिम पंक्तियों ने मन मोह लिया. बधाई आपको
क्या कहने हैं भाई सुनील जी, यह होती है लघुकथा. विद्वान् लोग कहते हैं कि लघुकथाकार निर्भीक भी होता है और क्रांतिकारी भी, इस लघुकथा ने वह बात सिद्ध कर दी. धारा के विपरीत जाने की हिम्मत हर किसी की नहीं होती. निरालम्ब मान्यतायों को जिस प्रकार आपने धत्ता बताकर अपनी बात कही है, वाह सीधे दिल में उतरती है. मेरी तरफ से हार्दिक बधाई प्रेषित है.
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |