For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

कल-कल-कल-कल
बहती नदियाँ
झर-झर-झर-झर
झरते झरने
घुन-घुन-घुन-घुन
गाते भँवर
घिर-घिर-घिर-घिर
बदरा बरसे
जिन पर सबको है अभिमान
मेरा प्यारा हिन्दुस्तान
सबसे न्यारा हिन्दुस्तान
तुमको प्यारा हिन्दुस्तान
हमको प्यारा हिन्दुस्तान
सबको प्यारा हिन्दुस्तान।

पडोसियों ने सीमा पर
जब-जब आग बरसाई है
गवाह हिमालय है हमने अपनी
छाती छलनी कराई है
माताओं ने अपने बेटे
सरहद पे लुटाए हैं
हिमालय की वादियों में भी
अमन के चमन खिलाए हैं
सबको जिन पर है अभिमान
सबसे प्यारा हिन्दुस्तान
रणवीरों का हिन्दुस्तान
मेरी धरती हिन्दुस्तान
तेरी धरती हिन्दुस्तान
सबकी धरती हिन्दुस्तान।

मौलिक व अप्रकाशित

Views: 1055

Replies to This Discussion

देशभक्ति से ओतप्रोत यह रचना आपकी बहुत सुन्दर हुई है । हार्दिक बधाई आदरणीय ।
आदरणीया कल्पना भट्ट जी रचना प्रशंसा के लिए हार्दिक आभार। सादर।
आदरणीय सुरेश जी सादर अभिवादन देश भक्ति की भावना से ओज प्रोत यह रचना बेहद उम्दा और भावपूर्ण है। बधाई ऐसे सृजन के लिए।
आदरणीय सुरेन्द्र नाथ जी रचना अनुमोदन के लिए हार्दिक आभार।सादर।

बाल साहित्य में आपकी प्रस्तुति का स्वागत है, आदरणीय. अच्छी भावनाओं को शब्द देती यह रचना रोचक भी बन पड़ी है. इस हेतु हार्दिक बधाइयाँ.

लेकिन इसी के साथ एक आवश्यक बात साझा करनी आवश्यक है. बाल रचनाएँ अविकसित या अनगढ़ वयस्क रचनाएँ नहीं होतीं. बल्कि इनकी एक विशेष श्रेणी हुआ करती है. ऐसी रचनाओं में न केवल भाव बल्कि शब्द, शब्द-संयोजन, तदनुरूप प्रवाह तथा संप्रेषणीयता का होना अत्यंत आवश्यक है. इसी कारण ऐसी रचनाओं की शिल्पगत प्रौढ़ता न दिखती हुई भी बहुत अधिक होती है. विश्वास है, आप ही नहीं अन्य रचनाकार भी इस ओर उचित ध्यान देंगे. बाल-साहित्य की रचनाएँ जितनी सहज दिखती हैं उतनी हुआ नहीं करतीं. आजका साहित्यिक माहौल भले ही उतना उपयुक्त न दिख रहा हो. लेकिन समृद्ध बाल रचनाएँ लिखी जा रही हैं. पुराने और प्रतिष्ठित रचनाकारों में दिनकर, बच्चन, पंत, महादेवी, कन्हैयालाल नन्दन, राजेन्द्र अवस्थी आदि बहुत से नाम हैं जिन्होंने बाल-साहित्य में ’गंंभीर’ काम किया है. 

हार्दिक शुभकामनाएँ 

श्रद्धेय सौरभ पांडेय जी सादर अभिवादन! रचना को अपना कीमती समय देकर मार्गदर्शन करने के लिए हृदय की गहराईयों से आभार। आपके संकेत को मैं समझ गया हूँ। आपके मार्गदर्शन में आगे और अधिक शिल्पगत प्रौढ एवं परिपक्व रचनाएं प्रेषित होंगी।ऐसी कोशिश रहेगी। सादर।

हार्दिक धन्यवाद और शुभेच्छाएँ, आदरणीय।

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"आ. प्रतिभा बहन, सादर अभिवादन।सुंदर दोहे हुए हैं। हार्दिक बधाई।  'कहे ऊँटनी भी जिसे, अब…"
2 minutes ago
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सौरभ भाईजी  गलतियाँ भले छोटी हो लेकिन आपके सुझाव बड़े काम के हैं|  कुछ ऐसे…"
7 minutes ago
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय लक्ष्मण भाईजी, हार्दिक धन्यवाद आभार आपका|"
27 minutes ago
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया  प्रतिभाजी  हार्दिक धन्यवाद आभार आपका|"
29 minutes ago
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अखिलेश जी उत्साहवर्धन करती टिप्पणी के लिए हार्दिक आभार "
1 hour ago
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय शिज्जू शकीर जी हर एक दोहे पर समीक्षात्मक टिप्पणी  सराहना और उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक…"
1 hour ago
Shabla Arora left a comment for गिरिराज भंडारी
"आभार आदरणीय 🙏🙏"
1 hour ago
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"तू जो मनमौजी अगर, मैं भी मन का मोरआ रे सूरज देख लें, किसमें कितना जोर // वाह.. मूरख मनुआ क्या तुझे…"
1 hour ago
अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"धन्यवाद प्रतिभा जी"
2 hours ago
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"धरती की बहुएं हवा, सागर इसका सेठ।सूरज ने बतला दिया, क्या होता है जेठ।।// जेठ को गजब रोचक ढंग से…"
2 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"जी, उचित है। बहुत बढिया "
2 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"दोहे सिरजे आपने, करते जल गुणगान। चित्र हुआ है सार्थक, इनमें कई निदान।। सारे दोहे आपके, निश्चित…"
2 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service