For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

दहेज प्रथा
सामाजिक पतन
कैसी ये व्यथा !!

भ्रूण संहार
अंसतुलित हम
गिरता स्तर !!

घना कोहरा
छायी उदासीनता
न हो सवेरा !!

उम्र नादान
विलक्षण प्रतिभा
छू आसमान !!

कड़वा सच
गिरती नैतिकता
देख दर्पण !!


मौलिक व अप्रकाशित
(प्रवीन मलिक)

Views: 655

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by Parveen Malik on September 20, 2013 at 2:38pm
आदरणीय सौरभ जी मुझे भी हार्दिक प्रसन्नता हो रही है आपकी टिप्पणी पाकर ... सादर धन्यवाद .....
Comment by Parveen Malik on September 20, 2013 at 2:34pm
प्राची जी दूसरी कोशिश मैंने आपसे पहला रचना में प्राप्त टिप्पणी को ध्यान में रखते हुये की है .... आप लोग मार्गदर्शन करते रहिये मैं और सुन्दर लिखने की कोशिश करुगीं ... आपको हर हाइकु पसंद आया जानकर बड़ा अच्छा लगा की कदम सही दिशा में बढ़ रहे हैं ! सादर धन्यवाद !
Comment by Parveen Malik on September 20, 2013 at 2:30pm
आदरणीय विजय निकोर जी तहेदिल से शुक्रिया आपका रचना को समय देने के लिए ....
Comment by Parveen Malik on September 20, 2013 at 2:29pm
विजयाश्री जी अपना बहुमूल्य समय देने के लिए हार्दिक धन्यवाद ....
Comment by Parveen Malik on September 20, 2013 at 2:27pm
अरुन जी कोशिश कर रही हूँ कि हाइकु और ज्यादा सुन्दर बन पड़ें .... बस आप लोग यूहीं हौसलाअफजायी करते रहेंगें तो सफलता मिल ही जायेगी ... सादर धन्यवाद ...
Comment by Parveen Malik on September 20, 2013 at 2:25pm
सादर धन्यवाद मीना पाठक जी अपना अनमोल समय एंव स्नेह देने के लिए ...
Comment by Parveen Malik on September 20, 2013 at 2:24pm
आदरणीय अन्नपूर्णा बाजपेयी जी तहेदिल से शुक्रिया आपका हौसलाअफजायी के लिए .... सादर धन्यवाद !
Comment by Parveen Malik on September 20, 2013 at 2:22pm
जितेन्द्र जी आपको रचना पसन्द आयी हार्दिक धन्यवाद ... स्नेह बनाये रखियेगा !
Comment by Parveen Malik on September 20, 2013 at 2:21pm
आदरणीय गिरिराज जी हम भी अभी सीख रहें हैं ... आपने समय दिया और सराहा ... बहुत बहुत शुक्रिया !

सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on September 19, 2013 at 11:09am

आपकी हाइकु प्रस्तुति से मन आह्लादित है आदरणीया.

सादर बधाइयाँ.

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

anwar suhail updated their profile
8 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

न पावन हुए जब मनों के लिए -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

१२२/१२२/१२२/१२****सदा बँट के जग में जमातों में हम रहे खून  लिखते  किताबों में हम।१। * हमें मौत …See More
yesterday
ajay sharma shared a profile on Facebook
Thursday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"शुक्रिया आदरणीय।"
Monday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी, पोस्ट पर आने एवं अपने विचारों से मार्ग दर्शन के लिए हार्दिक आभार।"
Sunday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"सादर नमस्कार। पति-पत्नी संबंधों में यकायक तनाव आने और कोर्ट-कचहरी तक जाकर‌ वापस सकारात्मक…"
Nov 30
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदाब। सोशल मीडियाई मित्रता के चलन के एक पहलू को उजागर करती सांकेतिक तंजदार रचना हेतु हार्दिक बधाई…"
Nov 30
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"सादर नमस्कार।‌ रचना पटल पर अपना अमूल्य समय देकर रचना के संदेश पर समीक्षात्मक टिप्पणी और…"
Nov 30
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदाब।‌ रचना पटल पर समय देकर रचना के मर्म पर समीक्षात्मक टिप्पणी और प्रोत्साहन हेतु हार्दिक…"
Nov 30
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी, आपकी लघु कथा हम भारतीयों की विदेश में रहने वालों के प्रति जो…"
Nov 30
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदरणीय मनन कुमार जी, आपने इतनी संक्षेप में बात को प्रसतुत कर सारी कहानी बता दी। इसे कहते हे बात…"
Nov 30
AMAN SINHA and रौशन जसवाल विक्षिप्‍त are now friends
Nov 30

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service