For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

श्री योगराज प्रभाकर जी बने ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम के "प्रधान संपादक"

ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के सभी सदस्यों और Visitors को सूचित करते हुए मुझे अपार हर्ष और गर्व की अनुभूति हो रही है कि ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के बरिष्ठ सदस्य एवं अभिभावक परम आदरणीय श्री योगराज प्रभाकर जी को ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम के "प्रधान संपादक" के (अवै०) पद पर सुशोभित, OBO परिवार के सर्व सम्मति से किया जा रहा है,

श्री प्रभाकर जी को ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम के "प्रधान संपादक" के पद को सुशोभित करने हेतु बहुत बहुत बधाई तथा हम सभी उम्मीद करते है कि श्री प्रभाकर जी के कुशल संपादन मे ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम प्रगति पथ पर निरंतर अग्रसर रहेगा |

धन्यबाद सहित आप सबका अपना
गनेश जी "बागी"
सदस्य टीम एडमिन
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम

Views: 1985

Reply to This

Replies to This Discussion

बधाई
सभी साथियों का तह-ए-दिल से शुक्रिया !
शुभ कामनाएं एवं बधाई
शुभ कामनाएं एवं बधाई
श्री योगराज प्रभाकर सुपुत्र
चिरंजीव भवः
बधाई वा शुभ मंगल कामनाएँ
आपकी गुड्डो दादी चिकागो से
दादी माँ, आपका आशीर्वाद मिला, मैं कृतार्थ हुआ ! दिल से आभार !
Aadarniy prabhakar ji ko pradhan sampadak banane pr hardik badhai.
Thank you so very much Ashish jee,
श्री प्रभाकर जी को हार्दिक बधाई ! उम्मीद है की आपके नेतृत्व में ओ.बी.ओ. खूब तरक्की करेगा .मैं ओ.बी.ओ. से जुड़कर काफी खुश किस्मत मान रह हूँ खुदको . व्यस्त दौर में कुछ पढने - लिखने को नया मंच मिला .
योगराज जी,
आदाब,
संपादक पद पर आपका पदार्पण महीमा पूर्ण है दोनों की ही ख्याति होगी. स्तरीय सृजन,सांप्रदायिक सद्भाव और जनवादी स्वरों को पहचान मिलेगी, कविता कहना बहुत आसान है लेकिन क्या कहना चाहिये, कथा वस्तु क्या हो? कवि के सरोकार क्या हों? प्रेम प्रसंगों की सुरमई दुनिया से बाहर जो बदसूरत, बदबूदार यथार्थ बिखरा पडा है उसे संभालना भी जरुरी है..आप यह सब जानते हैं, पारंगत हैं..नये रचनाकर्मियों को नया रचना धर्म देना होगा..नये सिरे से आपको तिलक करना होगा..देखने में आसान है पर बडा कठिन कार्य है, आपने स्वीकार किया है, मुझे खुशी है..सरोकारों की आग अब और धधकेगी...हम भी वक्त वक्त पर फ़ूँक मारते रहेंगे..आग जली रहे..दहकती रहे...आपका साथ और सानिद्ध्य बना रहे..आमीन
आदाब
बधाई

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post दोहा दसक- झूठ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। दोहों पर आपकी उपस्थिति और प्रशंसा से लेखन सफल हुआ। स्नेह के लिए आभार।"
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . पतंग
"आदरणीय सौरभ जी सृजन के भावों को आत्मीय मान से सम्मानित करने का दिल से आभार आदरणीय "
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post शर्मिन्दगी - लघु कथा
"आदरणीय सौरभ जी सृजन के भावों को मान देने एवं सुझाव का का दिल से आभार आदरणीय जी । "
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . जीत - हार
"आदरणीय सौरभ जी सृजन पर आपकी समीक्षात्मक प्रतिक्रिया एवं अमूल्य सुझावों का दिल से आभार आदरणीय जी ।…"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। सुंदर गीत रचा है। हार्दिक बधाई।"
Monday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"आ. भाई सुरेश जी, अभिवादन। सुंदर गीत हुआ है। हार्दिक बधाई।"
Monday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुंदर दोहे हुए हैं।भाई अशोक जी की बात से सहमत हूँ। सादर "
Monday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"दोहो *** मित्र ढूँढता कौन  है, मौसम  के अनुरूप हर मौसम में चाहिए, इस जीवन को धूप।। *…"
Monday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"  आदरणीय सुशील सरना साहब सादर, सुंदर दोहे हैं किन्तु प्रदत्त विषय अनुकूल नहीं है. सादर "
Sunday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी सादर, सुन्दर गीत रचा है आपने. प्रदत्त विषय पर. हार्दिक बधाई स्वीकारें.…"
Sunday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-171
"  आदरणीय सुरेश कुमार 'कल्याण' जी सादर, मौसम के सुखद बदलाव के असर को भिन्न-भिन्न कोण…"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . धर्म
"आदरणीय सौरभ जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय "
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service