For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

ओ बी ओ पर आयोजित ‘चित्र से काव्य तक’ प्रतियोगिता' की खबर देश के प्रतिष्ठित अखबारों में !

Views: 2377

Reply to This

Replies to This Discussion

Yh hmare liye garw ki baat h.

स्वागत है भाई आशीष जी ! सत्य कह रहे हैं आप ! :-))

चल-चल पुरतो निधेहि चरणम्

सदैव पुरतो निधेहि चरणम्

उत्तरोत्तर प्रगति की ओर बढ़ते चरण शब्द नहीं करते बल्कि दूरियाँ तय करते हैं.  

हार्दिक बधाइयाँ, आदरणीय अम्बरीष जी.  .. जय ओबीओ .. .

 

जय ओ बी ओ ......आदरणीय सौरभ जी ! ओ बी ओ की उत्तरोतर प्रगति में निरंतर योगदान के लिए आपका हार्दिक आभार | आपको भी हार्दिक बधाई मित्रवर ! 

आदरणीय,,, 

ओबीओ पर व्यतीत क्षण उद्दात अनुभूतियाँ रही हैं. कितना समय व्यतीत ही हुआ है अभीतक? किन्तु, इतने ही समय में इतना कुछ जीना लेना अक्सर संभव नहीं होता. इन अद्वितीय अनुभूतियों के लिये ओबीओ का वातावरण ही पल जुटाता रहा है. सहयोग और साहचर्य की सादर अपेक्षा के साथ....

 

सत्य वचन आदरणीय मित्रवर | जय ओ बी ओ !

 उत्तरोत्तर प्रगति की ओर बढ़ते चरण शब्द नहीं करते बल्कि दूरियाँ तय करते हैं.  .....kya sateek bayan hai Saurabh ji.

 अम्बरीष जी.....जय ओबीओ 

हार्दिक बधाइयाँ.....

सादर

वाह ! बहुत अच्छी खबर सुनाई...अम्बरीश जी आपको बहुत बधाई. 

धन्यवाद आदरणीया शन्नो जी !

मान्यवर आभार है   ,   हुआ बड़ा ही गर्व

चित्र-काव्य प्रतियोगिता,लगती मानो पर्व.

ओबीओ परिवार को शुभकामनायें

Aadarniya shri Arun sir ji, hm log to OBO pr ise parw ki tarah hi manate hai.

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-179
"आपकी ग़ज़ल में रदीफ़, काफ़िया और बह्र की दृष्टि से प्रयास सधा हुआ है। इसे प्रशंसनीय अभ्यास माना जा…"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-179
"सादर , अभिवादन आदरणीय।"
2 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-179
"नफ़रतों की आँधियों में प्यार भी करते रहे।शांति का हर ओर से आधार भी करते रहे।१। *दुश्मनों के काल को…"
2 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-179
"जय-जय"
2 hours ago
Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-179
"स्वागतम"
2 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Saurabh Pandey's blog post गजल - जा तुझे इश्क हो // -- सौरभ
"आ. सौरभ सर श्राप है या दुआ जा तुझे इश्क़ हो मुझ को तो हो गया जा तुझे इश्क़ हो..इस ग़ज़ल के…"
7 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की- लगती हैं बेरंग सारी तितलियाँ तेरे बिना
"धन्यवाद आ. नाथ जी "
7 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की- लगती हैं बेरंग सारी तितलियाँ तेरे बिना
"धन्यवाद आ. विजय जी "
7 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की- लगती हैं बेरंग सारी तितलियाँ तेरे बिना
"धन्यवाद आ. अजय जी "
7 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की- लगती हैं बेरंग सारी तितलियाँ तेरे बिना
"धन्यवाद आ. लक्ष्मण जी "
7 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की- लगती हैं बेरंग सारी तितलियाँ तेरे बिना
"धन्यवाद आ. समर सर. पता नहीं मैं इस ग़ज़ल पर आई टिप्पणियाँ पढ़ ही नहीं पाया "
7 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की- लगती हैं बेरंग सारी तितलियाँ तेरे बिना
"धन्यवाद आ. रचना जी "
7 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service