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(22 22 22)

छोटी छोटी बातें
छोटी छोटी रातें

.

छोटे छोटे लम्हे
जीवन की सौगातें

.

भीगा भीगा मौसम
गुन गुन करती रातें

.

दिल में आग लगायें
रिमझिम सी बरसातें

.

तेरे मेरे सपने

दिल से दिल की बातें

.

आंसू आंसू शिकवा
आंसू आंसू बातें

.

याद रही खामोशी
भूले न मुलाकातें

सुशील सरना
मौलिक एवं अप्रकाशित

Views: 388

Comment

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Comment by Sushil Sarna on June 2, 2016 at 6:22pm

आदरणीया कल्पना जी प्रस्तुति पर आपकी स्नेहिल प्रशंसा का दिल से आभार। 

Comment by KALPANA BHATT ('रौनक़') on June 2, 2016 at 3:00pm

सुंदर रचना हुई है आदरणीय सुशिल सरना जी बधाई स्वीकारें |

Comment by Sushil Sarna on June 2, 2016 at 11:12am

आदरणीय समर कबीर साहिब मेरे प्रयास को थपकी देती आपकी उत्साहवर्धक प्रशंसा का दिल से आभार। 

Comment by Samar kabeer on June 1, 2016 at 5:59pm
जनाब सुशील सरना जी आदाब,छोटी बह्र में बहुत उम्दा अशआर निकाले हैं आपने,शैर दर शैर दाद के साथ मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएँ ।

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