भ्रष्टाचार-
हाकिम से लेकर अर्दली तक नौेकर से लेेेकर व्यौपारी तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में।मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
गाय से लेकर हाथी तक।कुते चूहे से लेकर बिल्ली तक।।
पेशोपेश में हैं पशु-पक्षी।बाज से लेकर तित्ल्ली तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
सेठ से लेकर कुली तक।कोठी से लेकर खोली तक।।
खदानो वनों के दोहन से ले निर्माण बांध नदी पुल गटर नाली तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
बाल-विवाह और फागुन में गाते अश्लील गीत औ गाली तक।।
बुडडे भी शादी कर ले आते दुल्हन नई नवेली तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
तिल से लेकर राई तक।गायब दूध से मलाई तक।।
खानपान हुआ बेमजा दहीबडे से लेकर रसमलाई तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
बोतल से लेकर थैली तक डण्डे से दुनाली तक।।
परेशां गुरूओं के करते चेलो से लेकर चेली तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक ।।
माली से लेकर कसाई तक।चल रहे नोट भी जाली तक।।
मंदिर-मस्जिद में पुजारी से लेकर सवाली तक ।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
मणिहारी से लेकर सुनारी तक।सुथारी से लेकर लुहारी तक।।
दर्जी से लेकर नाई तक।पिंजारों से लेकर चूडियों की बनवाई तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
हवालात से जैल तक हवाई बस से लेकर रेल तक।।
डिजल पेट्रोल केरोसीन अछूता रहा न खेल तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
स्कूलों कालेज की पढाई ले अस्पताल से लेकर दवाई तक।।
नीम हकीमों से लेकर तांत्रिको की ईल्माई तक।।
कन्या भू्रण हत्याओं से लेकर मानव अंगो की बिकवाली तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
ड्राईक्लिनर से लेकर जीनगरी और।कुम्हार से लेकर कलाली तक।।
कलाकारों की कलाकारी से लेकर जादूगरों की जादूगरी तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
पानी बिजली के बिल से लेकर टेलिफोन मोबाईल तक।।
रसोईगैसं कोयला लकडी से लेकर आॅटोमोबाईल तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
मिलों में रंगाईछपाई के कारखानो से लेकर खेतों की बुवाई तक।।
ठेकेदारों के ठेको से लेकर राशन की सप्लाई तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश मे मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
दलालों की दलाली से लेकर कोर्ट की बहाली तक।।
चाहे जितना जोर लगाओ एडी से लेकर चोटी तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक ।।
चाहे जितना कसकर बांधो धोती औ लंगोटी तक।।
पैसो के आगे ढिली पड जाती हैं कानून कायदो की पोथी तक।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
गाॅव शहरों की गलियों से लेकर राष्ट्रीय मार्ग बनवाई तक।।
हर एक देश वासी जिम्मेदार बढती गरीबी बेकारी महंगाई तक ।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
नगरपरिषद नगरनिगम से लेकर नगरविकास न्यास प्राधिकरण परिधि तक।।
देश का हर नागरिक बेबस और लाचार जन्म-मरण कार्य विधि तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक ।।
ए.सी.डी. से लेकर सी.वी.सी. अधिकारी तक।।
दाल में काला तो क्या हैं पूरी दाल ही काली तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
नरेगा से लेकर बी.पी.एल.परिवारों की सूची तक।। इंटरनेट से लेकर टी0वी0 तक।।
शरीके-जुर्म मैं तो क्या शामिल सबकी अपनी अपनी पत्नि तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक ।।
आॅडियो विडियो से ले गद्य-पद्य के लेखों किताबों की कर लेते हैं काॅपी तक।
भ्रष्टाचार वट-वृक्ष बना जडे गई गहराई तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।े
चंदन के गीतो दोहो छंदों ंसे लेकर गजलों कव्वाली तक।।
साहित्यकारों लेखको को चैन नहीं मिलेगा देश की खुशहाली तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
नेमीचन्द पूनिया चन्दन पाली मारवाड राजस्थान
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