कहती है सरकार ,खजाना खाली है
बेकल बेरोजगार खजाना खाली है
बिना विभाग के मंत्री पद निर्माण करें ;
जनता के लिए यार ,खजाना खाली है .
अपने हक जो मांगे उन को पीटो बस;
कर लो गिरफ्तार ,खजाना खाली है .
सी .एम् पुत्र तो सी. एम् ही बन जाना है
काहे की तकरार ,खजाना खाली है .
वोटें हैं ,मेहनत हैं ,या फिर जेबें हैं ;
इन की क्यों सोचें यार ,खजाना खाली है .
दीप जीर्वी
Comment
आदरणीय दीप जी प्रणाम
वाह बहुत सही बात कही है आपने
हार्दिक बधाई
सरकार पे प्रहार करती रचना के लिए हार्दिक बधाई स्वीकारें आदरणीय दीप जी
वाह, वाह, वाह, क्या जबरदस्त कटाक्ष बद्ध किया है शब्दों को मजा आ गया पढ़ कर सच को आईना दिखा दिया
वाह साहेब दीप जीर्वी जी....
बहुत खूब.......
बिना विभाग के मंत्री पद निर्माण करें ;
जनता के लिए यार ,खजाना खाली है .
__बधाई !
दीप जी
उद्येश्यपूर्ण कहन के लिये आपका हार्दिक धन्यवाद.
बिना विभाग के मंत्री पद निर्माण करें ;
जनता के लिए यार ,खजाना खाली है .
अपने हक जो मांगे उन को पीटो बस;
कर लो गिरफ्तार ,खजाना खाली है .
देश की अर्थव्यवस्था की मौजूदा शाखाओं के कुविस्तार को दर्शाती इस रचना के लिए आपको बधाई आ. दीप जी
बेहतरीन प्रस्तुति
बहुत बहुत बधाई आपको
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