For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

कौरव पांडव मिल चीर खीचते ,
सदन खड़ी बेचारी द्रोपदी बनकर,
हाथ जोड़े लुट रही थी वो अबला,
कृष्ण ना दिखे किसी के अन्दर ,

चुनाव का चौपड़ है बिछने वाला ,
शकुनी चलेगा चाल,पासे फेककर,
खेलेंगे खेल दुर्योधन दुश्शाशन ,
होगा खड़ा शिखंडी भेष बदलकर,

हे!जनता जनार्दन अब तो जागो,
रक्षा करो कृष्ण तुम बनकर,
दिखाओ,तुम्हे भी आती है बचानी आबरू ,
"बागी" नहीं जीना शकुनी का पासा बनकर,

Views: 935

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by asha pandey ojha on February 16, 2012 at 4:38pm

bahut gahrai hai  ek hunkaar bhi  ,, sahniy ko ahsan karne ka prtikaar bhi 

Comment by Dr.Brijesh Kumar Tripathi on August 11, 2010 at 3:31pm
अति सुन्दर ... जनता जनार्दन पर विश्वास कायम रखो गणेश जी सब ठीक होगा
Comment by आशीष यादव on July 26, 2010 at 2:02pm
Jb sansad ne jhagda shuru ho jat ba t janta ke jhagda kaise chhuti. Ego hamar gaon ba. Ka batai halat. Har saal aashadh sawan me thana faudari shuru ho jat rahal pani ke nikasi khatir. Bhagwan se na dekh gaeel, 2 saal se buniye na parat ba. Ab kahe k jhagada. Ab pta chalat ba logan ke. Aisahi sansad me bhi kauno prakop awashya aai tbe ee logan me sudhar hoi. Sansad se badh ke ka ba jaha ki desh ke bhawishya khatir bichar howe ke chahi juta chappal chalat ba. Bahut badhiya kawita ba.
Comment by Sanjay Kumar Singh on July 25, 2010 at 2:06pm
Aaj ki Rajniti ka behtar chitran, badhiya kavita hai, thanks Bagi jee,
Comment by PREETAM TIWARY(PREET) on July 25, 2010 at 10:22am
कौरव पांडव मिल चीर खीचते ,
सदन खड़ी बेचारी द्रोपदी बनकर,
हाथ जोड़े लुट रही थी वो अबला,
कृष्ण ना दिखे किसी के अन्दर ,

बहुत सही गणेश भैया....ये नेता लोग एक तरह से देखे तो सब के सब पागल हो गये हैं....इनको ना तो देश की कोई चिंता है और ना ही हमारे देश के संविधान की कोई इज़्ज़त है इनके दिल मे.....
मेरी राय मे तो ऐसे नेताओं को बीच चौराहे पर एक लाइन से खड़ा करके या तो गोली मार देनी चाहिएया बीच चौराहे पर ही फासी देनी चाहिए...

मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on July 24, 2010 at 8:58pm
आदरणीया गुड्डो दादी, नीलम दीदी,आदरणीय सतीश भईया, रवि कुमार गुरु जी,मित्र अमरेन्द्र जी, छवि चौरसिया जी , मेराज जी , आनंद जी, सतेन्द्र भाई और विवेक मिश्रा जी आप सब का बहुत बहुत धन्यवाद जो आपने अपने कीमती समय से कुछ पल निकालकर मेरा उत्साहवर्धन किये,
Comment by विवेक मिश्र on July 24, 2010 at 8:45pm
baah re ganesh bhai... garda uda dele baani raua ta. upar se photu bhi ekdam matching waala laagal ba. dekhal jaau.. shayad e kavita ke maadhyam se raur baat e neta log ke kaan mein pahunch jaaye..
Comment by Satyendra Kumar Upadhyay on July 24, 2010 at 5:57pm
Hamare desh ki yahi vidambana hai, kya kare aise logo se hi ham sharmashar ho rahe hain
Comment by Rash Bihari Ravi on July 23, 2010 at 9:18pm
sir ji kamal kar rahe hain
Comment by satish mapatpuri on July 23, 2010 at 3:33pm
चुनाव का चौपड़ है बिछने वाला ,
शकुनी चलेगा चाल,पासे फेककर,
खेलेंगे खेल दुर्योधन दुश्शाशन ,
होगा खड़ा शिखंडी भेष बदलकर,

हे!जनता जनार्दन अब तो जागो,
रक्षा करो कृष्ण तुम बनकर,
दिखाओ,तुम्हे भी आती है बचानी आबरू ,
"बागी" नहीं जीना शकुनी का पासा बनकर,
बहुत ही यथार्थ चित्रण है, धन्यवाद.

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना
"वाह बहुत खूबसूरत सृजन है सर जी हार्दिक बधाई"
yesterday
Samar kabeer commented on Samar kabeer's blog post "ओबीओ की 14वीं सालगिरह का तुहफ़ा"
"जनाब चेतन प्रकाश जी आदाब, आमीन ! आपकी सुख़न नवाज़ी के लिए बहुत शुक्रिय: अदा करता हूँ,सलामत रहें ।"
Wednesday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166

परम आत्मीय स्वजन,ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 166 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का…See More
Tuesday
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 155

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ पचपनवाँ आयोजन है.…See More
Tuesday
Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"तकनीकी कारणों से साइट खुलने में व्यवधान को देखते हुए आयोजन अवधि आज दिनांक 15.04.24 को रात्रि 12 बजे…"
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, बहुत बढ़िया प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। सादर।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"आदरणीय समर कबीर जी हार्दिक धन्यवाद आपका। बहुत बहुत आभार।"
Sunday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"जय- पराजय ः गीतिका छंद जय पराजय कुछ नहीं बस, आँकड़ो का मेल है । आड़ ..लेकर ..दूसरों.. की़, जीतने…"
Sunday
Samar kabeer replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"जनाब मिथिलेश वामनकर जी आदाब, उम्द: रचना हुई है, बधाई स्वीकार करें ।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर posted a blog post

ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना

याद कर इतना न दिल कमजोर करनाआऊंगा तब खूब जी भर बोर करना।मुख्तसर सी बात है लेकिन जरूरीकह दूं मैं, बस…See More
Apr 13

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"मन की तख्ती पर सदा, खींचो सत्य सुरेख। जय की होगी शृंखला  एक पराजय देख। - आयेंगे कुछ मौन…"
Apr 13
Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-162
"स्वागतम"
Apr 13

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service