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कविता--कश्मीर अभी ज़िंदा है भाग-2

कश्मीर अभी ज़िंदा है आँसू गैस में
डल झील की बर्फ में फैले ख़ून में
जवान बेटे की मौत पर दहाड़े मारती माँ में
ईद की खुशियों में शामिल होते मातम में
जवान बेटों के अगवा होने में
आतंकियों के दुष्कर्म में
कश्मीर अभी ज़िंदा है सीज़फायर उल्लंघन में
बर्फ की वादियों में ख़ून के कोहरे में
डरी सहमी , सिसकती रंगीन कालीनों में
गलियों , चौराहों से रोज़ गुज़रते जनाज़ों में
बंद खिड़की , दरवाज़ों से झाँकते मासूमों में
देश विरोधी तकरीरों में
कश्मीर अभी ज़िंदा है जलती सैन्य गाड़ियों में
अलगाववादी नेताओं में
बंद पड़े स्कूलों और कॉलेजों में
गोलियों से छलनी दीवारों में
खौलते हुए ख़ून से सने कफ़न में
हिंसा और ख़ून से नहाए लाल चौक में
कश्मीर अभी ज़िंदा है धमकी भरी बर्फीली हवाओं में
जेहाद की तालीम में
ख़ून की राजधानी पुंछ और नौशेरा सेक्टर में
विस्थापित पण्डितों की आँखों में

मौलिक एवं अप्रकाशित ।

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Comment by Mohammed Arif on June 21, 2018 at 7:42pm

हार्दिक आभार आदरणीय सुशील सरना जी । सादर ।

Comment by Mohammed Arif on June 21, 2018 at 7:41pm

हार्दिक आभार आदरणीया बबीता गुप्ता जी । सादर ।

Comment by Mohammed Arif on June 21, 2018 at 7:40pm

हार्दिक आभार आदरणीया नीलम उपाध्याय जी । सादर ।

Comment by Mohammed Arif on June 21, 2018 at 7:40pm

हार्दिक आभार आदरणीय श्याम नारायण जी । सादर ।

Comment by Sushil Sarna on June 21, 2018 at 1:17pm

आदरणीय मो.आरिफ साहिब , आदाब .... बहुत ही संवेदनशील विषय पर आपने सुलगते सवालों,विचारों पर एक बेहतरीन विचारणीय सृजन किया है। इस प्रभावी सृजन के लिए हार्दिक बधाई सर। आपको ईद मुबारक सर, विलम्ब के लिए क्षमा।

Comment by babitagupta on June 21, 2018 at 12:30pm

सटीक पंक्तियों द्वारा वर्तमान में कश्मीर के हालात और वहां के निवासियों की बेबशी को वर्णित करती कविता,बेहतरीन रचना के लिए हार्दिक बधाई.

Comment by Neelam Upadhyaya on June 21, 2018 at 11:37am

आदरणीय मोहम्मद आरिफ जी, नमस्कार।   चाँद पंक्तियों में पूरी तस्वीर उतार दी आपने ।  बहुत ही मर्मस्पर्शी रचना।  प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें।   

Comment by Shyam Narain Verma on June 21, 2018 at 11:01am
बहुत खूबसूरत रचना के लिये आपको बधाई ॥ सादर 

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