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बासुदेव अग्रवाल 'नमन''s Blog – April 2017 Archive (2)

आओ सब मिल कर संकल्प करें

आओ सब मिल कर संकल्प करें।

चैत्र शुक्ल नवमी है आज, नूतन कुछ तो करें।

आओ सब मिल कर संकल्प करें॥



मर्यादा में रहना सीखें, सागर से बन कर हम सब।

मर्यादा में रहना सिखलाएं, तोड़े कोई इसको जब।

मर्यादा के स्वामी की, धारण तो यह सीख करें।

आओ सब मिल कर संकल्प करें॥



मात पिता गुरु और बड़ों की, सेवा का ही मन हो।

भIई मित्र और सब के, लिए समर्पित ये तन हो।

समदर्शी सा बन कर हम, सबसे व्यवहार करें।

आओ सब मिल कर संकल्प करें॥



उत्तम आदर्शों को हम,… Continue

Added by बासुदेव अग्रवाल 'नमन' on April 5, 2017 at 11:49am — 3 Comments

ग़ज़ल(जीवन पथिक संसार में चलते चलो तुम सर्वदा)

बह्र-- 2212 2212 2212 2212



जीवन पथिक संसार में चलते चलो तुम सर्वदा,

राहों में आए कष्ट जो सहते चलो तुम सर्वदा।



अनजान सी राहें तेरी मंजिल कहीं दिखती नहीं,

काँटों भरी इस राह में हँसते चलो तुम सर्वदा।



बीते हुए से सीख लो आयेगा उस को थाम लो,

मुड़ के कभी देखो नहीं बढ़ते चलो तुम सर्वदा।



बहता निरंतर जो रहे गंगा सा निर्मल वो रहे,

जीवन में ठहरो मत कभी बहते चलो तुम सर्वदा।



मासूम कितने रो रहे अबला यहाँ नित लुट रही,

दुखियों के मन… Continue

Added by बासुदेव अग्रवाल 'नमन' on April 3, 2017 at 7:24pm — 14 Comments

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