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जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें
डॉ साहब कैसे हैं? आजकल कहाँ हैं आप जो लोग इतना दहाड़े मार मार कर रो रहे हैं आप के लिए। अब आ भी जाइए और झलक भी दिखलायिए !! स्वागतम !
TUM NA JAANE IS JAHAN MAIN KHO GAYE
IS BHARI DUNIA MAIN HAM AKELE HO GAYE
TUM CHALE AAO , TUM CHALE AAO
SUHANI RAAT DHAL CHUKI HAI AB NA JAANE TUM KAB AAOGE.
CHODO KAL KI BAATEN KAL KI BAAT PURANI
HAM SAB MIL KAR LIKHENGE FIR SE NAYII KAHANI
HAM HINDUSTAANI HAM HINDUSTAANI
AAVAJ DO KAHAN HO ..? YE LINE PURI KARIYE. BHAI KI PUKAR HAI.
sathi nirdayi kyon hai jawahar bhai.
adarneey shashi mahoday,
ab dhartee kanpegee ambar ab dhdkega,
dushman kee chhatee par astra jab barsega!
the raam lakhan kafee rawan ko sadhan ko,
the khade wibheeshan, kapi, naag ko nathan ko!
karata hoo nity pranam gurujee darshan do!
mera man bhee taiyar bhuja bhee fadkan ko!
pun: pranam!
आदरणीय डॉ. शशिभूषण साहब, नयी रचना कब आ रही है! आप और कुशवाहा जी की चुटकी पढ़ने का बड़ा मन कर रहा है.
'होरहा' तैयार हो रहा है. आइये मिल बाँट कर खाए और अब चैता का आनंद लें!
कोइली करेली पुकार हो राम चैत महीनवा......
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…
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