For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

www.openbooksonline.com को मिला £1,000,000.00(British Pounds) का प्राइज़ !!!

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सुझाव और शिकायत के लिये जारी ई मेल id contact2obo@gmail.com पर आज एक मेल मिला है जिसमे बहुत बड़ा ईनाम देने की बात कही गई है, पर मुझको समझ मे नही आया की ऐसा कौन सा तीर ओपन बुक्स ऑनलाइन ने मार दिया है भाई की आप बड़का ईनाम दे रहे है,
आप लोगो की राय जानने के लिये मैं मेल content के साथ साथ उसका screen shot भी यहा दे रहा हू कृपया ईस पर अपनी राय देने की कृपा करे,


This is to inform you that you have been selected for a cash prize of £1,000,000.00(British Pounds) held on 2nd June 2010 in London
(microsoft lottery).The selection process was carried out through by random selection in Our computerized email selection system. Fill the below:

MR. Terry Martins
(VERIFICATION DEPARTMENT MANAGER)
Email:martins137@msn.com

1.Full Name:
2.Full Address:
3.Occupation:
4.Age:
5.Sex:
6.Nationality:
7.Country Of Residence:
8.Telephone Number:

Views: 2595

Reply to This

Replies to This Discussion

वाह आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी वाह , आपने तो चंद कविता की पक्तियों मे पुरे चर्चा का निचोड़ ही रख दिये हैं,धन्यवाद,
बागी जी बहुत दिनो तक मैं इसे सच्चा समझ रहा थाऔर बधाई देना चाह रहा था .आज जाना 'धोखे हैं 'और वो भी पोंड्स स्टर्लिंग में .१८वी सदी याद आ गयी .यही पोंड वाले थे और ईस्ट इंडिया कंपनी थी.छले गए हम ढाई सौ सालों तक .वही कुचक्र चल रहा है अब भी.हमें पग पग पर छलने की कोशिशें जारी हैं .बच के रहना रे बाबा बच के रहना रे.
धन्यवाद अरुण भाई , आज भी कई मेल आते है अरबपति बनाने वाले , पर मैं एक का ही पति बन कर खुश हूँ , नहीं होना हमे अरबपति,

क्या वाकई आप एक पति बन कर “खुश “हैं या बीबी के डर से बोल रहे हैं। वैसे ईस पत्नी पीडित दुनिया में आप हीं एक अपवाद मिले वरना हर बेचारा गाता है गाना ‘मुझे मेरी बीबी से बचाओं , लडती है , झगडती है , उल्टा मुझी को मारती है। ‘।अंत में एक प्रार्थना है मेरा यह कमेंट मेरी बीबी को नही दिखाइयेगा , आप समझ हीं रहे है क्यों।  भाई इस ठंढ में घरबदर हो कर कहा जाउंगा।

आदरणीय मदन  सर, आप भी बलिया के है और मैं भी बलिया के, अब बलिया का पता बता ही दीजिये मैं इस पोस्ट का प्रिंट आउट मैडम तक पंहुचा ही दूँ ....हा हा हा हा ....

भगवान के शुकर बा की बता दिहल की बलिया तहार घर भी ह । पता त बता देती लेकिन भाई तु त हमार तलाक करावे के जोगाड बईठा रहल बा ढ । परमानेंट हरिद्वार भेजे के विचार बा का।

ना ना ना , खाली फोटो देखैती कि , मदन भाई केतना रौवा के माने लन, :-))

ee nu bhail baat.......ganesh bhaiya chinta mat kari jab etna pata chal gail ki ballia hi ghar baa ta pata ta khoj hi lihal jayi.......

bach ke rahab madan bhai.,....humni ke jaa rahal bani jaa ballia raur ghar khoje

...१८वी सदी याद आ गयी .यही पोंड वाले थे और ईस्ट इंडिया कंपनी थी.छले गए हम ढाई सौ सालों तक .वही कुचक्र चल रहा है ...

आपको पता ही होगा, आज उस इस्ट इण्डिया कम्पनी का मालिक एक भारतीय है. ऐसा होना ब्रिटिशर्स के मुँह पर मनोवैज्ञानिक तमाचे से कम नहीं है.
अब ता हमरो कुछ कहहीँ के पड़ी,हमरा भीरी ता रोज एकाध गो ई आइल रहेला , एह हिसाब से हम आज के अरबपति खरबपति बनल राहितीं , मगर सच्चाई रौआ सभे के मालूम बा ,
वन्दे मातरम बंधु,
बन्धुवर झूठे ऐसे इनाम तो सम्भवत केवल देहली मैं ही हजारों नेट यूजरस के निकल चुके हैं ..... बेकार इस पर दिमाग मत खपाइए
This is fraud and in internet world categorise as spam. dont open. I get daily , many of the such email. ignore it.

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"कह-मुकरी * प्रश्न नया नित जुड़ता जाए। एक नहीं वह हल कर पाए। थक-हार गया वह खेल जुआ। क्या सखि साजन?…"
3 hours ago
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"कभी इधर है कभी उधर है भाती कभी न एक डगर है इसने कब किसकी है मानी क्या सखि साजन? नहीं जवानी __ खींच-…"
8 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Aazi Tamaam's blog post तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या
"आदरणीय तमाम जी, आपने भी सर्वथा उचित बातें कीं। मैं अवश्य ही साहित्य को और अच्छे ढंग से पढ़ने का…"
12 hours ago
Aazi Tamaam commented on Aazi Tamaam's blog post तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या
"आदरणीय सौरभ जी सह सम्मान मैं यह कहना चाहूँगा की आपको साहित्य को और अच्छे से पढ़ने और समझने की…"
14 hours ago
Sushil Sarna replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"कह मुकरियाँ .... जीवन तो है अजब पहेली सपनों से ये हरदम खेली इसको कोई समझ न पाया ऐ सखि साजन? ना सखि…"
14 hours ago
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"मुकरियाँ +++++++++ (१ ) जीवन में उलझन ही उलझन। दिखता नहीं कहीं अपनापन॥ गया तभी से है सूनापन। क्या…"
20 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"  कह मुकरियां :       (1) क्या बढ़िया सुकून मिलता था शायद  वो  मिजाज…"
22 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"रात दिवस केवल भरमाए। सपनों में भी खूब सताए। उसके कारण पीड़ित मन। क्या सखि साजन! नहीं उलझन। सोच समझ…"
yesterday
Aazi Tamaam posted blog posts
yesterday
Chetan Prakash commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post लौटा सफ़र से आज ही, अपना ज़मीर है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"बहुत खूबसूरत ग़ज़ल हुई,  भाई लक्ष्मण सिंह 'मुसाफिर' साहब! हार्दिक बधाई आपको !"
Thursday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आदरणीय मिथिलेश भाई, रचनाओं पर आपकी आमद रचनाकर्म के प्रति आश्वस्त करती है.  लिखा-कहा समीचीन और…"
Wednesday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आदरणीय सौरभ सर, गाली की रदीफ और ये काफिया। क्या ही खूब ग़ज़ल कही है। इस शानदार प्रस्तुति हेतु…"
Tuesday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service